Hepatic Venous Pressure Gradient (HVPG) एक विशेष जांच है जो यकृत (liver) में रक्त प्रवाह के दबाव को मापने के लिए की जाती है। यह टेस्ट विशेष रूप से पोर्टल हाईपरटेंशन (Portal Hypertension) की पहचान और निगरानी के लिए किया जाता है।
Hepatic Venous Pressure Gradient क्या होता है ? (What is HVPG Test?):
HVPG एक मापदंड है जो यकृत की नसों में मौजूद दबाव को मापता है। इसमें hepatic vein और portal vein के बीच के दबाव को मापा जाता है। अगर यह दबाव सामान्य से अधिक होता है, तो यह पोर्टल हाईपरटेंशन को दर्शाता है जो सिरोसिस (Cirrhosis) या अन्य लीवर रोगों में देखा जाता है।
Hepatic Venous Pressure Gradient टेस्ट की आवश्यकता क्यों होती है? (Why is HVPG Test Needed?):
- पोर्टल हाईपरटेंशन की पुष्टि करने के लिए
- सिरोसिस की गंभीरता जानने के लिए
- लीवर ट्रांसप्लांट की जरूरत का मूल्यांकन करने के लिए
- इलाज की प्रतिक्रिया को ट्रैक करने के लिए
Hepatic Venous Pressure Gradient टेस्ट के कारण (Causes for Doing HVPG Test):
- लीवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis)
- क्रॉनिक हेपेटाइटिस बी या सी (Chronic Hepatitis B or C)
- अल्कोहलिक लिवर डिजीज (Alcoholic Liver Disease)
- नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD)
- ब्लीडिंग वेरिसेस (Bleeding Varices)
Hepatic Venous Pressure Gradient टेस्ट के लक्षण (Symptoms for HVPG Evaluation):
- पेट में सूजन (Ascites)
- उल्टी या मल में खून (GI bleeding)
- पीलिया (Jaundice)
- भूख कम लगना
- थकावट
- भ्रम या मानसिक गड़बड़ी (Hepatic Encephalopathy)
Hepatic Venous Pressure Gradient टेस्ट कैसे किया जाता है? (How HVPG Test is Done?):
- यह एक इनवेसिव (invasive) प्रक्रिया है, जिसमें गर्दन की नस (Jugular vein) के माध्यम से एक पतली ट्यूब डाली जाती है।
- ट्यूब को hepatic vein तक ले जाया जाता है।
- वहां से दबाव मापा जाता है — free hepatic venous pressure और wedged hepatic venous pressure।
- इनके बीच का अंतर HVPG कहलाता है।
- पूरी प्रक्रिया लगभग 30-45 मिनट में पूरी हो जाती है।
Hepatic Venous Pressure Gradient इलाज और मैनेजमेंट (Treatment and Management):
HVPG टेस्ट के परिणामों के आधार पर निम्नलिखित इलाज हो सकता है:
- बीटा ब्लॉकर दवाएं (जैसे propranolol)
- एंडोस्कोपिक थेरेपी (variceal banding)
- लीवर ट्रांसप्लांट की योजना
- डाययूरेटिक्स (ascites के लिए)
- लो-सोडियम डाइट और परहेज़
कैसे रोके या बचाव करें (Prevention Tips):
- शराब का सेवन न करें
- हेपेटाइटिस बी और सी से बचाव करें
- नियमित रूप से लीवर फंक्शन की जांच कराएं
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
- मोटापा नियंत्रित रखें
घरेलू उपाय (Home Remedies):
- हल्दी और आंवला का सेवन
- संतुलित आहार
- हाइड्रेशन बनाए रखें
- वसायुक्त और प्रोसेस्ड फूड से बचें
- नियमित व्यायाम
सावधानियाँ (Precautions):
- प्रक्रिया से पहले डॉक्टर को अपनी सभी दवाओं के बारे में बताएं
- ब्लड थिनर (anticoagulants) लेना बंद करें (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
- टेस्ट के दिन खाली पेट रहें
- टेस्ट के बाद कुछ घंटों का विश्राम जरूरी है
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):
प्रश्न 1: क्या HVPG टेस्ट दर्दनाक होता है?
उत्तर: नहीं, यह टेस्ट लोकल एनेस्थीसिया के तहत किया जाता है, इसलिए दर्द नहीं होता।
प्रश्न 2: HVPG का सामान्य रेंज क्या है?
उत्तर: 1 से 5 mmHg सामान्य माना जाता है। 10 mmHg से ऊपर clinically significant portal hypertension कहलाता है।
प्रश्न 3: क्या यह टेस्ट सुरक्षित है?
उत्तर: हां, अनुभवी विशेषज्ञ द्वारा किया जाए तो यह सुरक्षित प्रक्रिया है।
कैसे पहचाने कि आपको HVPG टेस्ट की जरूरत है? (When to Get Tested?):
यदि आपको सिरोसिस, GI bleeding, या पेट में लगातार सूजन जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो डॉक्टर HVPG टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion):
Hepatic Venous Pressure Gradient (HVPG) टेस्ट यकृत से संबंधित बीमारियों की गंभीरता और जोखिम को मापने का एक सटीक तरीका है। यह टेस्ट लीवर सिरोसिस और पोर्टल हाईपरटेंशन के मरीजों में इलाज की दिशा निर्धारित करने में अत्यंत उपयोगी होता है। समय पर जांच और सावधानी से मरीज की स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।