Primary Aldosteronism : कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

Primary Aldosteronism (प्राइमरी एल्डोस्टेरोनिज़्म), जिसे Conn's Syndrome (कॉन्स सिंड्रोम) भी कहा जाता है, एक हार्मोनल विकार है जिसमें एड्रिनल ग्रंथियों (Adrenal glands) द्वारा अत्यधिक मात्रा में Aldosterone (एल्डोस्टेरोन) हार्मोन का उत्पादन होता है। यह हार्मोन शरीर में सोडियम (Sodium) को बनाए रखता है और पोटैशियम (Potassium) को बाहर निकालता है, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है।








Primary Aldosteronism क्या होता है (What is Primary Aldosteronism)?

यह एक एंडोक्राइन डिसऑर्डर (Endocrine Disorder) है जिसमें शरीर के हार्मोनल संतुलन में गड़बड़ी हो जाती है। इसमें ज्यादा एल्डोस्टेरोन बनने के कारण:

  • सोडियम की मात्रा बढ़ती है
  • पोटैशियम की मात्रा कम होती है
  • ब्लड प्रेशर हाई रहता है
  • कभी-कभी मांसपेशियों में कमजोरी और थकान होती है

यह स्थिति हृदय और गुर्दों पर असर डाल सकती है, इसलिए इसका समय पर इलाज जरूरी होता है।

Primary Aldosteronism कारण (Causes of Primary Aldosteronism)

  1. Adrenal Adenoma (एड्रिनल ग्रंथि में ट्यूमर) – यह सबसे सामान्य कारण है, जिसे Conn’s Syndrome कहते हैं
  2. Bilateral Adrenal Hyperplasia (दोनों ग्रंथियों की वृद्धि)
  3. Familial Hyperaldosteronism (वंशानुगत समस्या)
  4. Adrenal Carcinoma (दुर्लभ रूप में कैंसर)
  5. Ectopic Aldosterone Secretion (बहुत ही कम मामलों में)

Primary Aldosteronism के लक्षण (Symptoms of Primary Aldosteronism)

  1. High Blood Pressure (उच्च रक्तचाप) जो दवाओं से नियंत्रित नहीं होता
  2. Hypokalemia (रक्त में पोटैशियम की कमी)
  3. मांसपेशियों में कमजोरी (Muscle weakness)
  4. थकान (Fatigue)
  5. प्यास ज्यादा लगना (Increased thirst)
  6. बार-बार पेशाब आना (Frequent urination)
  7. मांसपेशियों में ऐंठन (Muscle cramps)
  8. सिरदर्द (Headache)
  9. अतालता (Heart palpitations)
  10. मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन

Primary Aldosteronism कैसे पहचाने (How to Identify Primary Aldosteronism)

  1. ब्लड प्रेशर नियंत्रित न होना, खासकर युवा लोगों में
  2. रक्त में पोटैशियम की बार-बार कमी
  3. Hypernatremia (सोडियम की अधिकता)
  4. Adrenal mass की मौजूदगी imaging में
  5. Renin और Aldosterone हार्मोन के स्तर की जांच

निदान (Diagnosis)

  1. Plasma Aldosterone Concentration (PAC)
  2. Plasma Renin Activity (PRA)
  3. Aldosterone-Renin Ratio (ARR)
  4. Saline Infusion Test या Oral Sodium Loading Test
  5. CT Scan / MRI (Adrenal gland की स्थिति जांचने के लिए)
  6. Adrenal Venous Sampling (यदि सर्जरी की योजना हो)
  7. Serum Electrolytes Test (Na+, K+ levels)

Primary Aldosteronism इलाज (Treatment of Primary Aldosteronism)

1. Surgery (Adrenalectomy)

  • यदि एक सिंगल एड्रिनल एडेनोमा पाया जाए
  • इससे BP और पोटैशियम का स्तर सामान्य हो सकता है

2. Medications (दवाइयाँ)

  • यदि दोनों ग्रंथियां प्रभावित हों
  • Mineralocorticoid receptor antagonists जैसे:
    • Spironolactone
    • Eplerenone

3. Blood Pressure Control Medications

  • जैसे ACE inhibitors, ARBs, calcium channel blockers

4. Potassium Supplements (यदि कमी बनी रहे)

Primary Aldosteronism कैसे रोके (Prevention Tips)

Primary aldosteronism को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता लेकिन आप कुछ सावधानियाँ बरत सकते हैं:

  1. नियमित ब्लड प्रेशर जांच कराते रहें
  2. परिवार में हार्मोनल बीमारियों का इतिहास हो तो early screening करवाएं
  3. स्वस्थ आहार और जीवनशैली अपनाएं
  4. धूम्रपान और शराब से दूर रहें
  5. वजन को नियंत्रित रखें
  6. तनाव को नियंत्रित करें

घरेलू उपाय (Home Remedies – केवल सहायक रूप में)

Primary Aldosteronism का मुख्य इलाज डॉक्टर द्वारा ही किया जाना चाहिए। घरेलू उपाय केवल लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकते हैं:

  1. नमक का सेवन सीमित करें (Low Sodium Diet)
  2. पोटैशियम युक्त आहार लें – जैसे केला, नारियल पानी, पालक
  3. दबावमुक्त जीवनशैली – ध्यान और योग करें
  4. तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें

सावधानियाँ (Precautions)

  1. ब्लड प्रेशर को हल्के में न लें
  2. पोटैशियम सप्लीमेंट खुद से न लें – डॉक्टर की सलाह लें
  3. अगर सर्जरी हो चुकी हो तो नियमित फॉलो-अप कराते रहें
  4. दवाओं का सेवन नियमित करें और डॉक्टर से समय-समय पर परीक्षण कराएं
  5. Electrolyte imbalance के लक्षणों को नजरअंदाज न करें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र1: क्या Primary Aldosteronism का इलाज संभव है?
हाँ, यदि एक ग्रंथि प्रभावित है तो सर्जरी से ठीक हो सकता है। अन्य मामलों में दवाइयों से नियंत्रण संभव है।

प्र2: क्या यह रोग जीवन भर रहता है?
यदि सर्जरी न की जाए तो इसे लंबे समय तक दवाओं से नियंत्रित करना पड़ता है।

प्र3: क्या यह केवल वयस्कों में होता है?
नहीं, यह युवाओं में भी पाया जा सकता है, खासकर जिनका हाई ब्लड प्रेशर जल्दी शुरू होता है।

प्र4: क्या यह जानलेवा हो सकता है?
अगर इलाज न हो तो हृदय और गुर्दों पर प्रभाव पड़ सकता है जो गंभीर हो सकता है।

प्र5: क्या इसका संबंध किडनी से है?
अप्रत्यक्ष रूप से, क्योंकि यह इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन और हाई BP के कारण किडनी को नुकसान पहुँचा सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Primary Aldosteronism (प्राइमरी एल्डोस्टेरोनिज़्म) एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य हार्मोनल विकार है, जो उच्च रक्तचाप और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का प्रमुख कारण बनता है। इसकी समय पर पहचान, सही निदान और उचित उपचार से मरीज पूरी तरह स्वस्थ जीवन जी सकता है। यदि आपके ब्लड प्रेशर पर दवाएं असर नहीं कर रही हैं या बार-बार पोटैशियम की कमी हो रही है, तो आपको इस स्थिति की जांच अवश्य करवानी चाहिए।


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