Stevens-Johnson Syndrome (SJS) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर मेडिकल स्थिति है, जिसमें त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन (mucous membranes) पर छाले, लाल चकत्ते, और परत उखड़ने जैसे लक्षण होते हैं। यह अक्सर किसी दवा या संक्रमण के प्रति गंभीर एलर्जिक रिएक्शन के रूप में उत्पन्न होता है।
यह एक मेडिकल इमरजेंसी है और मरीज को ICU या बर्न यूनिट जैसी विशेष देखरेख की आवश्यकता हो सकती है।
Stevens-Johnson Syndrome क्या होता है ? (What is Stevens-Johnson Syndrome?)
SJS एक life-threatening हाइपरसेंसिटिविटी रिएक्शन है जो त्वचा, आंख, मुंह, गला और जननांगों की म्यूकस मेम्ब्रेन को प्रभावित करता है। त्वचा छिलने लगती है और संक्रमित हो सकती है। यदि त्वचा की 30% या अधिक सतह प्रभावित हो, तो उसे Toxic Epidermal Necrolysis (TEN) कहा जाता है, जो SJS का गंभीर रूप है।
Stevens-Johnson Syndrome कारण (Causes of Stevens-Johnson Syndrome):
1. दवाओं से एलर्जिक प्रतिक्रिया (Most common):
- एंटीबायोटिक्स: सुल्फा ड्रग्स, पेनिसिलिन
- एंटी-एपिलेप्टिक दवाएं: फेनीटोइन, कार्बामाज़ेपिन
- NSAIDs (दर्द निवारक): इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सेन
- Allopurinol
2. संक्रमण (Infections):
- हर्पीस सिंप्लेक्स वायरस (HSV)
- माईकोप्लाज्मा निमोनिया
- HIV संक्रमण
3. अन्य संभावित कारण:
- वैक्सीन
- जेनेटिक फैक्टर (HLA-B*1502 gene in Asians)
- कैंसर या ऑटोइम्यून रोग
Stevens-Johnson Syndrome लक्षण (Symptoms of Stevens-Johnson Syndrome):
प्रारंभिक लक्षण (Initial flu-like symptoms):
- बुखार
- गले में खराश
- थकान और बदन दर्द
- जलन महसूस होना
1-3 दिन बाद मुख्य लक्षण:
- चेहरे और शरीर पर लाल चकत्ते
- दर्दनाक छाले (blisters)
- त्वचा की परत निकलना (skin peeling)
- आंखों में लालिमा, सूजन, रोशनी सहन न होना
- मुंह, होठ, जननांग, गला और गुदा क्षेत्र में अल्सर
- निर्जलीकरण (dehydration) और संक्रमण का खतरा
- सांस लेने में कठिनाई (यदि फेफड़े प्रभावित हों)
निदान (Diagnosis of Stevens-Johnson Syndrome):
- क्लिनिकल मूल्यांकन (Clinical evaluation)
- त्वचा की बायोप्सी (Skin biopsy)
- ब्लड टेस्ट – संक्रमण या अंगों के कार्य की स्थिति जानने हेतु
- क्रोनिक रोग या दवा इतिहास की समीक्षा
- इम्यूनोलॉजिकल टेस्ट – दुर्लभ मामलों में
Stevens-Johnson Syndrome इलाज (Treatment of Stevens-Johnson Syndrome):
SJS एक मेडिकल इमरजेंसी है। खुद से इलाज ना करें।
- दवाएं तुरंत बंद करें – जो प्रतिक्रिया की वजह बनी
- हॉस्पिटल में भर्ती – ICU या बर्न यूनिट में देखभाल
- त्वचा की देखभाल – जैसे जलने के मरीजों में होती है
- IV फ्लूइड और इलेक्ट्रोलाइट्स – निर्जलीकरण से बचाव
- एंटीबायोटिक्स – सेकेंडरी संक्रमण रोकने के लिए
- स्ट्रॉंग पेन रिलीवर – दर्द को कम करने के लिए
- स्टीरॉइड / इम्यूनोग्लोब्युलिन (IVIG) – गंभीर मामलों में
- आंखों की देखभाल – Ophthalmologist की निगरानी में
- गंभीर मामलों में स्किन ग्राफ्टिंग भी जरूरी हो सकती है
रोकथाम (Prevention of Stevens-Johnson Syndrome):
- जिन दवाओं से पहले एलर्जी हुई हो, उन्हें भविष्य में पूरी तरह टालें
- डॉक्टर को दवाओं की एलर्जी का पूरा इतिहास बताएं
- एशियन मूल के लोगों को कुछ दवाओं से पहले जेनेटिक टेस्ट (HLA-B*1502) करवाना चाहिए
- बच्चे और बुज़ुर्गों में विशेष सावधानी
- कोई भी नई दवा लेने पर शुरुआत में लक्षणों पर विशेष ध्यान रखें
घरेलू उपाय (Home Remedies) – केवल रिकवरी फेज में:
सक्रिय संक्रमण के दौरान घरेलू उपाय नहीं अपनाने चाहिए।
- त्वचा को मॉइस्चराइज रखें (डॉक्टर द्वारा बताए गए लोशन से)
- लिक्विड डाइट और पर्याप्त पानी लें
- मुंह के छालों के लिए नारियल पानी और मुलायम ठंडा भोजन
- संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई बनाए रखें
- तनाव और थकान से बचें – रिकवरी में सहायक
सावधानियाँ (Precautions):
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा शुरू न करें
- कोई भी दवा लेने से पहले एलर्जी इतिहास साझा करें
- SJS के पुराने इतिहास वाले व्यक्ति को दवा पर विशेष चेतावनी
- बच्चों में बुखार या त्वचा पर चकत्तों को नजरअंदाज न करें
- किसी भी एलर्जिक लक्षण के दिखते ही तुरंत अस्पताल जाएं
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
प्रश्न 1: Stevens-Johnson Syndrome कितना खतरनाक होता है?
उत्तर: यह जानलेवा हो सकता है यदि समय पर इलाज न मिले, खासकर अगर त्वचा का 30% से अधिक हिस्सा प्रभावित हो।
प्रश्न 2: क्या यह एक बार होने के बाद दोबारा हो सकता है?
उत्तर: हां, यदि वही दवा या कारण दोबारा सामने आए तो दुबारा हो सकता है।
प्रश्न 3: SJS में कितने दिन में सुधार आता है?
उत्तर: हल्के मामलों में 2-3 सप्ताह में सुधार हो सकता है, लेकिन गंभीर मामलों में रिकवरी में महीनों लग सकते हैं।
प्रश्न 4: क्या SJS संक्रामक (infectious) है?
उत्तर: नहीं, यह संक्रामक नहीं होता, लेकिन इसका कारण बनने वाले संक्रमण जैसे हर्पीस या माईकोप्लाज्मा संक्रामक हो सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion):
Stevens-Johnson Syndrome (स्टीवंस-जॉनसन सिंड्रोम) एक गंभीर और जीवन-धमकी देने वाली स्थिति है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। दवा या संक्रमण के प्रति शरीर की घातक प्रतिक्रिया होने पर त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन को भारी नुकसान हो सकता है। यदि लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें। सावधानी और जागरूकता ही इस रोग की सबसे बड़ी रोकथाम है।