Tumor Markers (AFP, CEA, CA 19-9) टेस्ट क्या है? कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

Tumor Markers टेस्ट (AFP, CEA, CA 19-9) कैंसर या ट्यूमर से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये रक्त में कुछ विशेष प्रोटीन की मात्रा को मापते हैं, जो शरीर में कैंसर की उपस्थिति या उसकी प्रगति का संकेत दे सकते हैं। यह टेस्ट कैंसर की पहचान, निगरानी और उपचार की प्रतिक्रिया जांचने के लिए किया जाता है।

Tumor Marker Test क्या होता है (What is Tumor Marker Test)?

Tumor Marker Test एक रक्त परीक्षण (Blood Test) होता है जिसमें शरीर में मौजूद विशिष्ट ट्यूमर मार्कर्स की मात्रा मापी जाती है:

  1. AFP (Alpha-Fetoprotein): यह लिवर कैंसर और कुछ टेस्टिकुलर कैंसर में बढ़ सकता है।
  2. CEA (Carcinoembryonic Antigen): यह कोलोरेक्टल, फेफड़े, ब्रेस्ट आदि कैंसर में बढ़ सकता है।
  3. CA 19-9: यह पैंक्रियाज, गॉलब्लैडर और पेट के कैंसर में उपयोगी होता है।

Tumor Marker Test कारण (Causes of Tumor Marker Elevation):

  • शरीर में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि
  • कैंसर का दोबारा उभरना
  • उपचार का प्रभाव न दिखाना
  • कुछ गैर-कैंसर स्थितियाँ जैसे सिरोसिस, अल्सर या इन्फ्लामेशन

Tumor Marker Test के लक्षण (Symptoms of Elevated Tumor Markers):

ये टेस्ट लक्षणों के आधार पर किए जाते हैं, जैसे:

  1. अस्पष्ट वजन घटाव (Unexplained weight loss)
  2. थकान और कमजोरी (Fatigue and weakness)
  3. पेट में गांठ या सूजन (Abdominal lump/swelling)
  4. पाचन समस्या या मल में खून (Digestive issues or blood in stool)
  5. भूख की कमी (Loss of appetite)

परीक्षण की प्रक्रिया (Diagnosis):

  • यह एक सरल ब्लड टेस्ट होता है।
  • डॉक्टर रक्त के नमूने से ट्यूमर मार्कर्स की जांच करते हैं।
  • इसके परिणामों की व्याख्या अन्य जांचों (जैसे CT scan, MRI) के साथ की जाती है।

Tumor Marker Test इलाज (Treatment Based on Result):

Tumor Marker टेस्ट का प्रयोग उपचार की योजना बनाने में किया जाता है, जैसे:

  • कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
  • रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)
  • सर्जरी (Surgery)
  • टार्गेटेड थेरेपी (Targeted Therapy)

Tumor Marker Test कैसे रोके (Prevention):

  • धूम्रपान और शराब से बचाव
  • संतुलित आहार और नियमित व्यायाम
  • कैंसर की फैमिली हिस्ट्री हो तो नियमित जांच
  • कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों को नजरअंदाज न करें

घरेलू उपाय (Home Remedies):

घर पर कैंसर को रोकना या पहचानना संभव नहीं है, लेकिन कुछ उपाय स्वास्थ्य सुधार में मदद कर सकते हैं:

  1. हल्दी और तुलसी का सेवन
  2. हरी सब्जियां और फल अधिक खाना
  3. तनाव से बचाव और ध्यान (Meditation)
  4. ग्रीन टी या एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार

सावधानियाँ (Precautions):

  • रिपोर्ट को अकेले आधार न मानें, डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
  • टेस्ट से कैंसर की पुष्टि नहीं होती, यह केवल संकेत देता है।
  • गैर-कैंसर स्थितियों में भी मार्कर बढ़ सकते हैं।

FAQs:

प्र.1: क्या केवल Tumor Marker से कैंसर की पुष्टि हो सकती है?
नहीं, यह एक सहायक परीक्षण है। अन्य जांचों के साथ इसकी पुष्टि की जाती है।

प्र.2: Tumor Marker टेस्ट कब कराया जाता है?
जब डॉक्टर को कैंसर की आशंका होती है या इलाज की निगरानी करनी होती है।

प्र.3: क्या टेस्ट से कैंसर की स्टेज पता चलती है?
नहीं, यह केवल संकेत देता है। स्टेज जानने के लिए Imaging जरूरी होती है।

प्र.4: क्या स्वस्थ व्यक्ति को भी ये टेस्ट कराना चाहिए?
केवल यदि परिवार में कैंसर का इतिहास हो या डॉक्टर की सलाह हो।

Tumor Marker Test कैसे पहचाने (How to Identify Need for Tumor Marker Test):

  • यदि आपके शरीर में कोई असामान्य गांठ, तेज वजन गिरना, या लगातार कमजोरी हो रही हो
  • पहले से कैंसर का इलाज ले रहे हों और डॉक्टर इलाज की प्रगति देखना चाहते हों

निष्कर्ष (Conclusion):

Tumor Markers (AFP, CEA, CA 19-9) टेस्ट कैंसर की पहचान और निगरानी के लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इन्हें कभी भी अकेले कैंसर निदान का आधार नहीं माना जाना चाहिए। यदि समय पर जांच और इलाज किया जाए, तो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में जीत संभव है। हमेशा योग्य डॉक्टर से सलाह लें और नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।


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