एंजाइटिस (Angiitis), जिसे वेस्कुलाइटिस (Vasculitis) भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) में सूजन (Inflammation) हो जाती है। यह सूजन रक्त प्रवाह को बाधित कर सकती है और प्रभावित अंगों या ऊतकों को नुकसान पहुँचा सकती है। यह समस्या शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है और इसकी गंभीरता हल्की से लेकर जीवन-घातक तक हो सकती है।
एंजाइटिस क्या होता है (What is Angiitis)
एंजाइटिस में इम्यून सिस्टम (Immune System) गलती से रक्त वाहिकाओं पर हमला करता है, जिससे उनकी दीवारें मोटी, कमजोर या संकरी हो जाती हैं। इसका असर रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन की आपूर्ति पर पड़ता है।
एंजाइटिस कारण (Causes of Angiitis)
एंजाइटिस के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जैसे:
- ऑटोइम्यून विकार (Autoimmune Disorders) – जैसे रूमेटॉइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis), ल्यूपस (Lupus)।
 - संक्रमण (Infections) – वायरल, बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण।
 - एलर्जिक प्रतिक्रिया (Allergic Reaction) – कुछ दवाओं या रसायनों से।
 - क्रॉनिक बीमारियाँ (Chronic Diseases) – हेपेटाइटिस बी या सी, कैंसर।
 - अज्ञात कारण (Idiopathic) – कभी-कभी कारण पता नहीं चलता।
 
एंजाइटिस के लक्षण (Symptoms of Angiitis)
एंजाइटिस के लक्षण इस पर निर्भर करते हैं कि कौन-सी रक्त वाहिकाएँ प्रभावित हैं, लेकिन आम लक्षण इस प्रकार हैं:
- बुखार (Fever)
 - थकान (Fatigue)
 - वजन कम होना (Weight Loss)
 - मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द (Muscle and Joint Pain)
 - त्वचा पर चकत्ते या लाल धब्बे (Skin Rash or Red Spots)
 - हाथ-पैर में सुन्नपन या झुनझुनी (Numbness or Tingling)
 - अंगों में सूजन (Swelling in Organs)
 
निदान (Diagnosis of Angiitis)
डॉक्टर निम्नलिखित जांचों का सहारा लेते हैं:
- रक्त जांच (Blood Tests) – सूजन और इम्यून मार्कर की जाँच।
 - मूत्र जांच (Urine Test) – गुर्दे की कार्यक्षमता पता करने के लिए।
 - इमेजिंग टेस्ट (Imaging Tests) – जैसे MRI, CT स्कैन, एंजियोग्राफी।
 - बायोप्सी (Biopsy) – प्रभावित ऊतक की जांच।
 
एंजाइटिस इलाज (Treatment of Angiitis)
एंजाइटिस का उपचार कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है:
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाएँ (Corticosteroid Medicines) – सूजन कम करने के लिए।
 - इम्यूनोसप्रेसिव दवाएँ (Immunosuppressive Drugs) – इम्यून सिस्टम की सक्रियता को कम करने के लिए।
 - संक्रमण का इलाज (Infection Treatment) – यदि कारण संक्रमण है तो एंटीबायोटिक या एंटीवायरल दवाएँ।
 - सर्जरी (Surgery) – यदि रक्त वाहिका गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो।
 
एंजाइटिस कैसे रोके (Prevention of Angiitis)
पूरी तरह से रोकथाम संभव नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियाँ मदद कर सकती हैं:
- पुरानी बीमारियों का सही उपचार करवाना।
 - संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखना।
 - डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का सेवन न करना।
 - इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार और व्यायाम।
 
घरेलू उपाय (Home Remedies for Angiitis)
- ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार (जैसे अलसी के बीज, अखरोट)।
 - हल्दी और अदरक का सेवन (एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण)।
 - पर्याप्त पानी पीना और शरीर को हाइड्रेट रखना।
 - तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान।
 
सावधानियाँ (Precautions)
- अचानक बुखार, त्वचा पर लाल धब्बे, सांस लेने में तकलीफ या जोड़ों में दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
 - बिना सलाह के कोई हर्बल या सप्लीमेंट न लें।
 - लंबे समय तक सूजन या दर्द को नज़रअंदाज़ न करें।
 
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: क्या एंजाइटिस का इलाज संभव है?
उत्तर: हाँ, सही समय पर निदान और इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन यह कुछ मामलों में क्रॉनिक हो सकता है।
प्रश्न 2: क्या एंजाइटिस जानलेवा हो सकता है?
उत्तर: हाँ, अगर समय पर इलाज न हो तो यह अंगों को नुकसान पहुँचा सकता है और गंभीर मामलों में जानलेवा हो सकता है।
प्रश्न 3: क्या यह संक्रामक है?
उत्तर: नहीं, एंजाइटिस सीधे-सीधे संक्रामक नहीं है।
कैसे पहचाने (How to Identify Angiitis)
अगर आपको लंबे समय से थकान, बुखार, अस्पष्ट त्वचा पर चकत्ते, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, और अंगों में असामान्य सूजन हो रही है तो यह एंजाइटिस का संकेत हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
एंजाइटिस एक गंभीर स्थिति है जो समय पर पहचान और सही इलाज से नियंत्रित की जा सकती है। इसकी रोकथाम के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ, संक्रमण से बचें और किसी भी असामान्य लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें।
