एंजियोमायोलिपोमा (Angiomyolipoma) एक दुर्लभ, लेकिन सामान्यतः सौम्य (benign) ट्यूमर होता है, जो मुख्य रूप से किडनी (गुर्दे) में पाया जाता है। यह ट्यूमर वसा (fat), रक्त वाहिकाओं (blood vessels), और मांसपेशी कोशिकाओं (muscle cells) से मिलकर बनता है। यह ज्यादातर बिना किसी लक्षण के होता है और अक्सर किसी अन्य कारण से किए गए अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन में पता चलता है।
एंजियोमायोलिपोमा क्या होता है? (What is Angiomyolipoma?)
यह एक गैर-कैंसरस ट्यूमर है जिसमें तीन प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं:
- एंजियो (Angio) – रक्त वाहिकाएँ
- मायो (Myo) – चिकनी मांसपेशी कोशिकाएँ
- लिपोमा (Lipoma) – वसा की कोशिकाएँ
यह ट्यूमर किडनी में बढ़ता है, और अगर यह बड़ा हो जाए तो किडनी की कार्यप्रणाली पर असर डाल सकता है या रक्तस्राव कर सकता है।
एंजियोमायोलिपोमा कारण (Causes of Angiomyolipoma)
- स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं: अधिकतर मामले अनजान कारणों से होते हैं।
- ट्यूबरस स्क्लेरोसिस (Tuberous Sclerosis) से जुड़ा: यह एक जेनेटिक बीमारी है, जिसमें शरीर में कई ट्यूमर बनते हैं। ट्यूबरस स्क्लेरोसिस वाले मरीजों में angiomyolipoma की संभावना ज्यादा होती है।
- यौन हार्मोन: कुछ अध्ययन बताते हैं कि हार्मोनल प्रभाव भी इसका कारण हो सकते हैं।
एंजियोमायोलिपोमा लक्षण (Symptoms of Angiomyolipoma)
अधिकतर केस बिना लक्षण के होते हैं, लेकिन जब ट्यूमर बड़ा हो जाता है तो ये लक्षण दिख सकते हैं:
- पेट या कमर में दर्द (Abdominal or flank pain)
- खून आना पेशाब में (Hematuria)
- पेट में गांठ या सूजन महसूस होना (Palpable abdominal mass)
- अचानक तेज दर्द और रक्तस्राव (if tumor ruptures)
- थकान या कमजोरी (अगर खून ज्यादा गिरा हो)
एंजियोमायोलिपोमा कैसे पहचाने? (How to Diagnose Angiomyolipoma?)
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): शुरुआती जांच के लिए
- सीटी स्कैन (CT scan): ट्यूमर के आकार, स्थान और प्रकृति को समझने के लिए
- एमआरआई (MRI): आवश्यकतानुसार विशेष मामलों में
- मूत्र परीक्षण (Urine test): खून की जांच के लिए
एंजियोमायोलिपोमा इलाज (Treatment of Angiomyolipoma)
- अगर ट्यूमर छोटा और लक्षणहीन हो, तो डॉक्टर केवल नियमित जांच के द्वारा निगरानी करते हैं (Watchful waiting)।
- यदि ट्यूमर बड़ा हो या लक्षण हो, तो उपचार आवश्यक होता है:
- मेडिकल थेरेपी: कुछ दवाएं ट्यूमर के विकास को धीमा कर सकती हैं।
- एंजियोमायलोलिपोमा का सर्जिकल निकालना (Surgery): बड़े ट्यूमर को हटाने के लिए
- एंजियोग्राम और एम्बोलाइजेशन (Angiogram and embolization): ट्यूमर की रक्त आपूर्ति बंद कर उसका आकार कम करने के लिए
- किडनी की सुरक्षा: कोशिश की जाती है कि किडनी को नुकसान न पहुंचे।
एंजियोमायोलिपोमा कैसे रोके (Prevention)
- चूंकि इसका कोई निश्चित कारण नहीं, इसलिए पूर्ण रोकथाम मुश्किल है।
- नियमित स्वास्थ्य जांच और अल्ट्रासाउंड कराना उपयोगी हो सकता है, खासकर जिन लोगों के परिवार में ट्यूबरस स्क्लेरोसिस या किडनी रोग हो।
- किसी भी असामान्य लक्षण जैसे पेट दर्द या पेशाब में खून आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- पेट दर्द में आराम और हल्की शारीरिक गतिविधि करें।
- स्वस्थ आहार लें, जिसमें किडनी के लिए उपयुक्त पोषक तत्व हों।
- अत्यधिक तनाव और दबाव से बचें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें।
सावधानियाँ (Precautions)
- नियमित डॉक्टर चेकअप जरूरी।
- बड़े या लक्षण वाले ट्यूमर में विलंब न करें, जल्दी इलाज करवाएं।
- खून आने या तेज दर्द होने पर तुरंत मेडिकल सहायता लें।
- अन्य किडनी रोगों से बचाव के लिए उचित जल सेवन और जीवनशैली अपनाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: क्या angiomyolipoma कैंसर होता है?
A1: नहीं, यह एक सौम्य (benign) ट्यूमर है और कैंसर नहीं होता।
Q2: क्या यह ट्यूमर खतरे की घंटी हो सकता है?
A2: आमतौर पर नहीं, लेकिन अगर ट्यूमर बड़ा हो जाए या फट जाए तो खून बहने का खतरा रहता है।
Q3: क्या angiomyolipoma का इलाज सिर्फ सर्जरी है?
A3: नहीं, छोटे ट्यूमर में केवल निगरानी होती है, बड़े ट्यूमर में सर्जरी, एम्बोलाइजेशन या दवाएं दी जाती हैं।
Q4: क्या यह बीमारी आनुवांशिक होती है?
A4: ट्यूबरस स्क्लेरोसिस के मरीजों में यह अधिक पाई जाती है, जो एक आनुवांशिक स्थिति है।
निष्कर्ष (Conclusion)
एंजियोमायोलिपोमा एक गैर-कैंसरस ट्यूमर है जो मुख्यतः किडनी में होता है। यह आमतौर पर बिना लक्षण के होता है लेकिन बड़े होने पर दर्द, खून आना और रक्तस्राव जैसे गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है। समय पर पहचान और उचित इलाज से इसके गंभीर परिणामों को रोका जा सकता है। नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरूरी है।
