Angioplasty हृदय धमनियों की रुकावट का इलाज – प्रक्रिया, लक्षण, कारण, सावधानियाँ और पूरी जानकारी

एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है जिसका उपयोग अवरुद्ध या संकुचित हृदय धमनियों (coronary arteries) को खोलने के लिए किया जाता है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease - CAD) के इलाज में की जाती है, जिसमें हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में रुकावट आ जाती है।

एंजियोप्लास्टी क्या है? (What is Angioplasty?)

एंजियोप्लास्टी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें एक विशेष प्रकार की ट्यूब (कैथेटर) के माध्यम से अवरुद्ध धमनियों में एक छोटा गुब्बारा (balloon) डाला जाता है और उसे फुलाकर रुकावट को हटाया जाता है। अक्सर इसमें एक स्टेंट (Stent) भी डाला जाता है जिससे धमनियां दोबारा संकरी न हो।

एंजियोप्लास्टी क्यों की जाती है? (Why is Angioplasty Needed?)

मुख्य कारण (Causes):

  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease - CAD)
  • हृदय का दौरा (Heart Attack)
  • एंजाइना (Angina - छाती में दर्द)
  • हृदय की धमनियों में प्लाक जमना (Plaque buildup in arteries)

एंजियोप्लास्टी के लक्षण (Symptoms of Blockage Requiring Angioplasty):

  • सीने में दर्द या भारीपन (Chest pain or heaviness)
  • सांस लेने में कठिनाई (Shortness of breath)
  • थकान महसूस होना (Fatigue)
  • हाथ, जबड़े, पीठ या गर्दन में दर्द (Pain in arms, jaw, back or neck)
  • व्यायाम करते समय बेचैनी (Discomfort during exertion)

एंजियोप्लास्टी की प्रक्रिया (Procedure of Angioplasty):

  1. मरीज को लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है।
  2. कैथेटर को हाथ या पैर की धमनी से हृदय की अवरुद्ध धमनी तक पहुंचाया जाता है।
  3. गुब्बारा फुलाकर अवरोध हटाया जाता है।
  4. आवश्यकता होने पर स्टेंट डाला जाता है।

एंजियोप्लास्टी के बाद इलाज और देखभाल (Post-Angioplasty Care and Treatment):

  • ब्लड थिनर दवाइयाँ (Aspirin, Clopidogrel)
  • नियमित जांच (Follow-ups)
  • हृदय स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली में बदलाव
  • व्यायाम और आहार पर ध्यान देना

एंजियोप्लास्टी से बचाव कैसे करें? (How to Prevent Need for Angioplasty?)

  • संतुलित आहार (Balanced diet)
  • नियमित व्यायाम (Regular exercise)
  • धूम्रपान और शराब से बचना (Avoid smoking and alcohol)
  • तनाव प्रबंधन (Stress management)
  • ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रखना

एंजियोप्लास्टी के घरेलू उपाय (Home Remedies for Heart Health):

ध्यान दें: ये उपाय रोकथाम के लिए हैं, इलाज के विकल्प नहीं।

  • लहसुन (Garlic): रक्त प्रवाह बेहतर करता है।
  • मेथी के बीज (Fenugreek): कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक।
  • आंवला (Indian Gooseberry): एंटीऑक्सीडेंट गुणों से हृदय को सुरक्षा।
  • ग्रीन टी (Green Tea): ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है।

सावधानियाँ (Precautions after Angioplasty):

  • स्टेंट लगने के बाद भारी काम या व्यायाम से कुछ समय बचें।
  • डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं नियमित लें।
  • घाव स्थल की सफाई बनाए रखें।
  • रक्तचाप और शुगर पर नजर रखें।

कैसे पहचानें कि एंजियोप्लास्टी की ज़रूरत है? (How to Recognize the Need for Angioplasty?)

  • बार-बार सीने में दर्द
  • दवाओं से आराम न मिलना
  • ईसीजी या स्ट्रेस टेस्ट में असामान्यता
  • कोरोनरी एंजियोग्राफी में अवरोध दिखना

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

Q1: क्या एंजियोप्लास्टी सुरक्षित है?
हाँ, यह आमतौर पर सुरक्षित प्रक्रिया है लेकिन कुछ जोखिम जैसे ब्लीडिंग, इंफेक्शन या रेस्टेनोसिस हो सकते हैं।

Q2: क्या स्टेंट आजीवन रहता है?
कुछ स्टेंट जीवनभर रहते हैं जबकि कुछ बायोडिग्रेडेबल होते हैं।

Q3: क्या एंजियोप्लास्टी के बाद फिर से ब्लॉकेज हो सकता है?
हाँ, विशेष रूप से यदि जीवनशैली में बदलाव न किया जाए तो।

Q4: कितने दिनों में सामान्य जीवन शुरू किया जा सकता है?
3 से 7 दिनों में सामान्य गतिविधियों की ओर लौट सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

निष्कर्ष (Conclusion):

एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) हृदय रोगियों के लिए जीवन रक्षक प्रक्रिया हो सकती है यदि समय रहते की जाए। सही समय पर जांच, उपचार और जीवनशैली में सुधार करके इस प्रक्रिया से बचा भी जा सकता है। यदि आपको या आपके किसी परिजन को लगातार सीने में दर्द या हृदय से संबंधित लक्षण हों, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।



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