Khushveer Choudhary

Annular Pancreas– परिचय, कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

एनुलर पैंक्रियास (Annular Pancreas) एक दुर्लभ जन्मजात (congenital) स्थिति है जिसमें पैंक्रियास (अग्न्याशय) की एक पट्टी आंत के एक भाग (डुओडेनम) के चारों ओर घेर लेती है। इससे डुओडेनम (छोटी आंत का पहला हिस्सा) में संकीर्णता या रुकावट हो सकती है, जिससे भोजन के पाचन में समस्या होती है।








एनुलर पैंक्रियास क्या है? (What is Annular Pancreas?)

यह स्थिति तब होती है जब भ्रूण के विकास के दौरान पैंक्रियास की दो “लॉब्स” ठीक से जुड़कर डुओडेनम के चारों ओर एक अंगूठी (ring) बना लेती हैं। इस अंगूठी के कारण डुओडेनम संकुचित हो जाता है या अवरुद्ध हो जाता है।

एनुलर पैंक्रियास कारण (Causes of Annular Pancreas)

  • यह एक जन्मजात दोष है, जो भ्रूण विकास के दौरान होता है।
  • पैंक्रियास के विकास में असामान्यता।
  • आनुवांशिक कारणों की संभावना भी हो सकती है।

एनुलर पैंक्रियास लक्षण (Symptoms of Annular Pancreas)

  • नवजात शिशु में उल्टी (विशेषकर पित्त युक्त उल्टी)।
  • भूख न लगना और वजन न बढ़ना।
  • पेट में सूजन और दर्द।
  • खाने के बाद पेट में भारीपन या असहजता।
  • पाचन में समस्या।
  • वयस्कों में कभी-कभी पेट दर्द, पाचन तंत्र के अन्य विकार।

एनुलर पैंक्रियास कैसे पहचाने? (How to Diagnose Annular Pancreas?)

  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): शुरुआती जांच के लिए।
  • सीटी स्कैन (CT scan) या एमआरआई (MRI): पैंक्रियास और डुओडेनम की स्थिति देखने के लिए।
  • बारियम एन्ग्राफी (Barium studies): डुओडेनम के अवरुद्ध होने का पता लगाने के लिए।
  • एंडोस्कोपी (Endoscopy): पाचन तंत्र की प्रत्यक्ष जांच के लिए।

एनुलर पैंक्रियास इलाज (Treatment of Annular Pancreas)

  • नवजात शिशुओं में जहां डुओडेनम अवरुद्ध होता है, वहां सर्जरी की जरूरत होती है (जैसे डुओडेनल बाईपास)।
  • वयस्कों में लक्षण होने पर सर्जरी या अन्य चिकित्सीय उपाय।
  • पेट दर्द या पाचन समस्या के लिए दवाएं।
  • लक्षणों के अनुसार उपचार।

एनुलर पैंक्रियास कैसे रोके (Prevention)

  • चूंकि यह जन्मजात है, इसलिए इसका कोई निश्चित रोकथाम नहीं।
  • प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर की नियमित जांच और अल्ट्रासाउंड।
  • परिवार में कोई जन्मजात विकार हो तो Genetic Counseling।

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • पाचन को बेहतर बनाने के लिए हल्का और संतुलित आहार।
  • भोजन को छोटे-छोटे हिस्सों में लें।
  • भारी भोजन से बचें।
  • डॉक्टर से परामर्श के बिना दवाएं न लें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • नवजात शिशु में उल्टी या पाचन संबंधी कोई भी समस्या दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
  • लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
  • सर्जरी के बाद नियमित फॉलो-अप जरूरी।
  • बच्चों और वयस्कों में पाचन संबंधी लक्षणों पर ध्यान दें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: क्या एनुलर पैंक्रियास जानलेवा हो सकता है?
A1: यदि समय पर इलाज न हो तो नवजात शिशुओं में गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सर्जरी से ठीक किया जा सकता है।

Q2: क्या यह बीमारी वयस्कों में भी हो सकती है?
A2: यह जन्मजात है, लेकिन कुछ मामलों में वयस्कों में लक्षण बाद में दिख सकते हैं।

Q3: क्या इसके कारण पाचन की पूरी क्षमता प्रभावित होती है?
A3: हां, अवरुद्ध डुओडेनम से पाचन प्रभावित हो सकता है।

Q4: क्या सर्जरी के बिना इलाज संभव है?
A4: गंभीर अवरुद्धता में सर्जरी आवश्यक होती है। हल्के मामलों में लक्षण अनुसार दवाएं दी जाती हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

एनुलर पैंक्रियास एक दुर्लभ जन्मजात विकार है जो पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। समय पर पहचान और उचित इलाज से इसके गंभीर परिणामों को टाला जा सकता है। किसी भी पाचन समस्या या नवजात में उल्टी होने पर तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें।


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