ऑडियोमेट्री (Audiometry) एक विशेष परीक्षण प्रक्रिया है जो यह मापती है कि कोई व्यक्ति कितनी आवाज़ें सुन सकता है। यह परीक्षण सुनने की क्षमता (Hearing Ability) और श्रवण हानि (Hearing Loss) का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। यह कानों की जांच के लिए एक अनिवार्य और वैज्ञानिक तरीका है जो सुनाई देने वाली आवाज़ों की तीव्रता (intensity) और पिच (pitch) को परखता है।
ऑडियोमेट्री टेस्ट क्या है (What is Audiometry Test):
ऑडियोमेट्री एक गैर-इनवेसिव (non-invasive) परीक्षण है जो यह जानने में मदद करता है कि व्यक्ति किस हद तक ध्वनि को सुनने में सक्षम है। इसके लिए विशेष उपकरण जैसे ऑडियोमीटर (Audiometer) और हेडफोन का प्रयोग होता है। यह टेस्ट यह भी निर्धारित करता है कि सुनने की हानि किस प्रकार की है – कंडक्टिव (Conductive), सेंसोरीन्यूरल (Sensorineural) या मिक्स्ड हियरिंग लॉस (Mixed Hearing Loss)।
किन कारणों से करवाया जाता है ऑडियोमेट्री (Causes or Indications for Audiometry):
- सुनाई न देना या धीरे-धीरे सुनने की क्षमता कम होना
- बार-बार कान में इंफेक्शन या दर्द होना
- बच्चों में भाषा या बोलने में देरी (Speech delay)
- टिनिटस (Tinnitus) – कान में घंटी या सीटी बजना
- कान में आवाजों को समझने में परेशानी
- कानों में चोट लगना या शोरगुल वाले वातावरण में कार्य करना
- कान की सर्जरी के पहले या बाद में मूल्यांकन हेतु
सुनने की समस्या के लक्षण (Symptoms of Hearing Loss):
- सामान्य बातचीत में शब्दों को समझने में कठिनाई
- लोग क्या कह रहे हैं, यह बार-बार पूछना
- फोन पर बातचीत में कठिनाई
- टीवी या रेडियो की आवाज़ बहुत तेज़ कर देना
- शोर वाले स्थानों में लोगों की बातें स्पष्ट न सुन पाना
- स्कूल जाने वाले बच्चों में पढ़ाई में कमजोरी
- टिनिटस (कानों में सीटी या बजना)
ऑडियोमेट्री टेस्ट की प्रक्रिया (Audiometry Test Procedure):
- मरीज को साउंडप्रूफ रूम में बैठाया जाता है।
- उसे हेडफोन पहनाया जाता है जो एक ऑडियोमीटर से जुड़ा होता है।
- विभिन्न तीव्रता (decibels) और पिच (frequency) की आवाजें सुनाई जाती हैं।
- मरीज को हर आवाज़ सुनने पर एक बटन दबाने या इशारा करने को कहा जाता है।
- यह प्रक्रिया दोनों कानों के लिए की जाती है।
- टोन ऑडियोमेट्री, स्पीच ऑडियोमेट्री, और टाइम्पेनोमेट्री जैसी उप-पद्धतियां भी की जा सकती हैं।
ऑडियोमेट्री टेस्ट कैसे पहचाने (Diagnosis):
- रिपोर्ट में Audiogram नामक चार्ट तैयार किया जाता है जो यह दिखाता है कि मरीज कितनी तीव्रता और किस आवृत्ति की आवाजें सुन सकता है।
- इसके आधार पर सुनने की हानि की श्रेणी तय की जाती है:
- 0–25 dB: सामान्य सुनने की क्षमता
- 26–40 dB: हल्की हानि
- 41–55 dB: मध्यम हानि
- 56–70 dB: मध्यम से गंभीर हानि
- 71–90 dB: गंभीर हानि
- 90 dB: गहन हानि (Profound Loss)
ऑडियोमेट्री टेस्ट इलाज (Treatment Options):
- श्रवण यंत्र (Hearing Aids) – हल्की से मध्यम हानि में उपयोगी
- कॉक्लियर इम्प्लांट (Cochlear Implant) – गंभीर मामलों में
- दवाओं द्वारा संक्रमण का इलाज – यदि कंडक्टिव लॉस हो
- सर्जरी – जैसे टाइम्पेनोप्लास्टी, स्टेपेडेक्टोमी आदि
- स्पीच थैरेपी – बच्चों में सुनने की समस्या के साथ भाषा विकास के लिए
ऑडियोमेट्री टेस्ट कैसे रोके (Prevention Tips for Hearing Loss):
- तेज़ आवाज़ों से बचाव – ईयर प्लग का उपयोग करें
- कानों की सफाई सावधानीपूर्वक करें
- हेडफोन का अत्यधिक उपयोग न करें
- संक्रमण को अनदेखा न करें
- बच्चों के कानों में खिलौनों या अन्य वस्तुओं को डालने से रोकें
- नियमित कान की जांच कराएं, खासकर यदि जोखिम वाला कार्य करते हैं
- दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें – कुछ दवाएं कानों पर असर डाल सकती हैं
घरेलू उपाय (Home Remedies):
- सरसों का तेल हल्का गर्म करके कान में डालने से खुजली और सूजन में राहत
- तुलसी के पत्तों का रस – कान दर्द में उपयोगी
- लहसुन का तेल – संक्रमण से राहत के लिए
- भाप लेना (Steam inhalation) – बंद नाक और कान खोलने के लिए
- ओमेगा-3 युक्त आहार – श्रवण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
- ध्वनि ध्यान अभ्यास (Sound meditation) – सुनने की शक्ति को बढ़ावा देने में सहायक
ध्यान दें: कोई भी घरेलू उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें, विशेषकर यदि कान से पस या खून आ रहा हो।
सावधानियाँ (Precautions):
- कान में खुद से कोई चीज़ डालने से बचें (जैसे पिन या माचिस)
- संक्रमण को नजरअंदाज न करें
- तेज़ आवाज़ों में लंबे समय तक न रहें
- बच्चों की सुनने की क्षमता पर विशेष ध्यान दें
- कान में तरल पदार्थ जाने से बचाएं, विशेष रूप से तैराकी करते समय
- कान में दर्द या सुनने में कमी आते ही ईएनटी विशेषज्ञ से संपर्क करें
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
प्रश्न 1: क्या ऑडियोमेट्री टेस्ट दर्दनाक होता है?
उत्तर: नहीं, यह पूरी तरह से दर्द रहित और सुरक्षित परीक्षण है।
प्रश्न 2: क्या ऑडियोमेट्री टेस्ट बच्चों में किया जा सकता है?
उत्तर: हां, यह बच्चों और वयस्कों दोनों में किया जा सकता है, विशेष रूप से यदि बच्चा बोलने में देर कर रहा हो।
प्रश्न 3: टेस्ट में कितना समय लगता है?
उत्तर: यह लगभग 20 से 30 मिनट में पूरा हो जाता है।
प्रश्न 4: क्या इससे सुनने की हानि का इलाज संभव है?
उत्तर: टेस्ट से केवल निदान होता है, इलाज श्रवण हानि के कारण पर निर्भर करता है – जैसे यंत्र, दवा, या सर्जरी।
निष्कर्ष (Conclusion):
ऑडियोमेट्री (Audiometry) एक बेहद उपयोगी परीक्षण है जो सुनने की क्षमता का आकलन करता है और यह जानने में मदद करता है कि आपको श्रवण यंत्र, सर्जरी या दवा की आवश्यकता है या नहीं। बढ़ती उम्र, शोरगुल, संक्रमण और जीवनशैली में लापरवाही से सुनने की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। समय रहते की गई जांच, सही इलाज और सावधानियाँ अपनाकर आप अपनी श्रवण शक्ति को लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं।