Auto-Brewery Syndrome कारण, लक्षण, इलाज और रोकथाम की पूरी जानकारी

ऑटो-ब्रूवरी सिंड्रोम (Auto-Brewery Syndrome) एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में मौजूद कुछ प्रकार के जीवाणु और यीस्ट (Yeast) आंतरिक रूप से शराब (Ethanol) का निर्माण करने लगते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि व्यक्ति बिना शराब पीए भी मदिरा के प्रभाव जैसे लक्षण अनुभव करता है। इसे “Gut Fermentation Syndrome” भी कहा जाता है।

ऑटो-ब्रूवरी सिंड्रोम क्या होता है? (What is Auto-Brewery Syndrome?)

इस स्थिति में आंतरिक आंत (Intestine) में Candida या Saccharomyces जैसे यीस्ट कार्बोहाइड्रेट (चावल, ब्रेड, चीनी आदि) को शराब में बदल देते हैं। इससे रक्त में एल्कोहल (Blood Alcohol Content) बढ़ जाता है और व्यक्ति को नशे की तरह लक्षण महसूस होते हैं।

मुख्य बातें:

  • बिना शराब पीए नशे की स्थिति
  • आंतरिक शराब निर्माण
  • कुछ रोगियों में केवल उच्च कार्बोहाइड्रेट आहार लेने पर लक्षण

ऑटो-ब्रूवरी सिंड्रोम कारण (Causes of Auto-Brewery Syndrome)

  1. आंत में यीस्ट संक्रमण (Yeast Overgrowth in Gut):
    1. Candida Albicans और Saccharomyces Cerevisiae प्रमुख कारण।
  2. एंटीबायोटिक का अधिक उपयोग (Excessive Antibiotic Use):
    1. प्राकृतिक आंत के बैक्टीरिया को खत्म करके यीस्ट को बढ़ावा देना।
  3. उच्च कार्बोहाइड्रेट डाइट (High-Carbohydrate Diet):
    1. ब्रेड, राइस, शुगर और स्टार्च अधिक मात्रा में लेने से।
  4. पाचन संबंधी समस्याएं (Digestive Disorders):
    1. पेट का स्लो मेटाबॉलिज्म या गैस्ट्रिक रिफ्लक्स।
  5. इम्यून सिस्टम की कमजोरी (Weak Immune System):
    1. शरीर के प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर संक्रमण बढ़ सकता है।

ऑटो-ब्रूवरी सिंड्रोम लक्षण (Symptoms of Auto-Brewery Syndrome)

  • नशे जैसे लक्षण (Intoxication Symptoms):
    1. चक्कर आना (Dizziness)
    1. संतुलन खोना (Loss of Balance)
    1. नींद और ध्यान में कमी (Drowsiness, Difficulty in Concentration)
  • मूड और व्यवहार में बदलाव (Mood and Behavioral Changes):
    1. चिड़चिड़ापन (Irritability)
    1. अचानक उत्साहित या उदास होना
  • पाचन संबंधी समस्याएँ (Digestive Problems):
    1. पेट फूलना (Bloating)
    1. गैस (Gas)
    1. दस्त या कब्ज (Diarrhea or Constipation)
  • अल्कोहल टेस्ट पॉजिटिव (Positive Breath or Blood Alcohol Test)
    1. बिना शराब पीए भी अल्कोहल टेस्ट पॉजिटिव आना।

कैसे पहचाने (How to Diagnose Auto-Brewery Syndrome)

  1. क्लिनिकल हिस्ट्री (Clinical History):
    • मरीज के लक्षण, आहार और शराब सेवन का इतिहास।
  2. रक्त और यूरिन टेस्ट (Blood & Urine Test):
    • Blood Alcohol Content (BAC) मापना।
  3. स्टूल और गैस्ट्रिक टेस्ट (Stool & Gastric Tests):
    • आंत में यीस्ट या बैक्टीरिया का ओवरग्रोथ जांचना।
  4. ग्लूकोज चैलेंज टेस्ट (Glucose Challenge Test):
    • मरीज को शुगर देने के बाद BAC मापा जाता है।

Auto-Brewery Syndrome इलाज (Treatment of Auto-Brewery Syndrome)

  1. एंटी-फंगल दवाइयाँ (Antifungal Medications):
    • Fluconazole, Nystatin आदि।
  2. डाइट में बदलाव (Dietary Modifications):
    • उच्च कार्बोहाइड्रेट और शुगर से बचना।
    • प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार लेना।
  3. प्रोबायोटिक्स (Probiotics):
    • आंत के अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने के लिए।
  4. लाइफस्टाइल बदलाव (Lifestyle Changes):
    • नियमित व्यायाम
    • पर्याप्त पानी पीना
    • तनाव कम करना

Auto-Brewery Syndrome कैसे रोके (Prevention of Auto-Brewery Syndrome)

  • संतुलित आहार (Balanced Diet)
  • अनावश्यक एंटीबायोटिक का प्रयोग न करना
  • चीनी और स्टार्च का सेवन नियंत्रित करना
  • प्रोबायोटिक फूड्स जैसे दही, किमची आदि लेना
  • नियमित स्वास्थ्य जांच

घरेलू उपाय (Home Remedies)

  1. दही (Curd/Yogurt):
    • आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
  2. लहसुन (Garlic):
    • प्राकृतिक एंटी-फंगल गुण।
  3. अदरक (Ginger):
    • पाचन सुधारने में सहायक।
  4. कम कार्ब डाइट (Low-Carb Diet):
    • ब्रेड, पास्ता, राइस कम करना।

सावधानियाँ (Precautions)

  • शराब से दूरी
  • प्रोबायोटिक सप्लीमेंट केवल डॉक्टर की सलाह से
  • लक्षण बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क
  • रक्त और यूरिन टेस्ट नियमित करवाना

FAQs (Frequently Asked Questions)

Q1. क्या यह स्थिति गंभीर हो सकती है?
हाँ, अगर untreated छोड़ दिया जाए तो लगातार शराब स्तर बढ़ने से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

Q2. क्या बच्चे या बुजुर्ग भी प्रभावित हो सकते हैं?
हाँ, किसी भी उम्र में यह समस्या हो सकती है।

Q3. क्या यह पूरी तरह ठीक हो सकता है?
सही डाइट, दवा और जीवनशैली से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Q4. क्या यह शराब पीने जैसी लत पैदा करता है?
नहीं, यह केवल शरीर में स्वयं शराब बनने की स्थिति है, लत नहीं।

निष्कर्ष (Conclusion)

ऑटो-ब्रूवरी सिंड्रोम (Auto-Brewery Syndrome) एक दुर्लभ लेकिन नियंत्रित करने योग्य बीमारी है। सही डायग्नोसिस, एंटी-फंगल उपचार, डाइट में बदलाव और प्रोबायोटिक्स के माध्यम से व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है।
समय पर पहचान और उपचार से इसके नशे जैसे प्रभावों से बचा जा सकता है।


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