डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू (Ductal Carcinoma in Situ – DCIS) स्तन कैंसर का प्रारंभिक और शुरुआती चरण है, जिसमें कैंसर की कोशिकाएं केवल दूध की नलियों (milk ducts) के अंदर तक सीमित होती हैं और उन्होंने आसपास के ऊतकों में फैलाव नहीं किया होता। यह एक नॉन-इनवेसिव ब्रेस्ट कैंसर (non-invasive breast cancer) कहलाता है और समय पर इलाज कराने पर पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है।
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू क्या होता है (What is DCIS):
DCIS एक प्रकार का प्रारंभिक स्तन कैंसर है जिसमें असामान्य कोशिकाएं स्तन की नलियों के भीतर पाई जाती हैं लेकिन वह आसपास के स्तन ऊतकों में नहीं फैली होतीं। यह कैंसर बनने से पहले की स्थिति मानी जाती है, और इसका इलाज जरूरी होता है क्योंकि इससे भविष्य में इनवेसिव कैंसर बनने का खतरा रहता है।
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू के कारण (Causes of DCIS):
- हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes)
- अनुवांशिक कारण (Genetic mutations – जैसे BRCA1 और BRCA2 जीन)
- पूर्व में स्तन कैंसर की हिस्ट्री होना
- रेडिएशन का पूर्व एक्सपोजर
- बढ़ती उम्र (40 वर्ष से ऊपर)
- मोटापा और अस्वस्थ जीवनशैली
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू के लक्षण (Symptoms of DCIS):
- अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होता
- कुछ मामलों में निप्पल से रक्तस्त्राव (bloody nipple discharge)
- स्तन में गांठ (lump) महसूस होना
- मैमोग्राफी में कैल्सीफिकेशन (calcium deposits) का दिखना
- स्तन की त्वचा या निप्पल में बदलाव
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू की पहचान कैसे करें (How to Identify DCIS):
- मैमोग्राफी (Mammography): सबसे आम जांच जिससे DCIS की पहचान होती है
- बायोप्सी (Biopsy): टिशू सैंपल लेकर कोशिकाओं की जांच
- MRI या अल्ट्रासाउंड: विशेष मामलों में किया जाता है
- हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट: DCIS की पुष्टि करने के लिए
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू का इलाज (Treatment of DCIS):
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सर्जरी (Surgery):
- लम्पेक्टॉमी (Lumpectomy): केवल प्रभावित हिस्सा निकालना
- मास्टेक्टॉमी (Mastectomy): संपूर्ण स्तन को निकालना (यदि बड़ा क्षेत्र प्रभावित हो)
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रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy): सर्जरी के बाद दोबारा कैंसर बनने से रोकने के लिए
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हार्मोन थेरेपी (Hormonal Therapy): यदि ट्यूमर एस्ट्रोजन रिसेप्टर पॉजिटिव हो
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निगरानी (Active Surveillance): कुछ मामलों में केवल नियमित फॉलोअप किया जाता है
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू इसे कैसे रोके (Prevention Tips):
- नियमित स्तन जांच और मैमोग्राफी करवाना
- हेल्दी वजन बनाए रखना
- शराब और धूम्रपान से बचना
- नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लेना
- हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से पहले डॉक्टर की सलाह लेना
घरेलू उपाय (Home Remedies for Comfort):
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू का कोई घरेलू इलाज नहीं होता, लेकिन कुछ सपोर्टिव उपाय लाभदायक हो सकते हैं:
- पौष्टिक भोजन लेना – सब्जियां, फल, ओमेगा-3 युक्त आहार
- ग्रीन टी या हल्दी जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त पदार्थ
- तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान और सकारात्मक सोच
- सर्जरी या थेरेपी के बाद शरीर को आराम देना
सावधानियाँ (Precautions):
- मैमोग्राफी की रिपोर्ट को नजरअंदाज न करें
- परिवार में कैंसर का इतिहास हो तो विशेष सावधानी रखें
- हार्मोनल दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करें
- स्तन में किसी भी असामान्यता को नजरअंदाज न करें
- नियमित फॉलोअप और चेकअप करवाना जरूरी है
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
Q1. क्या DCIS स्तन कैंसर है?
A1. हां, यह स्तन कैंसर का प्रारंभिक रूप है, लेकिन यह नॉन-इनवेसिव होता है, यानी फैलता नहीं है।
Q2. क्या DCIS का इलाज जरूरी है?
A2. हां, इलाज जरूरी है ताकि यह इनवेसिव कैंसर में न बदले।
Q3. क्या DCIS दोबारा हो सकता है?
A3. यदि पूर्ण इलाज न हो या नियमित निगरानी न की जाए, तो दोबारा होने की संभावना होती है।
Q4. क्या मास्टेक्टॉमी के बाद DCIS खत्म हो जाता है?
A4. हां, लेकिन फॉलोअप जरूरी होता है क्योंकि पुनरावृत्ति की थोड़ी संभावना रहती है।
Q5. क्या यह पुरुषों में भी हो सकता है?
A5. बहुत ही दुर्लभ मामलों में, लेकिन हां, पुरुषों में भी DCIS हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
डक्टल कार्सिनोमा इन साइटू (DCIS) स्तन कैंसर की शुरुआती अवस्था है, जिसे समय पर पहचानकर सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। नियमित जांच, सतर्कता और सही चिकित्सा से इस रोग को गंभीर रूप लेने से रोका जा सकता है। जागरूकता ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।