Khushveer Choudhary

Jejunal Intussusception– कारण, लक्षण, पहचान, इलाज व रोकथाम

“Intussusception” का अर्थ है आंत्र की एक भाग का अगली आंत्र की भाग में प्रवेश करना – जैसे दूरबीन (‘telescope’) की नली सगाई हो जाए।

जब यह घटना विशेष रूप से Jejunum (छोटी आंत्र का एक भाग) में होती है, तो इसे ‘jejunal intussusception’ कहा जाता है। यानि, जे­जुनम का एक भाग अपने आगे वाले से भाग में प्रवेश कर जाता है। यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर स्थिति है, खासकर वयस्कों में।

Jejunal Intussusception क्या होता है (What is)

  • सामान्य आंत्र क्रिया में भोजन-पदार्थ आगे की ओर अन्तःसंचरण (peristalsis) द्वारा बढ़ता है। लेकिन यदि आंत्र में किसी कारण से एक भाग धक्का खा कर अपने आगे वाले भाग में प्रवेश कर जाए, तो वह भाग ‘intussusceptum’ कहलाता है और जिस भाग में यह प्रवेश करता है उसे ‘intussuscipiens’ कहते हैं।
  • जे­जुनम में यह घटना तब होती है जब जे­जुनल हिस्सा आगे वाले जे­जुनम या आगे की आंत्र में प्रवेश कर जाता है। इससे आंत्र अवरोध (obstruction), रक्त प्रवाह बाधित होना, इस्केमिया (ischemia) और कभी-कभी आंत्र की दीवार का मर जाना (necrosis) हो सकता है।
  • वयस्कों में ऐसी स्थिति असामान्य है और अक्सर इसके पीछे कोई ‘लीड पॉइंट’ (lead point) अर्थात आंत्र की दीवार में कोई पोलिप, ट्यूमर, फटी हुई जगह, चिपकेपन (adhesion) आदि मिलता है।

Jejunal Intussusception कारण (Causes)

जे­जुनल इंटसस्सेप्शन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  1. लीड प्वाइंट (Lead point) – वयस्क मामलों का लगभग ९०% हिस्सा किसी लीड प्वाइंट से जुड़ा हुआ है, जैसे कि जे­जुनम में लिपोमा, हैमारतोमस पोलिप, अन्य ट्यूमर।
  2. चिपकेपन या पिछली सर्जरी – आंत्र के पिछले ऑपरेशन के बाद चिपकेपन (adhesions) या फीडिंग जे­जुनोस्टॉमी जैसी प्रक्रियाओं के कारण।
  3. वयस्क में दुर्लभ, बच्चों में अधिक सामान्य कारण – बच्चों में कारण अक्सर अस्पष्ट (idiopathic) होते हैं, जबकि वयस्कों में स्पष्ट कारण मिलते हैं।
  4. जीवनशैली-या अन्य रोग – उदाहरणस्वरूप, Crohn's disease जैसी आंत्र की सूजन संबंधी बीमारी में भी जे­जुनल इंटसस्सेप्शन रिकॉर्ड हुआ है।

Jejunal Intussusception लक्षण (Symptoms of Jejunal Intussusception)

जे­जुनल इंटसस्सेप्शन के लक्षण बच्चों और वयस्कों में भिन्न हो सकते हैं। नीचे मुख्य लक्षण दिए जा रहे हैं:

  • पेट में दर्द (abdominal pain) – अचानक या आवर्ती, खासकर आंत्र भटकने-वाले हिस्से में।
  • उल्टी (Vomiting) या जी घबराना (nausea) – विशेषकर जब आंत्र का हाल अवरुद्ध हो जाए।
  • पेट फूला हुआ लगना (abdominal distension) या गैस बनना।
  • मल में रक्त या म्यूकस (stool mixed with blood/mucus) – हालांकि जे­जुनल स्थान पर यह कम देखा जाता है, अधिकतर ileocolic मामलों में मिलता है।
  • वजन घटना, भूख में कमी – यदि लंबे समय तक समस्या बनी रहे।
  • कभी–कभी पेट में गांठ महसूस होना (palpable abdominal mass) – विशेष रूप से बच्चों या मोटे मरीजों में।

Jejunal Intussusception कैसे पहचाने (How to recognize)

  1. चिकित्सकीय इतिहास व परीक्षा – पेट में दर्द, उल्टी और अवरोध के संकेत विशेष ध्यान देने योग्य हैं।
  2. रोग-विश्लेषण (Imaging & investigations)
    1. अल्ट्रासाउंड – बच्चों में शुरुआती स्क्रीनिंग। “टारगेट साइन” (target sign) अथवा “डोनट साइन” (donut sign) दिख सकती है।
    1. सीटी स्कैन (CT scan) – वयस्कों में अधिक उपयोगी; लेड प्वाइंट की पहचान में मदद करती है।
    1. एक्स-रे या अन्य जांच – यदि आंत्र अवरोध या जटिलता की संभावना हो।
  3. सिग्नल अलर्ट – यदि अचानक पेट दर्द के साथ उल्टी, पेट फूला होना, मल बदलना हो, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।

Jejunal Intussusception इलाज (Treatment)

  • आपात स्थिति में – यदि आंत्र अवरोध, इस्केमिया या पेरिटोनिटिस (peritonitis) का संकेत हो, तत्काल सर्जरी की आवश्यकता होती है।
  • वयस्कों में – अधिकांश मामलों में सर्जिकल रिडक्शन (reduction) या उस आंत्र खंड (segment) का रिसेक्शन (resection) करना बेहतर माना जाता है क्योंकि लीड प्वाइंट malignancy का संकेत हो सकता है।
  • बच्चों में – कुछ मामलों में एनीमा (enema) या हाइड्रोस्टैटिक रिडक्शन (hydrostatic reduction) किया जा सकता है, पर जे­जुनल मामलों में यह कम उपयोगी है।
  • पिछली सर्जरी-जुड़ा मामले – फीडिंग जे­जुनोस्टॉमी के बाद यदि जे­जुनल इंटसस्सेप्शन हो जाए तो सर्जरी व भोजन मार्ग (feeding route) में बदलाव करना पड़ सकता है।

Jejunal Intussusception कैसे रोके एवं घरेलू उपाय (Prevention & Home measures)

  • आंत्र स्वास्थ्य बनाए रखें – नियमित, संतुलित भोजन लें, कब्ज (constipation) न रखें।
  • यदि आपने पिछली पेट/आंत्र सर्जरी करवाई है, नियमित चिकित्सकीय फॉलो-अप करें।
  • उल्टी, वजन कम होना, पेट में लंबी अवधि से दर्द हो रहा हो तो तुरंत चिकित्सक से करें।
  • घरेलू “उपाय” के रूप में: हल्का भोजन, बहुत तीखा/भारी भोजन से बचें, खूब पानी पीएँ—लेकिन ध्यान दें: ये उपाय मुख्य इलाज का विकल्प नहीं हैं, केवल सहायक हैं।
  • ध्यान दें कि इस स्थिति को घरेलू उपायों से सिर्फ आराम देना संभव है, लेकिन मूल कारक (lead point) को चिकित्सकीय रूप से निदान व इलाज करना आवश्यक है।

सावधानियाँ (Precautions)

  • इस स्थिति को हल्के में न लें – समय पर इलाज न मिलने पर आंत्र का रक्त प्रवाह बंद हो सकता है, और आंत्र में छिद्र (perforation), संक्रमण (sepsis) तक हो सकता है।
  • स्वयं दबाव डालकर दर्द कम करना, घरेलू दवाइयाँ लेना, विलंब करना खतरे को बढ़ा देता है।
  • यदि डॉक्टर ने imaging या सर्जरी सुझाई है तो उसे टालना ठीक नहीं है।
  • बच्चों में विशेष सतर्कता आवश्यक है क्योंकि लक्षण कभी-कभी सामान्य पेट दर्द जैसा दिख सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या यह सिर्फ बच्चों में होता है?
A. नहीं। बच्चों में यह अधिक आम है, लेकिन वयस्कों में भी हो सकता है, विशेष रूप से जे­जुनम में. वयस्क मामलों में लगभग १% से कम आंत्र अवरोध कारण होते हैं।

Q2. क्या घरेलू उपचार से ठीक हो सकता है?
A. आमतौर पर नहीं। बच्चों में कुछ मामलों में हल्के बेहोशी (self-limiting) हो सकती है, लेकिन जे­जुनल वयस्क मामलों में चिकित्सकीय–सर्जरी का विकल्प सुरक्षित माना जाता है।

Q3. क्या यह दोबारा हो सकता है?
A. हाँ, यदि लीड प्वाइंट मौजूद हो, जो ठीक नहीं हुआ हो। इसलिए कारण का निदान बहुत जरूरी है।

Q4. निदान में कितना समय लगता है?
A. यह स्थिति आपातकालीन हो सकती है। निदान के लिए अल्ट्रासाउंड/CT तुरंत किया जाना चाहिए। सर्जरी में देर होना खतरनाक हो सकता है।

Q5. क्या खान-पान में कोई विशेष बदलाव करें?
A. हाँ, हल्की एवं सुपाच्य भोजन लें, खूब पानी पिएँ, आंत्र को अचानक भारी व बहुत तैलीय भोजन से बचाएँ। लेकिन यह मुख्य उपाय नहीं—मुख्य इलाज चिकित्सा मार्गदर्शन से होगा।

निष्कर्ष

जे­जुनल इंटसस्सेप्शन एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जिसमें छोटी आंत्र का हिस्सा अपने आगे वाले हिस्से में प्रवेश कर जाता है। यदि समय पर निदान व इलाज न हो, तो समस्या गंभीर रूप ले सकती है। विशेष रूप से वयस्कों में इस स्थिति के पीछे अक्सर एक लीड प्वाइंट होता है—जिसका पता लगाना व उसे हटाना महत्वपूर्ण है। यदि आपके या आपके जानने वाले को पेट में सही-सही न बताई जा रही अचानक दर्द, उल्टी, पेट फूला हुआ या मल व्यवहार बदलने जैसी समस्या हो रही है, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। समय रहते उचित इलाज से अच्छी सुधार की संभावना होती है।

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