केराटोकंजंक्टिवाइटिस (Keratoconjunctivitis) एक ऐसी नेत्र-संबंधी समस्या है जिसमें कॉर्निया (Cornea) और कंजंक्टाइवा (Conjunctiva) — आँख के सफेद भाग और उसकी बाहरी झिल्ली — दोनों में सूजन (inflammation) हो जाती है।
यह स्थिति एलर्जी, संक्रमण, या सूखी आँखों (Dry Eyes) के कारण हो सकती है। समय पर उपचार न करने पर यह दृष्टि (Vision) पर भी असर डाल सकती है।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस क्या होता है? (What is Keratoconjunctivitis)
यह दो शब्दों से मिलकर बना है —
- Keratitis का अर्थ है कॉर्निया की सूजन।
- Conjunctivitis का अर्थ है कंजंक्टाइवा की सूजन।
जब दोनों एक साथ सूज जाते हैं, तो इसे Keratoconjunctivitis कहा जाता है। यह समस्या अस्थायी भी हो सकती है और कभी-कभी क्रॉनिक (Chronic) यानी लंबे समय तक बनी रहने वाली भी हो सकती है।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस के कारण (Causes of Keratoconjunctivitis)
- वायरल संक्रमण (Viral Infection) – सबसे आम कारण Adenovirus होता है।
- एलर्जी (Allergy) – धूल, परागकण (Pollen), धुआं, या रासायनिक पदार्थों से एलर्जिक प्रतिक्रिया।
- बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Infection) – Staphylococcus या Streptococcus बैक्टीरिया के कारण।
- सूखी आँखें (Dry Eye Syndrome) – आँसुओं की कमी से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- रासायनिक संपर्क (Chemical Exposure) – अमोनिया, धुआं या अन्य रासायनिक गैसों से।
- कॉण्टैक्ट लेंस का गलत उपयोग (Improper Contact Lens Use) – संक्रमण का खतरा बढ़ा देता है।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस के लक्षण (Symptoms of Keratoconjunctivitis)
- आँखों में लालपन (Redness)
- खुजली या जलन (Itching or Burning)
- आँसू बहना (Excessive Watering)
- धुंधला दिखाई देना (Blurry Vision)
- आँखों में सूजन (Swelling of Eyelids)
- रेत जैसी अनुभूति (Gritty Sensation)
- तेज रोशनी में असहजता (Sensitivity to Light)
केराटोकंजंक्टिवाइटिस कैसे पहचाने? (How to Identify Keratoconjunctivitis)
- आँखों में लगातार खुजली, लालपन और जलन बनी रहे।
- कॉन्टैक्ट लेंस पहनने पर असुविधा महसूस हो।
- आँखों से पानी या म्यूकस जैसी सामग्री निकलना।
- नेत्र चिकित्सक (Eye Specialist) द्वारा Slit Lamp Examination कराने पर कॉर्निया और कंजंक्टाइवा की सूजन स्पष्ट दिखाई देती है।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस का इलाज (Treatment of Keratoconjunctivitis)
- वायरल केस में (In Viral Cases) – यह अक्सर स्वयं ठीक हो जाता है। डॉक्टर Antiviral या Lubricating Eye Drops दे सकते हैं।
- बैक्टीरियल केस में (In Bacterial Cases) – Antibiotic Eye Drops या Ointment दी जाती है।
- एलर्जिक केस में (In Allergic Cases) – Antihistamine या Steroid Eye Drops से राहत मिलती है।
- सूखी आँखों में (In Dry Eye Type) – Artificial Tears या Lubricant Drops दी जाती हैं।
- रासायनिक संपर्क के बाद (After Chemical Exposure) – आँख को तुरंत साफ पानी से धोना और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना आवश्यक है।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस से कैसे बचें (Prevention of Keratoconjunctivitis)
- आँखों को बार-बार न रगड़ें।
- धूल या धुएं वाले स्थान पर चश्मा पहनें।
- कॉन्टैक्ट लेंस की स्वच्छता का ध्यान रखें।
- संक्रमित व्यक्ति के तौलिये या रूमाल का उपयोग न करें।
- नियमित रूप से आँखों की जांच करवाएं।
- हाथों को हमेशा साफ रखें।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस के घरेलू उपाय (Home Remedies for Keratoconjunctivitis)
- ठंडी सिकाई (Cold Compress) – जलन और सूजन कम होती है।
- गुलाबजल (Rose Water) – हल्की जलन में राहत दे सकता है (सिर्फ डॉक्टर की सलाह से)।
- खीरे के टुकड़े (Cucumber Slices) – आँखों की थकान कम करने में सहायक।
- गुनगुने पानी से आँख धोना (Rinse with Lukewarm Water) – धूल या एलर्जन हटाने में मदद करता है।
- पर्याप्त जल सेवन (Stay Hydrated) – आँसुओं के संतुलन के लिए जरूरी है।
केराटोकंजंक्टिवाइटिस में सावधानियाँ (Precautions in Keratoconjunctivitis)
- संक्रमण फैलने से रोकने के लिए अपनी आँखों को छूने से बचें।
- मेकअप प्रोडक्ट्स का उपयोग तब तक न करें जब तक पूरी तरह ठीक न हो जाएं।
- कॉन्टैक्ट लेंस को अस्थायी रूप से बंद करें।
- डॉक्टर की दवाओं को बिना परामर्श बंद न करें।
- आँखों में घरेलू नुस्खे (जैसे नींबू का रस या दूध) डालने से बचें — ये नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs about Keratoconjunctivitis)
प्र.1: क्या केराटोकंजंक्टिवाइटिस संक्रामक है?
उत्तर: हाँ, यदि यह वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण के कारण है, तो यह दूसरों में फैल सकता है।
प्र.2: क्या यह स्थायी रूप से दृष्टि को प्रभावित कर सकता है?
उत्तर: सामान्यतः नहीं, लेकिन गंभीर या अनुपचारित मामलों में कॉर्निया को नुकसान हो सकता है।
प्र.3: क्या घरेलू उपाय से ठीक हो सकता है?
उत्तर: हल्के मामलों में कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन उचित इलाज के लिए नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श आवश्यक है।
प्र.4: क्या केराटोकंजंक्टिवाइटिस बार-बार हो सकता है?
उत्तर: हाँ, खासकर यदि कारण एलर्जी या सूखी आँखें हों।
निष्कर्ष (Conclusion)
केराटोकंजंक्टिवाइटिस (Keratoconjunctivitis) एक आम लेकिन कभी-कभी गंभीर नेत्र समस्या है। इसके शुरुआती लक्षणों — लालपन, जलन, या खुजली — को नज़रअंदाज़ न करें। समय पर नेत्र चिकित्सक से जांच करवाना, स्वच्छता का पालन करना और सावधानी बरतना ही इसके उपचार और रोकथाम का सर्वोत्तम तरीका है।