लिपोमा आर्बोरेसेंस (Lipoma Arborescens) एक दुर्लभ, सौम्य (Benign) जोड़ों की स्थिति है, जिसमें सिनोवियल मेम्ब्रेन (Synovial Membrane) — यानी जोड़ों के अंदर की परत — में वसा ऊतक (Fat Tissue) असामान्य रूप से बढ़ जाता है।
यह स्थिति मुख्य रूप से घुटने (Knee Joint) में देखी जाती है, लेकिन यह हिप (Hip), कोहनी (Elbow) या अन्य बड़े जोड़ों में भी हो सकती है।
इस रोग में सिनोवियल झिल्ली में पेड़ जैसी संरचनाएँ बन जाती हैं, जिनमें वसा कोशिकाएँ भरी होती हैं — इसीलिए इसे “Arborescens” कहा गया है (लैटिन शब्द “Arbor” का अर्थ है “Tree-like”)।
लिपोमा आर्बोरेसेंस क्या होता है (What is Lipoma Arborescens)
लिपोमा आर्बोरेसेंस एक गैर-कैंसरस (Non-cancerous) रोग है, जिसमें जोड़ों की अंदरूनी झिल्ली में फैटी टिश्यू का असामान्य जमाव (Fatty Infiltration) होता है।
इससे जोड़ों में सूजन, दर्द और गति में कमी आने लगती है।
यह रोग आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होता है और कई बार वर्षों तक बिना पहचान के रह सकता है।
लिपोमा आर्बोरेसेंस के प्रकार (Types of Lipoma Arborescens)
- Primary Lipoma Arborescens (प्राथमिक प्रकार) – जब यह किसी अन्य जोड़ों की बीमारी के बिना होता है।
- Secondary Lipoma Arborescens (द्वितीयक प्रकार) – जब यह किसी अन्य स्थिति जैसे ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis), रूमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) या चोट (Trauma) के कारण होता है।
लिपोमा आर्बोरेसेंस के कारण (Causes of Lipoma Arborescens)
- जोड़ों में पुरानी सूजन (Chronic Synovial Inflammation)
- बार-बार की चोटें या घुटने में ट्रॉमा (Repeated Joint Trauma)
- ऑस्टियोआर्थराइटिस या रूमेटाइड आर्थराइटिस (Arthritis-related changes)
- वसा कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि (Abnormal Fat Cell Growth)
- लंबे समय तक जोड़ों पर दबाव या उपयोग (Chronic Overuse of Joint)
लिपोमा आर्बोरेसेंस के लक्षण (Symptoms of Lipoma Arborescens)
- जोड़ों में सूजन (Swelling of Joint) – खासकर घुटने में।
- दर्द (Pain) – हल्का से मध्यम, जो समय के साथ बढ़ सकता है।
- जोड़ों में जकड़न (Stiffness in Joint)।
- गतिशीलता में कमी (Reduced Range of Motion)।
- बार-बार तरल पदार्थ भरना (Recurrent Joint Effusion) – यानी जोड़ों में बार-बार पानी जमा होना।
- स्पर्श करने पर नरमी महसूस होना (Soft, Doughy Swelling)।
- लंबे समय तक बैठने या चलने में दर्द बढ़ना (Pain Aggravated by Prolonged Movement)।
लिपोमा आर्बोरेसेंस की पहचान (Diagnosis of Lipoma Arborescens)
- शारीरिक जांच (Physical Examination) – सूजन, दर्द और जोड़ों की गतिशीलता की जाँच।
- एमआरआई स्कैन (MRI Scan) – सबसे सटीक जांच, जिसमें सिनोवियल झिल्ली में पेड़ जैसी वसा संरचनाएँ दिखाई देती हैं।
- एक्स-रे (X-Ray) – जोड़ों में अन्य हड्डी संबंधी विकारों की जांच के लिए।
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) – जोड़ों के तरल पदार्थ और संरचना का अवलोकन करने के लिए।
- बायोप्सी (Biopsy) – यदि कैंसर या अन्य टिश्यू असामान्यता का संदेह हो तो।
लिपोमा आर्बोरेसेंस का इलाज (Treatment of Lipoma Arborescens)
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सर्जरी (Surgery)
- Synovectomy (सिनोवेक्टॉमी): प्रभावित सिनोवियल झिल्ली को शल्यक्रिया द्वारा निकाल दिया जाता है।
- यह रोग के पुनरावृत्ति (Recurrence) को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।
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आर्थोस्कोपिक सर्जरी (Arthroscopic Surgery)
- एक मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया (Minimally Invasive Procedure) जिसमें छोटे चीरे से कैमरे और उपकरणों के जरिए झिल्ली हटाई जाती है।
- रिकवरी तेज होती है और जटिलताएँ कम होती हैं।
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दवाइयाँ (Medications)
- दर्द और सूजन कम करने के लिए NSAIDs (Non-Steroidal Anti-Inflammatory Drugs) दी जाती हैं।
- यदि सेकेंडरी प्रकार है तो संबंधित रोग (जैसे आर्थराइटिस) का इलाज भी जरूरी है।
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फिजियोथेरेपी (Physiotherapy)
- सर्जरी के बाद जोड़ों की गतिशीलता बहाल करने और सूजन कम करने में सहायक।
लिपोमा आर्बोरेसेंस में सावधानियाँ (Precautions in Lipoma Arborescens)
- लंबे समय तक बैठने या वजन डालने से बचें।
- नियमित रूप से हल्के व्यायाम करें।
- वजन नियंत्रित रखें ताकि जोड़ों पर दबाव कम हो।
- संक्रमण से बचें, खासकर सर्जरी के बाद।
- बार-बार सूजन या दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
लिपोमा आर्बोरेसेंस की रोकथाम (Prevention of Lipoma Arborescens)
- जोड़ों की देखभाल करें (Joint Care) – चोट और अत्यधिक दबाव से बचें।
- नियमित व्यायाम (Regular Exercise) – मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत बनाए रखें।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें (Maintain Healthy Weight)।
- आर्थराइटिस या सूजन का समय पर इलाज (Early Treatment of Arthritis)।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs on Lipoma Arborescens)
प्रश्न 1: क्या लिपोमा आर्बोरेसेंस कैंसर है?
उत्तर: नहीं, यह पूरी तरह सौम्य (Benign) रोग है और कैंसर में नहीं बदलता।
प्रश्न 2: क्या इसका इलाज केवल सर्जरी से ही संभव है?
उत्तर: हाँ, सर्जरी ही इसका सबसे प्रभावी इलाज है, क्योंकि इससे प्रभावित सिनोवियल झिल्ली पूरी तरह हटा दी जाती है।
प्रश्न 3: क्या यह रोग दोबारा हो सकता है?
उत्तर: सर्जरी के बाद पुनरावृत्ति दुर्लभ है, लेकिन यदि पूरा सिनोवियम न हटे तो दोबारा हो सकता है।
प्रश्न 4: क्या यह बच्चों में भी होता है?
उत्तर: यह ज्यादातर वयस्कों में होता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में बच्चों में भी पाया गया है।
निष्कर्ष (Conclusion)
लिपोमा आर्बोरेसेंस (Lipoma Arborescens) एक दुर्लभ लेकिन सौम्य जोड़ों की समस्या है, जो आमतौर पर घुटनों को प्रभावित करती है।
समय पर पहचान और सर्जिकल उपचार से इसे पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
यदि आपके जोड़ों में बार-बार सूजन, दर्द या तरल पदार्थ भरने की शिकायत है, तो विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक है।
नियमित देखभाल और फिजियोथेरेपी से जीवन की गुणवत्ता को सामान्य रखा जा सकता है।