Khushveer Choudhary

Meningeal Leukemia कारण, लक्षण, जाँच और उपचार

Meningeal Leukemia एक गंभीर स्थिति है जिसमें ल्यूकेमिया (खून का कैंसर) के कैंसरग्रस्त श्वेत रक्त कोशिकाएँ मेनिंजीज़ (Meninges) — यानी दिमाग और रीढ़ की हड्डी को ढकने वाली झिल्लियों में फैल जाती हैं।

यह Central Nervous System (CNS) Leukemia का एक रूप है।

यह स्थिति बच्चों और वयस्कों दोनों में देखी जाती है, खासकर Acute Lymphoblastic Leukemia (ALL) और Acute Myeloid Leukemia (AML) में।

Meningeal Leukemia क्या है? (What is Meningeal Leukemia)

मेनिंजियल ल्यूकेमिया का मतलब है कि ल्यूकेमिया सेल्स दिमाग और रीढ़ की हड्डी के आसपास जमा हो जाते हैं।
इससे दिमाग और नर्वस सिस्टम के काम पर असर पड़ता है।

यह एक कैंसर का फैलाव (CNS Involvement) है, अलग बीमारी नहीं।

Meningeal Leukemia कारण (Causes)

मुख्य कारण है ल्यूकेमिया सेल्स का खून से CNS में प्रवेश
यह कई वजहों से हो सकता है:

  1. ल्यूकेमिया का आक्रामक प्रकार (High-risk leukemia)
  2. खून में बहुत अधिक कैंसरग्रस्त कोशिकाएँ (High WBC count)
  3. कुछ आनुवांशिक म्यूटेशन
  4. ब्लड–ब्रेन बैरियर को पार करना
  5. इलाज के दौरान CNS में कैंसर का छिप जाना

Meningeal Leukemia लक्षण (Symptoms of Meningeal Leukemia)

लक्षण दिमाग, आंखों और नर्वस सिस्टम से जुड़े होते हैं:

सामान्य लक्षण

  • तीव्र सिरदर्द
  • उल्टी, खासकर सुबह
  • गर्दन में जकड़न
  • बुखार

तंत्रिका तंत्र के लक्षण

  • डबल विज़न
  • संतुलन का बिगड़ना
  • हाथ-पैर में सुन्नपन
  • दौरे (Seizures)
  • बोलने में कठिनाई
  • व्यवहार में बदलाव
  • भ्रम (Confusion)

आंखों से जुड़े लक्षण

  • धुंधली दृष्टि
  • आंखों की नसों का प्रभावित होना

जाँच (Diagnosis of Meningeal Leukemia)

1. Lumbar Puncture (CSF Analysis)

– यह सबसे महत्वपूर्ण टेस्ट है।
– CSF में कैंसर कोशिकाएँ, प्रोटीन और ग्लूकोज स्तर की जाँच की जाती है।

2. MRI Brain / Spine

– मेनिंजीज़ में सूजन या कैंसर फैलाव दिखाता है।

3. Blood Tests

– WBC count
– Peripheral smear
– Bone marrow biopsy (अगर ज़रूरी हो)

4. Cytogenetic & Molecular Testing

– यह बताता है कि कैंसर कितना आक्रामक है।

Meningeal Leukemia इलाज (Treatment of Meningeal Leukemia)

इलाज का उद्देश्य CNS में मौजूद कैंसर कोशिकाओं को खत्म करना है।

1. Intrathecal Chemotherapy

यह सबसे प्रभावी तरीका है।
दवाइयाँ CSF में सीधे दी जाती हैं:

  • Methotrexate
  • Cytarabine
  • Hydrocortisone

2. Systemic Chemotherapy

पूरे शरीर से कैंसर नियंत्रित करने के लिए।

3. Cranial / Craniospinal Radiation

अगर कैंसर बहुत फैल गया हो तो दिमाग या रीढ़ की रेडिएशन दी जाती है।

4. Targeted Therapy

कुछ मामलों में TKIs या अन्य टारगेटेड दवाइयाँ।

5. Stem Cell Transplant (Bone Marrow Transplant)

उच्च-जोखिम (High-risk) या बार-बार होने वाले मामलों में।

जटिलताएँ (Complications)

  • दौरे
  • स्थायी न्यूरोलॉजिकल नुकसान
  • दृष्टि कम होना
  • लीवर/किडनी पर दवाइयों का प्रभाव
  • कैंसर का वापस होना (Relapse)

रोकथाम (Prevention)

ल्यूकेमिया के मरीजों में CNS प्रोफिलैक्सिस दिया जाता है:

  • Intrathecal therapy
  • उच्च-खतरे वाले मरीजों में नियमित निगरानी
  • समय पर MRI और CSF परीक्षण

प्रोग्नोसिस (Prognosis)

  • सही समय पर इलाज से ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • बच्चों में प्रोग्नोसिस आमतौर पर बेहतर होता है।
  • बार-बार होने वाले मामलों में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट मददगार।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. क्या Meningeal Leukemia जानलेवा है?

हाँ, समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा हो सकती है, लेकिन उपचार से नियंत्रण संभव है।

2. क्या यह अलग बीमारी है?

नहीं, यह ल्यूकेमिया का CNS में फैलाव है।

3. इसका सबसे महत्वपूर्ण टेस्ट कौन-सा है?

Lumbar puncture (CSF test)

4. क्या यह बच्चों में ज्यादा होता है?

हाँ, विशेषकर Acute Lymphoblastic Leukemia (ALL) में।


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