Khushveer Choudhary

Mumps : कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

मम्प्स (Mumps), जिसे हिंदी में आमतौर पर हंटिंग ट्यूमर (Parotitis / पेरोटाइटिस) कहा जाता है, एक संक्रामक वायरल बीमारी (Viral Infection) है।

यह मुख्य रूप से पेरोटिड ग्रंथियों (Parotid Glands) को प्रभावित करती है, जो गाल के पास कान के नीचे स्थित होती हैं।
मम्प्स अक्सर बच्चों और किशोरों में पाया जाता है, लेकिन वयस्कों को भी हो सकता है।

मम्प्स क्या होता है  (What is Mumps)

मम्प्स वायरस paramyxovirus परिवार का सदस्य है।
यह संक्रमित व्यक्ति के खाँसी, छींक और सीरिंग के माध्यम से हवा में फैलता है।
संक्रमण के बाद वायरस लार ग्रंथियों (Salivary Glands) में जाकर सूजन और दर्द पैदा करता है।

मम्प्स के कारण (Causes of Mumps)

  1. वायरल संक्रमण (Viral Infection) – मुख्य कारण mumps virus
  2. संपर्क से फैलना (Person-to-Person Transmission) – संक्रमित व्यक्ति के छींक या खाँसी से।
  3. संक्रमित वस्तुओं से संक्रमण (Fomite Transmission) – जैसे गिलास, चम्मच।
  4. प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना (Weakened Immunity) – वयस्क और बच्चों में जोखिम बढ़ जाता है।

मम्प्स के लक्षण (Symptoms of Mumps)

  1. गाल और जबड़े के पास सूजन (Swelling of Cheeks and Jaw)
  2. मुंह खोलने या चबाने में दर्द (Pain on Chewing or Talking)
  3. बुखार (Fever)
  4. थकान और शरीर में दर्द (Fatigue & Body Aches)
  5. सरदर्द (Headache)
  6. कभी-कभी मांसपेशियों में दर्द (Muscle Pain / Myalgia)
  7. सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण (Cold-like Symptoms)

वयस्कों में कुछ जटिलताएँ हो सकती हैं:

  • अंडकोष की सूजन (Orchitis / Testicular Swelling)
  • अंडाशय की सूजन (Oophoritis / Ovary Swelling)
  • दिमाग की सूजन (Meningitis / Encephalitis) दुर्लभ

मम्प्स की पहचान (Diagnosis of Mumps)

  1. शारीरिक जाँच (Physical Examination) – गाल और जबड़े की सूजन।
  2. ब्लड टेस्ट (Blood Tests) – मम्प्स वायरस के एंटीबॉडी (IgM और IgG) का पता लगाने के लिए।
  3. सीरम या लार टेस्ट (Serum or Saliva Test) – वायरल RNA की पहचान के लिए।
  4. इमेजिंग (Ultrasound / CT Scan) – गंभीर मामलों में ग्रंथियों की जाँच।

मम्प्स का इलाज (Treatment of Mumps)

मम्प्स का कोई विशेष एंटीवायरल इलाज नहीं है, अधिकांश मामलों में यह स्वयं ही ठीक हो जाता है।
इलाज का उद्देश्य लक्षण कम करना और जटिलताओं से बचाव करना है:

  1. आराम (Rest) – शरीर की ऊर्जा रिकवरी के लिए।
  2. पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन (Pain & Fever Relief) – बुखार और दर्द कम करने के लिए।
  3. गर्म या ठंडे पैक (Warm/Cold Compress) – सूजन और दर्द कम करने के लिए।
  4. हाइड्रेशन (Hydration) – पर्याप्त पानी और तरल पदार्थ।
  5. नरम आहार (Soft Diet) – चबाने में कम दर्द हो।
  6. जटिलताओं में डॉक्टर परामर्श – जैसे अंडकोष या मस्तिष्क में सूजन।

मम्प्स के घरेलू उपाय (Home Remedies for Mumps)

  • हल्का और नरम भोजन लें।
  • पर्याप्त पानी और जूस पिएँ।
  • ठंडी या गर्म पैक से सूजन कम करें।
  • खूब आराम करें और व्यायाम से बचें।
  • मसालेदार और तैलीय भोजन न लें।

मम्प्स में सावधानियाँ (Precautions in Mumps)

  • संक्रमित व्यक्ति से सीधा संपर्क न करें
  • छींक या खाँसी के समय मुंह और नाक ढकें
  • कटlery और गिलास साझा न करें।
  • बच्चों और वयस्कों में टीकाकरण (MMR Vaccine) कराएँ।
  • जटिल लक्षण जैसे तेज बुखार या तेज दर्द पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

मम्प्स को कैसे रोके (Prevention Tips for Mumps)

  1. टीकाकरण (Vaccination) – MMR (Measles, Mumps, Rubella) वैक्सीन।
  2. हैंड हाइजीन (Hand Hygiene) – हाथ धोना और सैनिटाइजेशन।
  3. संक्रमित व्यक्ति से दूरी (Avoid Contact with Infected Person)
  4. व्यक्तिगत वस्तुओं का साझा न करना (Do Not Share Utensils/Glasses)
  5. सुरक्षित वातावरण (Safe & Clean Environment)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs on Mumps)

प्रश्न 1: क्या मम्प्स बच्चों में ही होता है?
उत्तर: मुख्य रूप से बच्चों में होता है, लेकिन वयस्क भी संक्रमित हो सकते हैं।

प्रश्न 2: मम्प्स कितने दिन में ठीक हो जाता है?
उत्तर: आमतौर पर 7–10 दिनों में लक्षण कम हो जाते हैं।

प्रश्न 3: क्या मम्प्स संक्रामक है?
उत्तर: हाँ, छींक, खाँसी और सीरिंग के माध्यम से यह आसानी से फैलता है।

प्रश्न 4: मम्प्स का टीका कितना प्रभावी है?
उत्तर: MMR वैक्सीन संक्रमण से लगभग 88% तक सुरक्षा देती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

मम्प्स (Mumps / पेरोटाइटिस) एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो मुख्य रूप से पेरोटिड ग्रंथियों को प्रभावित करती है।
टीकाकरण, व्यक्तिगत स्वच्छता और लक्षणों की पहचान से मम्प्स को प्रभावी रूप से रोका और नियंत्रित किया जा सकता है।
अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो, तो आराम, हाइड्रेशन और डॉक्टर परामर्श से जटिलताओं से बचाव संभव है।


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