Piles (पाइल्स) को हिंदी में बवासीर कहा जाता है। यह एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली बीमारी है, जिसमें गुदा (Anus) और मलाशय (Rectum) की नसों में सूजन और सूजाव (swelling) हो जाता है।
पाइल्स किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन यह अधिकतर गलत खान-पान, कब्ज और बैठकर काम करने वाली जीवनशैली के कारण होती है।
पाइल्स क्या होता है? (What is Piles)
Piles वह स्थिति है जिसमें गुदा क्षेत्र की नसें फूल जाती हैं और उनमें दर्द, जलन या रक्तस्राव हो सकता है।
पाइल्स के प्रकार (Types of Piles)
-
Internal Piles (आंतरिक बवासीर)
- मलाशय के अंदर होती है
- आमतौर पर दर्द नहीं होता, लेकिन खून आ सकता है
-
External Piles (बाहरी बवासीर)
- गुदा के बाहर होती है
- दर्द, सूजन और खुजली होती है
-
Thrombosed Piles (थ्रोम्बोज्ड बवासीर)
- नस में खून का थक्का बन जाता है
- अत्यधिक दर्द और सूजन होती है
पाइल्स के कारण (Causes of Piles)
1. कब्ज (Chronic Constipation)
- बार-बार जोर लगाने से नसों पर दबाव पड़ता है
2. लंबे समय तक बैठना (Prolonged Sitting)
- ऑफिस वर्क या टॉयलेट में देर तक बैठना
3. गलत खान-पान (Poor Diet)
- फाइबर की कमी
- कम पानी पीना
4. गर्भावस्था (Pregnancy)
- पेट के दबाव के कारण नसें फूल जाती हैं
5. मोटापा (Obesity)
- पेट का अतिरिक्त वजन गुदा की नसों पर दबाव डालता है
6. भारी वजन उठाना (Heavy Lifting)
पाइल्स के लक्षण (Symptoms of Piles)
- मल के साथ खून आना (Bright red blood in stool)
- गुदा में दर्द या जलन
- खुजली (Itching)
- गुदा के बाहर गांठ या सूजन
- बैठने में दर्द
- मल त्याग के बाद असहजता
पाइल्स कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Piles)
1. शारीरिक जांच (Physical Examination)
- डॉक्टर द्वारा बाहरी गांठ या सूजन की जांच
2. डिजिटल रेक्टल एग्ज़ामिनेशन (DRE)
- आंतरिक पाइल्स की जांच के लिए
3. एनोस्कोपी / सिग्मोइडोस्कोपी (Anoscopy / Sigmoidoscopy)
- मलाशय के अंदर की स्थिति देखने के लिए
पाइल्स का इलाज (Treatment of Piles)
1. दवाइयों से इलाज (Medical Treatment)
- दर्द निवारक दवाएँ
- एंटी-इंफ्लेमेटरी क्रीम
- स्टूल सॉफ्टनर
2. लाइफस्टाइल बदलाव (Lifestyle Changes)
- हाई-फाइबर डाइट
- अधिक पानी पीना
- नियमित व्यायाम
3. मिनिमल प्रोसीजर (Minimally Invasive Procedures)
- रबर बैंड लिगेशन (Rubber Band Ligation)
- स्क्लेरोथेरेपी (Sclerotherapy)
- लेजर उपचार (Laser Treatment)
4. सर्जरी (Surgery)
- गंभीर और लंबे समय से चली आ रही पाइल्स में
- हेमोरॉयडेक्टॉमी (Hemorrhoidectomy)
पाइल्स कैसे रोके? (Prevention)
- रोजाना पर्याप्त फाइबर लें
- दिन में 8–10 गिलास पानी पिएँ
- कब्ज को नजरअंदाज न करें
- टॉयलेट में ज्यादा देर न बैठें
- नियमित शारीरिक गतिविधि करें
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- इसबगोल (Isabgol) गुनगुने पानी या दूध के साथ
- त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna)
- एलोवेरा का सेवन
- गुनगुने पानी से Sitz Bath
- हरी सब्जियाँ और फल
नोट: घरेलू उपाय केवल शुरुआती अवस्था में सहायक होते हैं।
सावधानियाँ (Precautions)
- मल त्याग के समय जोर न लगाएँ
- ज्यादा मसालेदार और तला भोजन न खाएँ
- शराब और धूम्रपान से बचें
- दर्द या ज्यादा खून आने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें
FAQs (Frequently Asked Questions)
1. क्या पाइल्स जानलेवा है?
नहीं, लेकिन इलाज न करने पर यह गंभीर और दर्दनाक हो सकती है।
2. क्या पाइल्स अपने आप ठीक हो सकती है?
हल्की पाइल्स डाइट और लाइफस्टाइल सुधार से ठीक हो सकती है।
3. पाइल्स में खून आना खतरनाक है?
बार-बार खून आना एनीमिया का कारण बन सकता है, जांच जरूरी है।
4. क्या पाइल्स दोबारा हो सकती है?
हाँ, यदि जीवनशैली न बदली जाए तो दोबारा हो सकती है।
5. क्या पाइल्स और फिशर एक ही हैं?
नहीं, पाइल्स नसों की सूजन है और फिशर गुदा में कट होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Piles (पाइल्स / बवासीर) एक आम लेकिन पूरी तरह नियंत्रित की जा सकने वाली बीमारी है।
समय पर पहचान, सही खान-पान, नियमित व्यायाम और चिकित्सकीय सलाह से इससे पूरी तरह राहत पाई जा सकती है।
यदि दर्द, सूजन या खून लंबे समय तक बना रहे, तो देरी न करें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।