Posterior Uveitis (पोस्टिरियर यूवाइटिस) आंख की यूविया (Uvea) के पिछले हिस्से की सूजन है।
यूविया आंख की मध्यम परत है, जिसमें iris, ciliary body और choroid शामिल होते हैं।
Posterior Uveitis में मुख्य रूप से choroid और retina प्रभावित होते हैं।
यह स्थिति गंभीर दृष्टि समस्याओं का कारण बन सकती है यदि समय पर इलाज न किया जाए।
पोस्टिरियर यूवाइटिस क्या है? (What is Posterior Uveitis)
Posterior Uveitis वह अवस्था है जिसमें retina और choroid में सूजन हो जाती है।
मुख्य विशेषताएँ:
- दृष्टि धुंधली होना (Blurred vision)
- दृष्टि में धब्बे या floaters (spots in vision)
- आंख में लालिमा या दर्द (Redness or pain, कभी-कभी हल्का)
- रात या दिन के समय दृष्टि में कमी
पोस्टिरियर यूवाइटिस के कारण (Causes of Posterior Uveitis)
1. संक्रमण (Infections)
- टॉक्सोप्लाज्मोसिस (Toxoplasmosis)
- साइटोमेगालोवायरस (CMV Retinitis)
- हर्पेस वायरस (Herpes virus)
2. ऑटोइम्यून या सूजन संबंधी रोग (Autoimmune / Inflammatory Disorders)
- सिस्टेमिक ल्यूपस (Systemic Lupus Erythematosus)
- सरकोइडोसिस (Sarcoidosis)
- एंकीलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis)
3. ट्रॉमा या चोट (Trauma)
- आंख पर चोट के कारण
4. अन्य कारण (Other Causes)
- neoplasm (नेत्र या systemic ट्यूमर)
- मेडिकेशन या रसायन के कारण
पोस्टिरियर यूवाइटिस के लक्षण (Symptoms of Posterior Uveitis)
- दृष्टि धुंधली होना (Blurred vision)
- आंख में floaters (spots या small shapes)
- अचानक दृष्टि हानि (Sudden vision loss)
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता (Photophobia)
- कभी-कभी हल्का दर्द या लालिमा
ध्यान दें: Posterior Uveitis आमतौर पर असिम्पटोमैटिक (symptomless) शुरू होती है, इसलिए नियमित eye check-up महत्वपूर्ण है।
पोस्टिरियर यूवाइटिस कैसे पहचाने? (Diagnosis / How to Identify Posterior Uveitis)
1. Ophthalmic Examination (नेत्र परीक्षण)
- Fundoscopy / Dilated Eye Exam: Retina और choroid की सूजन जांचने के लिए
2. Optical Coherence Tomography (OCT)
- Retina और macula की संरचना की जांच
3. Fluorescein Angiography
- Retina और choroid में blood flow और leakage देखने के लिए
4. Blood Tests
- संक्रमण और autoimmune conditions की पहचान
पोस्टिरियर यूवाइटिस का इलाज (Treatment of Posterior Uveitis)
1. दवा उपचार (Medical Treatment)
- Corticosteroids (स्टेरॉयड ड्रॉप्स या टैबलेट्स) – सूजन कम करने के लिए
- Immunosuppressants (मेटोट्रेक्सेट, एजाथियोप्रिन) – गंभीर autoimmune कारणों में
- Antimicrobial therapy (एंटीबायोटिक / एंटीवायरल / एंटीपैरासाइटिक) – संक्रमण के लिए
2. सर्जिकल विकल्प (Surgical Treatment)
- Vitrectomy – गंभीर मामलों में जब retina या vitreous प्रभावित हो
3. जीवनशैली सुधार (Lifestyle Measures)
- धूम्रपान और शराब से बचें
- नियमित नेत्र जांच
- समय पर दवा और ड्रॉप्स का पालन
पोस्टिरियर यूवाइटिस कैसे रोके? (Prevention)
- आंख की सुरक्षा (Eye protection)
- समय पर संक्रमण का इलाज
- Autoimmune और systemic diseases का प्रबंधन
- नियमित ophthalmologist चेकअप
घरेलू उपाय (Home Remedies / Supportive Care)
ध्यान दें: Posterior Uveitis का घरेलू इलाज मुख्य उपचार नहीं है। ये उपाय केवल राहत देने के लिए हैं:
- आंखों को तेज रोशनी से बचाएं
- आराम करें और पर्याप्त नींद लें
- डॉक्टर द्वारा prescribed artificial tears का इस्तेमाल
- धूल, धुआँ और प्रदूषण से आंखों की सुरक्षा
सावधानियाँ (Precautions)
- बिना डॉक्टर की सलाह दवा न बदलें
- आँख पर कोई घरेलू उपाय या steroid cream बिना supervision न लगाएँ
- अचानक दृष्टि में बदलाव या floaters बढ़ने पर तुरंत ophthalmologist से संपर्क करें
- नियमित फॉलो-अप चेकअप कराएँ
FAQs (Frequently Asked Questions)
1. Posterior Uveitis स्थायी दृष्टि हानि कर सकता है?
हाँ, यदि समय पर इलाज न हो तो retina damage के कारण स्थायी दृष्टि हानि हो सकती है।
2. क्या यह दोनों आंखों में हो सकता है?
हाँ, यह दोनों आंखों में हो सकता है, विशेष रूप से autoimmune या systemic कारणों में।
3. क्या steroid उपचार हमेशा जरूरी है?
अधिकांश मामलों में सूजन और दृष्टि बचाने के लिए जरूरी होता है।
4. क्या यह बच्चों में होता है?
हाँ, बच्चों में भी autoimmune या infectious कारणों से Posterior Uveitis हो सकता है।
5. क्या इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है?
समय पर पहचान और उचित दवा उपचार से अधिकांश मामलों में दृष्टि को बचाया जा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Posterior Uveitis (पोस्टिरियर यूवाइटिस) एक गंभीर आंख की स्थिति है, जिसमें retina और choroid की सूजन होती है।
- समय पर पहचान
- सही दवा उपचार
- नियमित eye check-ups
- जीवनशैली सुधार
इन सभी से दृष्टि की सुरक्षा और गंभीर जटिलताओं से बचाव किया जा सकता है।