पेरिटोनियल कैंसर (Peritoneal Cancer) क्या होता है? पूरी जानकारी हिंदी में
पेरिटोनियल कैंसर (Peritoneal Cancer) :
परिचय:
पेरिटोनियल कैंसर एक दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रकार का कैंसर है जो पेट के अंदर की झिल्ली (peritoneum) में विकसित होता है। यह झिल्ली हमारे पेट के अंगों को ढकती है और उन्हें चिकनाई प्रदान करती है ताकि वे आसानी से कार्य कर सकें।
पेरिटोनियम क्या होता है?
पेरिटोनियम पेट की एक पतली, पारदर्शी झिल्ली होती है जो पेट के अंदरूनी अंगों (जैसे आंत, लीवर, पेट, यकृत आदि) को घेरती है और एक प्रकार की सुरक्षा परत की तरह काम करती है। इस परत में जब कैंसर कोशिकाएँ विकसित हो जाती हैं, तो उसे पेरिटोनियल कैंसर कहते हैं।
पेरिटोनियल कैंसर के प्रकार
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प्राथमिक पेरिटोनियल कैंसर (Primary Peritoneal Cancer)
यह कैंसर सीधे पेरिटोनियम में शुरू होता है, और यह अंडाशयी कैंसर से बहुत मिलता-जुलता होता है, खासकर महिलाओं में। -
माध्यमिक पेरिटोनियल कैंसर (Secondary Peritoneal Cancer)
यह किसी अन्य अंग (जैसे पेट, अंडाशय, बड़ी आंत आदि) से शुरू होकर पेरिटोनियम में फैलता है। इसे मेटास्टेटिक कैंसर भी कहते हैं।
पेरिटोनियल कैंसर के लक्षण
शुरुआती दौर में इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते लेकिन समय के साथ ये लक्षण दिख सकते हैं:
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पेट में लगातार सूजन (ascites)
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अपच या भूख न लगना
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वजन घटना या कमजोरी
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पेट दर्द या बेचैनी
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थकावट या ऊर्जा की कमी
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मतली या उल्टी
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मल त्याग में गड़बड़ी (कब्ज या दस्त)
पेरिटोनियल कैंसर के कारण
इसका मुख्य कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन कुछ जोखिम कारक हो सकते हैं:
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अंडाशय या पेट के कैंसर का इतिहास
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बढ़ती उम्र
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BRCA1/BRCA2 जैसे जेनेटिक म्यूटेशन
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हार्मोनल असंतुलन
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क्रॉनिक सूजन या संक्रमण
डायग्नोसिस (जांच कैसे होती है)
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शारीरिक जांच और लक्षणों की समीक्षा
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अल्ट्रासाउंड या CT स्कैन
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MRI या PET स्कैन
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बायोप्सी – कैंसर की पुष्टि के लिए ऊतक का सैंपल
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CA-125 ब्लड टेस्ट – विशेषकर महिलाओं में उपयोगी
पेरिटोनियल कैंसर का इलाज
इलाज मरीज की उम्र, कैंसर की स्टेज और स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करता है:
1. सर्जरी (ऑपरेशन):
कैंसर ग्रस्त हिस्से को निकालने के लिए।
2. कीमोथेरेपी (Chemotherapy):
कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए। कभी-कभी HIPEC (Hyperthermic Intraperitoneal Chemotherapy) का उपयोग भी किया जाता है।
3. रेडियोथेरेपी:
यह कम उपयोगी होती है लेकिन कुछ मामलों में दी जा सकती है।
4. लक्षणों का इलाज:
जैसे पेट की सूजन कम करना, दर्द को नियंत्रित करना, आदि।
क्या पेरिटोनियल कैंसर ठीक हो सकता है?
यदि कैंसर जल्दी पकड़ में आ जाए, तो इलाज संभव है। लेकिन ज़्यादातर मामलों में यह कैंसर तब पकड़ा जाता है जब यह फैल चुका होता है। समय पर इलाज और डॉक्टर की सलाह से जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।
जीवनशैली और देखभाल
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हेल्दी और सुपाच्य भोजन करें
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नियमित डॉक्टर चेकअप करवाएं
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अधिक पानी पिएं
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थकावट से बचें और आराम करें
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मानसिक तनाव से बचें – योग और मेडिटेशन मददगार हो सकते हैं
निष्कर्ष
पेरिटोनियल कैंसर एक जटिल बीमारी है लेकिन समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर और उचित इलाज द्वारा मरीज की जिंदगी को बेहतर बनाया जा सकता है। यदि आप या आपके किसी करीबी को ऐसे लक्षण दिखें, तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी दवा या इलाज से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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