Peritoneal Cancer (पेरिटोनियल कैंसर) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रकार का कैंसर है जो पेरिटोनियम (Peritoneum) — यानी पेट की गुहा को ढकने वाली पतली परत — में विकसित होता है। यह कैंसर प्राथमिक (Primary) भी हो सकता है और अन्य अंगों जैसे अंडाशय, कोलन, या पेट से फैला हुआ (Secondary or Metastatic) भी हो सकता है।
पेरिटोनियल कैंसर क्या होता है ? (What is Peritoneal Cancer?)
Peritoneal Cancer तब होता है जब पेरिटोनियम की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर बना लेती हैं। यह कैंसर पेट के अंदर सूजन, दर्द, और द्रव संचय (Ascites) का कारण बनता है। यह कैंसर अक्सर Ovarian Cancer से मिलता-जुलता होता है, खासकर महिलाओं में।
पेरिटोनियल कैंसर के प्रकार (Types of Peritoneal Cancer)
- Primary Peritoneal Carcinoma (PPC)
- Secondary Peritoneal Cancer (दूसरे अंगों से फैला हुआ, जैसे ओवरी, पेट, कोलन आदि)
पेरिटोनियल कैंसर के कारण (Causes of Peritoneal Cancer)
- Ovarian cancer से फैला हुआ ट्यूमर
- Gastrointestinal cancers (जैसे पेट या कोलन कैंसर)
- Hereditary gene mutations (BRCA1, BRCA2)
- Asbestos या अन्य कैंसरकारी पदार्थों का संपर्क
- पुराना संक्रमण या सूजन (Chronic inflammation)
- आनुवंशिक जोखिम (Genetic Risk)
पेरिटोनियल कैंसर के लक्षण (Symptoms of Peritoneal Cancer)
- पेट में लगातार दर्द या असहजता
- Ascites (पेट में तरल का जमाव)
- भूख में कमी और वजन घटाना
- उल्टी या मतली
- मल त्याग में कठिनाई (कब्ज या दस्त)
- मासिक धर्म में बदलाव (महिलाओं में)
- थकान और कमजोरी
- सांस फूलना (Ascites के कारण डायाफ्राम पर दबाव)
पेरिटोनियल कैंसर की पहचान (Diagnosis of Peritoneal Cancer)
- शारीरिक परीक्षण और चिकित्सा इतिहास
- Ultrasound या CT Scan / MRI
- PET Scan
- CA-125 और अन्य ट्यूमर मार्कर्स की जांच
- पेरिटोनियल बायोप्सी (Peritoneal biopsy)
- Ascitic fluid analysis (पेट में जमा द्रव की जांच)
पेरिटोनियल कैंसर का इलाज (Treatment of Peritoneal Cancer)
1. सर्जरी (Surgery):
- Cytoreductive surgery – जितना संभव हो ट्यूमर निकालना
- Omentectomy – ओमेंटम (पेट की चर्बी की परत) को हटाना
2. कीमोथेरेपी (Chemotherapy):
- Systemic chemotherapy (IV द्वारा दी जाने वाली)
- HIPEC (Hyperthermic Intraperitoneal Chemotherapy) – सर्जरी के दौरान गर्म कीमोथैरेपी
3. Targeted Therapy
- जैसे PARP inhibitors (BRCA mutations वाले मरीजों के लिए)
4. Supportive Care / Palliation
- दर्द प्रबंधन, Ascites drainage, पोषण सुधारना
पेरिटोनियल कैंसर से बचाव (Prevention Tips)
- BRCA mutation वाले लोगों को नियमित जांच करानी चाहिए
- Ovarian cancer या Breast cancer के इतिहास वाले लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
- धूम्रपान और अल्कोहल से बचें
- कैंसरकारी पदार्थों से बचाव करें (जैसे asbestos)
घरेलू उपाय (Home Remedies for Peritoneal Cancer)
नोट: ये उपाय केवल सपोर्टिव हैं, मुख्य इलाज नहीं।
- हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक आहार
- अदरक और पुदीना – मतली में आराम
- भरपूर पानी और तरल पदार्थ
- योग और ध्यान – मानसिक शांति के लिए
- हल्के व्यायाम – शरीर में थकान को कम करने में सहायक
सावधानियाँ (Precautions)
- कीमोथेरेपी के दौरान संक्रमण से बचाव
- पोषण की नियमित निगरानी
- नियमित फॉलोअप टेस्ट करवाना
- मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना
- पेट में सूजन या असामान्य लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्र.1: क्या पेरिटोनियल कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है?
उत्तर: शुरुआती अवस्था में अगर समय पर इलाज हो तो रोग का नियंत्रण संभव है, लेकिन एडवांस्ड स्टेज में यह गंभीर हो सकता है।
प्र.2: क्या यह कैंसर महिलाओं में ज्यादा होता है?
उत्तर: हां, खासकर ओवरी से संबंधित मामलों में यह महिलाओं में अधिक पाया जाता है।
प्र.3: क्या यह कैंसर संक्रामक है?
उत्तर: नहीं, यह कैंसर संक्रामक नहीं होता।
प्र.4: क्या पेरिटोनियल कैंसर विरासत में मिल सकता है?
उत्तर: हां, BRCA1 या BRCA2 जीन म्यूटेशन होने पर इसकी संभावना बढ़ जाती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Peritoneal Cancer (पेरिटोनियल कैंसर) एक जटिल लेकिन महत्वपूर्ण कैंसर है जिसकी समय पर पहचान और इलाज से रोगी का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। प्रारंभिक लक्षणों की अनदेखी न करें और किसी भी संदेहजनक लक्षण पर तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लें। जागरूकता, नियमित जांच और सकारात्मक सोच इस बीमारी से लड़ने में मदद करती है।