Gingivitis, जिसे हिंदी में मसूड़ों की सूजन कहा जाता है, दांतों और मसूड़ों से संबंधित एक सामान्य लेकिन शुरुआती बीमारी है। यह तब होता है जब दांतों पर प्लाक (Plaque) नामक चिपचिपी परत जम जाती है और मसूड़ों में जलन, सूजन व खून आना शुरू हो जाता है। यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह Periodontitis जैसी गंभीर समस्या में बदल सकती है, जिससे दांतों का नुकसान संभव है।
जिंजिवाइटिस क्या होता है? (What is Gingivitis?)
Gingivitis मसूड़ों की सूजन (Gum Inflammation) की प्रारंभिक अवस्था है, जो आमतौर पर प्लाक के जमा होने और सही तरीके से ब्रश या फ्लॉस न करने के कारण होती है। यह रिवर्सिबल है यानी इलाज से पूरी तरह ठीक हो सकता है।
जिंजिवाइटिस के प्रकार (Types of Gingivitis)
- Plaque-Induced Gingivitis – प्लाक के कारण होने वाली सूजन
- Hormonal Gingivitis – हार्मोनल बदलावों के कारण
- Allergic Gingivitis – एलर्जी के कारण
- Fungal Gingivitis – फंगल संक्रमण के कारण
- Nutritional Deficiency Gingivitis – पोषक तत्वों की कमी से
- Systemic Disease-Associated Gingivitis – किसी अन्य बीमारी से जुड़ी
- Necrotizing Ulcerative Gingivitis – गंभीर और अल्सरयुक्त रूप
- Menstrual, Pregnancy, Menopause & Puberty Gingivitis – जीवन के विशेष हार्मोनल चरणों में
जिंजिवाइटिस के कारण (Causes of Gingivitis)
- दांतों की सफाई में लापरवाही
- प्लाक और टार्टर का जमाव
- धूम्रपान और तंबाकू
- हार्मोनल परिवर्तन (गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति)
- मधुमेह, एचआईवी जैसी बीमारियां
- पोषण की कमी, खासकर विटामिन C की
- कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट
- तनाव और मुंह सूखना (Dry Mouth)
जिंजिवाइटिस के लक्षण (Symptoms of Gingivitis)
- मसूड़ों से खून आना
- मसूड़ों में सूजन और लालिमा
- ब्रश या फ्लॉस करते समय दर्द
- मसूड़ों में कोमलता या संवेदनशीलता
- मुंह से बदबू आना
- दांतों के आसपास मसूड़ों का हटना
- मसूड़ों में खुजली या जलन
जिंजिवाइटिस को कैसे पहचाने (Diagnosis of Gingivitis)
- डेंटिस्ट द्वारा मसूड़ों की जांच
- प्लाक या टार्टर की उपस्थिति
- मसूड़ों से खून आना
- X-ray (Periodontal pockets की जांच हेतु)
जिंजिवाइटिस का इलाज (Treatment of Gingivitis)
- प्रोफेशनल क्लीनिंग (Scaling & Root Planing)
- प्लाक और टार्टर को हटाना
- अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखना
- दिन में दो बार ब्रश करना
- रोजाना फ्लॉस करना
- माउथवॉश का इस्तेमाल
- जरूरत पड़ने पर दवाइयां
- एंटीबायोटिक जैल या गोली
- डायट और जीवनशैली में बदलाव
- संतुलित आहार और धूम्रपान से दूरी
रोकथाम (Prevention Tips)
- नियमित और सही तरीके से ब्रश करें
- फ्लॉसिंग को दिनचर्या में शामिल करें
- हर 6 महीने में डेंटल चेकअप कराएं
- मिठाई और जंक फूड से बचें
- भरपूर पानी पिएं
- धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न करें
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- नमक वाले गुनगुने पानी से कुल्ला करें
- नीम की दातुन या नीम आधारित माउथवॉश
- हल्दी और नारियल तेल की मसूड़ों पर मालिश करें
- एलोवेरा जेल मसूड़ों पर लगाएं
- विटामिन C से भरपूर आहार लें (जैसे आंवला, संतरा)
सावधानियाँ (Precautions)
- ब्रश को बहुत जोर से न रगड़ें
- बहुत हार्ड ब्रश का उपयोग न करें
- माउथवॉश का संतुलित उपयोग करें
- मुंह सूखने की स्थिति से बचें
- किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्र.1: क्या जिंजिवाइटिस संक्रामक है?
नहीं, यह संक्रामक नहीं होती, लेकिन बैक्टीरिया एक से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर हो सकते हैं।
प्र.2: क्या यह बीमारी बच्चों में भी हो सकती है?
हाँ, अगर बच्चे ब्रश सही से नहीं करते हैं तो उन्हें भी जिंजिवाइटिस हो सकता है।
प्र.3: क्या यह बीमारी गंभीर हो सकती है?
अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो यह Periodontitis बन सकती है जिससे दांत ढीले हो सकते हैं।
प्र.4: क्या घरेलू उपाय काफी हैं?
प्रारंभिक अवस्था में सहायक हो सकते हैं लेकिन डेंटिस्ट से सलाह ज़रूरी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Gingivitis एक शुरुआती लेकिन गंभीर संकेत देने वाली मसूड़ों की बीमारी है। यदि समय रहते ध्यान दिया जाए, तो यह पूरी तरह से ठीक हो सकती है। सही ओरल हाइजीन, नियमित जांच और संतुलित आहार से इस बीमारी से बचा जा सकता है।