Interdigital Intertrigo एक सामान्य लेकिन अक्सर नजरअंदाज किया जाने वाला त्वचा रोग है, जो हाथों या पैरों की उंगलियों के बीच की त्वचा में होता है। यह समस्या तब होती है जब इन हिस्सों में अधिक नमी, घर्षण और गर्मी इकट्ठा होती है, जिससे फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण विकसित हो जाता है। इससे त्वचा में जलन, खुजली, बदबू, चकत्ते और कभी-कभी दरारें भी पड़ सकती हैं।
Interdigital Intertrigo क्या होता है?
Interdigital Intertrigo एक प्रकार का Intertriginous Dermatitis है जो उंगलियों के बीच की त्वचा में होता है, विशेषकर जब वह लगातार नम, गर्म और पसीने से भीगी रहती है। यह समस्या अधिकतर पैरों की उंगलियों के बीच देखी जाती है, लेकिन हाथों में भी हो सकती है। यह फंगल संक्रमण (जैसे कैंडिडा या टिनिया) या बैक्टीरिया के कारण हो सकता है।
Interdigital Intertrigo के कारण (Causes)
- लगातार पसीना और गीली त्वचा
- खराब स्वच्छता
- टाइट या सिंथेटिक मोजे और जूते पहनना
- उंगलियों के बीच में पानी या साबुन का रह जाना
- हाथ या पैर बार-बार गीले करना (जैसे बर्तन धोने वाले या स्वीपर)
- डायबिटीज़ या कमजोर इम्यून सिस्टम
- नाखूनों और उंगलियों की फंगल इंफेक्शन का फैलाव
Interdigital Intertrigo के लक्षण (Symptoms)
- उंगलियों के बीच लालिमा और सूजन
- त्वचा का सफेद या भीगा हुआ दिखना
- जलन और खुजली
- बदबू आना
- दरारें या फटी हुई त्वचा
- फफोले या चकत्ते
- दर्द या चलने में असहजता (विशेषकर पैरों में)
Interdigital Intertrigo को कैसे पहचानें (How to Identify)
यदि आपकी उंगलियों के बीच की त्वचा लगातार गीली महसूस होती है, उसमें खुजली, लालिमा और बदबू है, और त्वचा सफेद या पपड़ीदार दिखती है, तो यह Interdigital Intertrigo हो सकता है। यदि लक्षण बढ़ते जा रहे हों, तो त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें।
Interdigital Intertrigo का इलाज (Treatment)
-
त्वचा को पूरी तरह सुखाना
- हर बार हाथ या पैर धोने के बाद उंगलियों के बीच अच्छी तरह सुखाएं।
-
एंटीफंगल क्रीम या पाउडर
- जैसे क्लोट्रिमाजोल, मिकोनाजोल, टेरबिनाफाइन।
-
एंटीबैक्टीरियल मरहम (यदि बैक्टीरियल संक्रमण हो)
- डॉक्टर की सलाह से।
-
हल्के स्टेरॉइड क्रीम
- सूजन और खुजली कम करने के लिए (केवल डॉक्टर के निर्देशानुसार)।
-
जूतों और मोजों की स्वच्छता पर ध्यान दें
- नियमित रूप से मोजे बदलें, जूते हवादार रखें।
-
पैरों को खुला और सूखा रखें
- संभव हो तो नंगे पैर चलें या खुले सैंडल पहनें।
Interdigital Intertrigo को कैसे रोकें (Prevention Tips)
- रोजाना उंगलियों के बीच की सफाई करें और सुखाएं
- नमी और पसीना नियंत्रित करें
- कॉटन के मोजे पहनें और उन्हें रोज बदलें
- तंग और बंद जूते न पहनें
- काम के बाद हाथ-पैर को अच्छे से धोकर सुखाएं
- स्वीमर, क्लीनर, रसोई कर्मियों को हाथों की विशेष देखभाल करनी चाहिए
Interdigital Intertrigo के घरेलू उपाय (Home Remedies)
-
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
- 1 भाग सिरका और 1 भाग पानी मिलाकर प्रभावित हिस्से को धोएं
-
बेकिंग सोडा
- पैर या हाथ को 15 मिनट तक बेकिंग सोडा के पानी में भिगोएं
-
नारियल तेल
- संक्रमण विरोधी गुणों से युक्त, दिन में 2 बार लगाएं
-
नीम का पानी
- नीम की पत्तियां उबालकर ठंडा करें और उस पानी से साफ करें
-
एलोवेरा जेल
- खुजली और जलन से राहत के लिए दिन में दो बार लगाएं
नोट: अगर त्वचा फटी हो या संक्रमण गंभीर हो, तो घरेलू उपाय की बजाय डॉक्टर की सलाह लें।
सावधानियाँ (Precautions)
- गीली त्वचा को तुरंत सुखाएं
- मोजे, तौलिया, जूते साझा न करें
- संक्रमण होने पर क्षेत्र को न खुजलाएं
- फंगल क्रीम का इस्तेमाल पूरी अवधि तक करें
- मोजे और जूते हमेशा साफ और सूखे रखें
- डिटर्जेंट या साबुन से एलर्जी हो तो उसे बदलें
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र.1: क्या Interdigital Intertrigo संक्रामक होता है?
उत्तर: हां, फंगल संक्रमण संक्रामक हो सकता है। दूसरों के जूते, मोजे या तौलिए इस्तेमाल करने से फैल सकता है।
प्र.2: क्या यह केवल पैरों में होता है?
उत्तर: नहीं, यह हाथों की उंगलियों के बीच भी हो सकता है, खासकर जो लोग पानी से जुड़े कार्य करते हैं।
प्र.3: इसे ठीक होने में कितना समय लगता है?
उत्तर: हल्के संक्रमण 7 से 10 दिनों में ठीक हो सकते हैं, लेकिन सही देखभाल ज़रूरी है।
प्र.4: क्या इसे घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है?
उत्तर: हल्के मामलों में हां, लेकिन अगर त्वचा फटी हो या दर्द बढ़ रहा हो तो डॉक्टर की सलाह लें।
प्र.5: क्या यह बार-बार हो सकता है?
उत्तर: हां, अगर नमी और स्वच्छता का ध्यान न रखा जाए तो यह बार-बार हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Interdigital Intertrigo एक आम लेकिन कष्टदायक त्वचा समस्या है, जो उंगलियों के बीच की नमी और घर्षण के कारण होती है। सही देखभाल, सफाई और उपचार से इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव के लिए रोजमर्रा की स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण उपाय है।