Pelvic Osteomyelitis, जिसे हिंदी में पेल्विक अस्थिमज्जा संक्रमण या श्रोणि हड्डी का संक्रमण कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो पेल्विक क्षेत्र की हड्डियों को प्रभावित करती है। यह संक्रमण समय पर इलाज न होने पर हड्डी को नुकसान पहुंचा सकता है और पूरे शरीर में फैल सकता है।
Pelvic Osteomyelitis क्या होता है?
Pelvic Osteomyelitis वह स्थिति है जिसमें श्रोणि की हड्डियों (जैसे ilium, ischium, pubis) में बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण हो जाता है। यह संक्रमण रक्तप्रवाह, सर्जरी, चोट या किसी नजदीकी संक्रमण (जैसे पेशाब, जननांग या आंत संबंधी रोग) के कारण हो सकता है। यह बीमारी पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकती है, और बच्चों में भी देखी जाती है।
Pelvic Osteomyelitis के कारण
1. ब्लड स्ट्रीम द्वारा संक्रमण (Hematogenous spread)
शरीर के अन्य हिस्सों में संक्रमण से बैक्टीरिया रक्त के माध्यम से हड्डी में पहुंचते हैं।
2. ऑपरेशन या इंजरी के बाद
पेल्विक सर्जरी, हिप रिप्लेसमेंट या फ्रैक्चर के बाद संक्रमण का खतरा।
3. यूरिनरी ट्रैक्ट या जननांग संक्रमण
ये संक्रमण पास की हड्डियों में फैल सकते हैं।
4. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता
HIV, डायबिटीज़, कैंसर या लंबे समय से स्टेरॉइड्स लेने वालों में अधिक जोखिम।
5. दंत या त्वचा संक्रमण से फैला बैक्टीरिया
जो खून के ज़रिए हड्डियों तक पहुंच जाता है।
Pelvic Osteomyelitis के लक्षण
- कूल्हे, पीठ या नितंबों में लगातार दर्द
- चलने या खड़े होने में कठिनाई
- पेल्विक क्षेत्र में सूजन, गर्माहट या कोमलता
- बुखार, कंपकंपी और थकान
- भूख कम लगना और वजन घटना
- मूत्र त्याग या मल त्याग में कठिनाई (गंभीर मामलों में)
- बच्चों में लंगड़ाकर चलना या चलने से मना करना
Pelvic Osteomyelitis का इलाज
1. एंटीबायोटिक थेरेपी
आमतौर पर IV (इंजेक्शन) के माध्यम से 4–6 सप्ताह तक दी जाती है।
संक्रमण नियंत्रित होने के बाद ओरल एंटीबायोटिक दिए जाते हैं।
2. सर्जरी (Debridement)
गंभीर मामलों में मृत या संक्रमित हड्डी को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है।
3. Abscess Drainage
यदि मवाद बन गया है, तो उसे बाहर निकालने के लिए drainage प्रक्रिया की जाती है।
4. Imaging और Diagnosis
MRI, CT स्कैन, ब्लड टेस्ट (ESR, CRP) और हड्डी की बायोप्सी की मदद से संक्रमण की पुष्टि की जाती है।
5. दर्द नियंत्रण और फिजियोथेरेपी
दर्द कम करने के लिए दवाएं और मरीज को चलने में सहायता के लिए फिजियोथेरेपी दी जाती है।
Pelvic Osteomyelitis से कैसे बचें?
- किसी भी संक्रमण को समय पर इलाज करवाएं
- ऑपरेशन या चोट के बाद पूरी सावधानी बरतें
- डायबिटीज़ या अन्य रोगों को नियंत्रण में रखें
- शरीर की स्वच्छता बनाए रखें
- बार-बार बुखार या पेल्विक दर्द को नजरअंदाज न करें
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए संतुलित आहार लें
> महत्वपूर्ण: ये उपाय केवल मुख्य इलाज के साथ सहायक हैं, इनसे संक्रमण का इलाज नहीं होता।
1. हल्दी वाला दूध
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
2. गर्म पानी की सिकाई
सूजन और दर्द को कम करने में सहायक।
3. नीम और तुलसी का काढ़ा
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
4. अदरक और लहसुन का सेवन
यह सूजन और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
5. पूरा आराम और हाई प्रोटीन डाइट
शरीर की रिकवरी के लिए प्रोटीन और विटामिन-सी युक्त आहार लें।
Pelvic Osteomyelitis में सावधानियाँ
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें
- एंटीबायोटिक को अधूरा न छोड़ें
- लक्षणों को नजरअंदाज न करें
- दर्द दबाने वाली दवाओं पर निर्भर न रहें
- नियमित फॉलोअप और जांच करवाएं
- संक्रमण फैलने के जोखिम से बचने के लिए स्वच्छता रखें
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या Pelvic Osteomyelitis जानलेवा हो सकता है?
हाँ, यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह संक्रमण खून में फैल सकता है (सेप्सिस) और जानलेवा हो सकता है।
Q2. क्या यह संक्रमण बार-बार हो सकता है?
अगर मूल कारण (जैसे डायबिटीज़, कमजोर इम्यून सिस्टम) का इलाज नहीं हो, तो यह दोबारा हो सकता है।
Q3. Pelvic Osteomyelitis के लक्षण कब तक दिखाई देते हैं?
लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं, कुछ हफ्तों में गंभीर हो सकते हैं।
Q4. क्या इसका इलाज केवल दवा से हो सकता है?
शुरुआती मामलों में हाँ, लेकिन गंभीर संक्रमण में सर्जरी जरूरी हो सकती है।
Q5. इलाज के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है?
पूरा इलाज और रिकवरी लगभग 6–8 सप्ताह या उससे अधिक समय ले सकती है।
निष्कर्ष
Pelvic Osteomyelitis एक गंभीर लेकिन पूरी तरह इलाज योग्य बीमारी है। समय पर पहचान, एंटीबायोटिक उपचार और डॉक्टर की सलाह से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू उपाय और सावधानियाँ सहायक हो सकती हैं, लेकिन मुख्य इलाज से समझौता न करें। यदि आपको पेल्विक दर्द, बुखार या कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।