Khushveer Choudhary

Recurrent Ear Infection क्या है? जानें घरेलू उपाय और सावधानियाँ

 Recurrent Ear Infection यानी बार-बार कान में संक्रमण एक आम लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है, जो बच्चों और वयस्कों दोनों में देखी जा सकती है। जब एक व्यक्ति को साल में तीन या उससे अधिक बार कान का संक्रमण हो, तो उसे Recurrent या Chronic Ear Infection कहा जाता है। यह न केवल सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है, बल्कि सिरदर्द, बुखार और बेचैनी जैसी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है।


क्या होता है Recurrent Ear Infection?

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें कान के अंदर बार-बार बैक्टीरिया या वायरस का संक्रमण होता है, जिससे मध्य कान (middle ear) में सूजन, तरल जमाव (fluid buildup), और दर्द होता है। यह संक्रमण कभी-कभी पूरी तरह ठीक न होने या इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण बार-बार लौट आता है।


Recurrent Ear Infection के कारण (Causes)

  • अधूरा इलाज या एंटीबायोटिक्स का पूरा कोर्स न लेना
  • नाक और गले के संक्रमण (जैसे सर्दी-जुकाम) का बार-बार होना
  • ईएनटी एलर्जी या साइनस की समस्या
  • अत्यधिक धूम्रपान या प्रदूषण के संपर्क में आना
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (weak immunity)
  • बच्चों में कान की संरचना की समस्या

Recurrent Ear Infection के लक्षण (Symptoms)

  • कान में लगातार दर्द या जलन
  • सुनाई न देना या कम सुनाई देना
  • कान से तरल या मवाद निकलना
  • बुखार और चिड़चिड़ापन
  • सिरदर्द और संतुलन में कमी
  • बच्चों में बार-बार रोना या कान को पकड़ना

Recurrent Ear Infection का इलाज (Treatment)

1. दवाइयाँ (Medications)

  • एंटीबायोटिक्स: डॉक्टर द्वारा निर्धारित कोर्स पूरा करें
  • दर्द निवारक दवाएं: जैसे पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन
  • कान की ड्रॉप्स: संक्रमण और सूजन कम करने के लिए

2. सर्जिकल विकल्प

  • Tympanostomy Tubes: बार-बार संक्रमण होने पर मध्य कान में नली डाली जाती है ताकि तरल बाहर निकल सके
  • Adenoidectomy: बच्चों में adenoids (नाक के पीछे की ग्रंथि) निकालना पड़ सकता है

Recurrent Ear Infection के घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • लहसुन का तेल: कान में संक्रमण से लड़ने के लिए प्राकृतिक एंटीबायोटिक
  • गर्म सिकाई: गर्म कपड़े या बोतल से हल्का गर्म सेक देने से दर्द में राहत
  • तुलसी का रस: संक्रमण कम करने के लिए लाभकारी
  • भाप लेना: साइनस और नाक की रुकावट कम करने के लिए
  • हल्दी वाला दूध: इम्यून सिस्टम मजबूत करता है

कैसे रोके Recurrent Ear Infection? (Prevention Tips)

  • ठंडी हवा और गंदगी से कानों की रक्षा करें
  • नाक और गले की एलर्जी का सही समय पर इलाज करें
  • बच्चों को बोतल से दूध पिलाते समय लेटा कर न पिलाएं
  • धूम्रपान या धुएँ से दूर रहें
  • समय पर वैक्सीनेशन कराएं (जैसे फ्लू और पेन्युमोकोकल वैक्सीन)

सावधानियाँ (Precautions)

  • कान में कभी भी खुद से कुछ न डालें (जैसे तेल, रुई आदि)
  • संक्रमण होने पर तैराकी से बचें
  • बार-बार एंटीबायोटिक्स का प्रयोग डॉक्टर की सलाह से करें
  • बच्चों की शिकायतों को नजरअंदाज न करें
  • समय-समय पर ENT विशेषज्ञ से जांच कराएं

निष्कर्ष (Conclusion)

Recurrent Ear Infection एक ऐसी समस्या है जिसे समय रहते पहचान कर उचित इलाज और देखभाल से नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित जांच, साफ-सफाई और स्वस्थ जीवनशैली से इसे काफी हद तक रोका जा सकता है। अगर आपको या आपके बच्चे को बार-बार कान में दर्द या मवाद की शिकायत हो, तो ENT विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है।


Recurrent Ear Infection FAQs: एक नजर में

Q1: Recurrent Ear Infection क्या है?
यह बार-बार होने वाला कान का संक्रमण है, जो साल में 3 या अधिक बार होता है।

Q2: मुख्य कारण क्या हैं?
अधूरा इलाज, कमजोर इम्यून सिस्टम, सर्दी-जुकाम, और एलर्जी।

Q3: लक्षण क्या हैं?
कान दर्द, मवाद, सुनाई न देना, बुखार और चिड़चिड़ापन।

Q4: इलाज क्या है?
एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक, कान की ड्रॉप्स और कभी-कभी सर्जरी।

Q5: घरेलू उपाय कौन से हैं?
लहसुन का तेल, गर्म सिकाई, भाप और हल्दी वाला दूध।

Q6: कैसे रोकें?
साफ-सफाई, धुएं से बचाव, बच्चों की सही पोश्चर में दूध पिलाना और वैक्सीनेशन।


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