Bacterial Conjunctivitis (बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस) एक संक्रामक नेत्र रोग है जिसमें आंखों की सबसे बाहरी पारदर्शी परत, जिसे Conjunctiva (कंजंक्टाइवा) कहा जाता है, में बैक्टीरियल संक्रमण हो जाता है। इस स्थिति में आंखें लाल हो जाती हैं, मवाद निकलता है और जलन महसूस होती है। यह स्थिति आमतौर पर दोनों आंखों में एक साथ या पहले एक और फिर दूसरी में फैल सकती है। यह बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकती है।
Bacterial Conjunctivitis क्या होता है ? (What is Bacterial Conjunctivitis?)
जब बैक्टीरिया आंखों की कंजंक्टाइवा परत में प्रवेश कर संक्रमण पैदा करते हैं, तब इसे बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है। यह आमतौर पर Staphylococcus aureus, Streptococcus pneumoniae, Haemophilus influenzae, और Moraxella catarrhalis जैसे बैक्टीरिया के कारण होता है। यह एक तीव्र और फैलने वाला संक्रमण हो सकता है।
Bacterial Conjunctivitis के कारण (Causes of Bacterial Conjunctivitis):
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना
- आंखों को गंदे हाथों से छूना
- दूषित कॉन्टैक्ट लेंस या आई मेकअप का उपयोग
- धूल, प्रदूषण और एलर्जी
- सर्दी-खांसी के बाद बैक्टीरियल संक्रमण
- आंखों में चोट या ऑपरेशन के बाद संक्रमण
- पानी में तैरने के बाद आंखों में बैक्टीरिया का प्रवेश
Bacterial Conjunctivitis के लक्षण (Symptoms of Bacterial Conjunctivitis):
- आंखों में लालिमा (Redness of eyes)
- आंखों से मवाद या गाढ़ा पीला/हरा स्राव (Yellow/green discharge)
- आंखों में चिपचिपापन और सुबह पलकें चिपकना (Sticky eyelids, especially in the morning)
- आंखों में जलन और चुभन (Burning or stinging sensation)
- रोशनी में चुभन (Photophobia)
- आंखों में सूजन (Swelling of eyelids)
- धुंधला दिखना (Blurred vision – गंभीर मामलों में)
- एक आंख से शुरू होकर दूसरी में फैलना
Bacterial Conjunctivitis को कैसे पहचाने ? (Diagnosis of Bacterial Conjunctivitis):
- नेत्र चिकित्सक द्वारा आंखों की जांच
- लक्षणों का मूल्यांकन – discharge का रंग, आंखों की स्थिति
- स्वैब टेस्ट या स्मीयर टेस्ट – बैक्टीरिया की पुष्टि के लिए (गंभीर मामलों में)
- Fluorescein eye stain test – कॉर्निया की जांच के लिए
Bacterial Conjunctivitis का इलाज (Treatment of Bacterial Conjunctivitis):
- एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स या मलहम
- जैसे: Moxifloxacin, Ciprofloxacin, Tobramycin
- आई क्लीनिंग – आंखों को दिन में कई बार साफ पानी से धोना
- आई पैड और गीले कपड़े से सफाई
- कॉन्टैक्ट लेंस न पहनना जब तक संक्रमण पूरी तरह ठीक न हो जाए
- बुखार या दर्द हो तो डॉक्टर की सलाह से पेरासिटामोल देना
Bacterial Conjunctivitis से बचाव (Prevention Tips):
- आंखों को बार-बार छूने से बचें
- हाथों को बार-बार धोएं
- संक्रमित व्यक्ति के तौलिये, तकिए या मेकअप का इस्तेमाल न करें
- बच्चों को स्कूल से छुट्टी दें जब तक आंखें ठीक न हो जाएं
- कॉन्टैक्ट लेंस को सही तरीके से साफ करें
- आंखों में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें
घरेलू उपाय (Home Remedies for Bacterial Conjunctivitis):
घरेलू उपाय केवल लक्षणों में राहत के लिए हैं, मुख्य इलाज डॉक्टर द्वारा बताए गए एंटीबायोटिक्स से ही होगा।
- साफ गुनगुने पानी से आंखें धोना
- हल्के गर्म कपड़े से आंखों की सिकाई
- बार-बार मवाद हटाना, लेकिन साफ और अलग कपड़े से
- नमक और पानी से बनी आई वॉश (Sterile saline)
- भरपूर नींद और आंखों को आराम देना
सावधानियाँ (Precautions):
- आंखों में किसी भी दवा का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना न करें
- मेकअप, कॉन्टैक्ट लेंस और आई ड्रॉप्स को साझा न करें
- बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए स्कूल जाने से रोकें
- अपने तकिए के कवर और तौलिए को प्रतिदिन बदलें
- एक आंख में संक्रमण हो तो दोनों आंखों को सावधानी से साफ करें
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्रश्न 1: क्या बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस संक्रामक होता है?
उत्तर: हां, यह बहुत संक्रामक होता है और आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे को फैल सकता है।
प्रश्न 2: क्या यह एक ही आंख को प्रभावित करता है?
उत्तर: यह अक्सर एक आंख से शुरू होता है और फिर दूसरी आंख में फैल जाता है।
प्रश्न 3: कितने दिनों में ठीक हो जाता है?
उत्तर: सही इलाज से आमतौर पर 5–7 दिन में सुधार आ जाता है।
प्रश्न 4: क्या घरेलू इलाज से ठीक हो सकता है?
उत्तर: नहीं, बैक्टीरियल संक्रमण में एंटीबायोटिक जरूरी है। घरेलू उपाय सिर्फ सहायक हैं।
प्रश्न 5: क्या बच्चे भी प्रभावित होते हैं?
उत्तर: हां, बच्चों में यह संक्रमण बहुत आम है, खासकर स्कूल और डे-केयर में।
निष्कर्ष (Conclusion):
Bacterial Conjunctivitis (बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस) एक आम लेकिन तीव्र और संक्रामक नेत्र रोग है, जिसे समय पर पहचानकर उचित इलाज द्वारा आसानी से ठीक किया जा सकता है। अगर आंखों से मवाद निकले, लालिमा हो और चिपकने की समस्या हो तो तुरंत नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें। स्वच्छता और सावधानी इसके फैलाव को रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक है।