Brachial Plexus Injury (Erb’s Palsy): कारण, लक्षण, इलाज और बचाव की संपूर्ण जानकारी

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी (Brachial Plexus Injury) एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्दन और कंधे के बीच स्थित नसों के समूह को चोट लगती है। यह नसों का समूह हाथ, कंधा और बाजू की गति और संवेदना को नियंत्रित करता है। जब इस नस नेटवर्क को चोट पहुँचती है, तो व्यक्ति को कमजोरी, सुन्नता या पूर्ण लकवा हो सकता है।एर्ब्स पाल्सी (Erb’s Palsy) इस चोट का एक प्रकार है, जो विशेष रूप से नवजात शिशुओं में जन्म के दौरान अधिक खिंचाव या दबाव पड़ने के कारण होती है।

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी क्या होता है  (What is Brachial Plexus Injury):

ब्रेकियल प्लेक्सस एक जटिल नसों का समूह होता है जो गर्दन की रीढ़ से निकलकर कंधे, हाथ और उंगलियों तक फैलता है। जब इन नसों पर अत्यधिक खिंचाव, खिंचाव या चोट होती है, तो यह तंत्रिका सिग्नलिंग को बाधित करता है और इसके कारण हाथ की ताकत, गति और संवेदना प्रभावित होती है।

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी के कारण (Causes of Brachial Plexus Injury):

  1. जन्म के समय खिंचाव (Birth Trauma) – सामान्यतः बड़ी शिशु डिलीवरी, शिशु का उल्टा पोजिशन, या कठिन लेबर में
  2. सड़क दुर्घटना (Road Traffic Accidents)
  3. खेल से जुड़ी चोटें (Sports Injuries) – जैसे फुटबॉल, कुश्ती, रग्बी
  4. गर्दन पर अत्यधिक दबाव (High-impact Neck Trauma)
  5. गंभीर कंधे का खिंचाव (Severe Shoulder Stretching)
  6. कभी-कभी ट्यूमर या इन्फेक्शन से दबाव (Compression by Tumors or Infections)

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी के लक्षण (Symptoms of Brachial Plexus Injury):

  • कंधे, हाथ या उंगलियों में कमजोरी (Weakness in Shoulder, Arm or Fingers)
  • हाथ को हिलाने में कठिनाई (Difficulty Moving the Arm)
  • हाथ या उंगलियों का सुन्न होना (Numbness in Hand or Fingers)
  • कंधे से नीचे हाथ लटकना (Arm Hanging Limp from Shoulder)
  • हाथ में दर्द या जलन (Burning or Sharp Pain in Arm)
  • नवजात में, प्रभावित हाथ का न चलना (Lack of Movement in Newborn’s Arm)
  • मांसपेशियों का सिकुड़ना (Muscle Atrophy)

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी की पहचान कैसे करें (Diagnosis of Brachial Plexus Injury):

  1. शारीरिक परीक्षण (Physical Examination)
  2. Electromyography – EMG टेस्ट
  3. नर्व कंडक्शन स्टडी (Nerve Conduction Study)
  4. MRI स्कैन (MRI Scan) – नसों की स्थिति जानने के लिए
  5. अल्ट्रासाउंड या CT मायेलोग्राफी (Ultrasound/CT Myelography) – गंभीर मामलों में

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी का इलाज (Treatment of Brachial Plexus Injury):

  1. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) – गति और शक्ति बहाल करने के लिए
  2. ओक्यूपेशनल थेरेपी (Occupational Therapy) – दैनिक कार्यों की क्षमता सुधारने हेतु
  3. दवाइयाँ (Medications) – दर्द और सूजन कम करने के लिए
  4. सर्जरी (Surgical Intervention)
    1. नर्व ग्राफ्टिंग (Nerve Grafting)
    1. नर्व ट्रांसफर (Nerve Transfer)
    1. मांसपेशी ट्रांसफर (Muscle Transfer)
  5. इलेक्ट्रिकल स्टिमुलेशन थेरेपी (Electrical Nerve Stimulation)
  6. बोटॉक्स इंजेक्शन (Botox Injections) – मांसपेशियों में संतुलन के लिए

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी से बचाव (Prevention of Brachial Plexus Injury):

  • गर्भावस्था में फetal position की निगरानी
  • सुरक्षित प्रसव तकनीकों का पालन
  • वाहन चलाते समय हेलमेट और सीटबेल्ट का प्रयोग
  • खेलों में सुरक्षा गियर पहनना
  • कंधे और गर्दन की अच्छी मुद्रा बनाए रखना
  • भारी वजन उठाते समय सावधानी

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी के घरेलू उपाय (Home Remedies):

(सिर्फ सहायक उपाय – इलाज का विकल्प नहीं हैं)

  1. गर्म और ठंडी सिकाई (Hot & Cold Compress) – दर्द कम करने के लिए
  2. हल्का व्यायाम और स्ट्रेचिंग – फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह अनुसार
  3. हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk) – सूजनरोधी गुण
  4. अश्वगंधा (Ashwagandha) – मांसपेशियों को शक्ति देने के लिए
  5. ब्राह्मी और शंखपुष्पी – तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने के लिए
  6. अलसी के बीज (Flaxseed) – ओमेगा-3 फैटी एसिड से नसों को पोषण

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी में सावधानियाँ (Precautions):

  • डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट की अनुमति के बिना व्यायाम न करें
  • हाथ पर भारी दबाव या झटका न लगने दें
  • समय पर EMG या MRI करवाएं
  • पोस्ट-ऑपरेटिव केयर को गंभीरता से लें
  • फिजियोथेरेपी छोड़ना नुकसानदायक हो सकता है
  • आत्मबल बनाए रखें – मानसिक सहारा भी जरूरी है

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

Q1. क्या एर्ब्स पाल्सी हमेशा स्थायी होती है?
नहीं, हल्के मामलों में नवजात शिशु कुछ महीनों में पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

Q2. क्या यह वयस्कों में भी होता है?
हाँ, विशेष रूप से ट्रॉमा, एक्सीडेंट या खेलों से जुड़ी चोटों में।

Q3. फिजियोथेरेपी कब से शुरू करनी चाहिए?
जैसे ही स्थिति स्थिर हो और डॉक्टर अनुमति दे, फिजियोथेरेपी तुरंत शुरू की जा सकती है।

Q4. क्या इस स्थिति में दोबारा काम करना संभव है?
हाँ, सही इलाज और रिहैबिलिटेशन के साथ अधिकतर लोग सामान्य जीवन जी सकते हैं।

Q5. क्या ये स्थिति दर्दनाक होती है?
कुछ मामलों में हल्का से तीव्र दर्द हो सकता है, जो नसों की चोट की गहराई पर निर्भर करता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी (Brachial Plexus Injury) या एर्ब्स पाल्सी (Erb’s Palsy) एक गंभीर लेकिन समय पर पहचान और इलाज से काबू में लायी जा सकने वाली स्थिति है। नवजात से लेकर वयस्कों तक, इस समस्या से निपटने के लिए फिजियोथेरेपी, सर्जरी और मानसिक सहयोग अत्यंत आवश्यक हैं। जीवनशैली में सावधानी और सही दिशा में उपचार से इस स्थिति से उबरना संभव है।


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