Khushveer Choudhary

Carpal Tunnel Syndrome: कारण, लक्षण, इलाज, घरेलू उपाय, सावधानियाँ और पूरी जानकारी

कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal Tunnel Syndrome) एक सामान्य तंत्रिका संबंधी विकार (Neurological disorder) है जिसमें कलाई (Wrist) के माध्यम से गुजरने वाली मीडियन नर्व (Median nerve) पर दबाव पड़ता है। इससे हाथों में झनझनाहट, सुन्नता और कमजोरी महसूस होती है, विशेष रूप से अंगूठे, तर्जनी (Index finger), मध्यमा (Middle finger) और अनामिका (Ring finger) में। यह स्थिति विशेषकर उन लोगों में पाई जाती है जो बार-बार हाथ या कलाई को एक ही तरह से काम में लाते हैं, जैसे – कंप्यूटर पर काम करने वाले, कढ़ाई-बुनाई करने वाले आदि।

कार्पल टनल सिंड्रोम क्या होता है  (What is Carpal Tunnel Syndrome)

कार्पल टनल सिंड्रोम तब होता है जब कलाई की हड्डियों और लिगामेंट्स से बनी कार्पल टनल नामक एक संकीर्ण सुरंग में से गुजरने वाली मीडियन नर्व पर दबाव पड़ने लगता है। यह नर्व हाथ की संवेदनशीलता और कुछ मांसपेशियों की गतिविधियों को नियंत्रित करती है। जब इस पर दबाव बढ़ता है, तो दर्द, सुन्नता और कमजोरी जैसे लक्षण उभरते हैं।

कार्पल टनल सिंड्रोम कारण (Causes of Carpal Tunnel Syndrome)

  1. बार-बार कलाई को मोड़ना (Repetitive wrist movements)
  2. कंप्यूटर या टाइपिंग का अधिक उपयोग (Frequent computer use or typing)
  3. गर्भावस्था (Pregnancy) – हार्मोनल परिवर्तन के कारण सूजन
  4. थायरॉइड की समस्या (Hypothyroidism)
  5. डायबिटीज (Diabetes)
  6. रुमेटॉइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)
  7. मोटापा (Obesity)
  8. हड्डियों की विकृति (Fracture or wrist dislocation)
  9. परिवार में इतिहास (Genetic predisposition)
  10. कलाई में सूजन या चोट (Wrist inflammation or injury)

कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षण (Symptoms of Carpal Tunnel Syndrome)

  • हाथों और उंगलियों में झनझनाहट (Tingling sensation)
  • विशेष रूप से अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा में सुन्नता (Numbness)
  • रात के समय लक्षणों का बढ़ जाना (Symptoms worsen at night)
  • कलाई में दर्द (Pain in wrist)
  • वस्तुओं को पकड़ने में कठिनाई (Weak grip strength)
  • हाथों में जलन या चुभन (Burning or prickling sensation)
  • अंगुलियों का बार-बार गिरना या असमर्थता से वस्तु पकड़ना
  • कुछ कार्यों के दौरान मांसपेशियों में कमजोरी (Weakness during certain tasks)

कार्पल टनल सिंड्रोम कैसे पहचाने (Diagnosis of Carpal Tunnel Syndrome)

  1. फिजिकल एग्जामिनेशन (Physical examination): उंगलियों की संवेदनशीलता और मांसपेशियों की शक्ति जांचना
  2. टिनेल साइन टेस्ट (Tinel’s sign)
  3. फालेन टेस्ट (Phalen’s maneuver)
  4. नर्व कंडक्शन स्टडी (Nerve conduction study): यह जांच करता है कि मीडियन नर्व से विद्युत संकेत कितनी तेजी से गुजरते हैं
  5. ईएमजी (Electromyography – EMG): मांसपेशियों की प्रतिक्रिया की जांच
  6. अल्ट्रासाउंड या एमआरआई (Ultrasound or MRI): कभी-कभी अतिरिक्त जानकारी के लिए

कार्पल टनल सिंड्रोम इलाज (Treatment of Carpal Tunnel Syndrome)

गंभीरता के आधार पर उपचार के विकल्प:

  1. गैर-सर्जिकल उपचार (Non-surgical treatment):

    1. कलाई को आराम देना (Wrist rest)
    1. कलाई पर स्प्लिंट पहनना (Wrist splinting), खासकर रात में
    1. गर्म या ठंडी सिकाई (Hot or cold compress)
    1. स्ट्रेचिंग और व्यायाम (Stretching exercises)
    1. दर्द निवारक दवाएं (Pain relievers – जैसे Ibuprofen, Paracetamol)
    1. कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन (Corticosteroid injections)
  2. सर्जरी (Surgical treatment):
    – जब लक्षण गंभीर हों और दवाओं या स्प्लिंट से राहत न मिले
    कार्पल टनल रिलीज सर्जरी (Carpal Tunnel Release Surgery)

रोकथाम (Prevention of Carpal Tunnel Syndrome)

  • बार-बार कलाई को मोड़ने से बचें
  • कार्य करते समय सही मुद्रा अपनाएं
  • कंप्यूटर कीबोर्ड और माउस को सही ऊँचाई पर रखें
  • नियमित रूप से हाथों और कलाई की स्ट्रेचिंग करें
  • लंबे समय तक काम करते समय छोटे-छोटे ब्रेक लें
  • कलाई पर अधिक दबाव न डालें
  • मोटापे को नियंत्रित रखें

घरेलू उपाय (Home Remedies for Carpal Tunnel Syndrome)

  1. हल्दी वाला दूध: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं
  2. अदरक की चाय: सूजन कम करने में सहायक
  3. अलसी का तेल (Flaxseed oil): ओमेगा-3 फैटी एसिड्स सूजन घटाते हैं
  4. विटामिन B6 से भरपूर आहार: जैसे केले, पालक, सूरजमुखी के बीज
  5. नमक का गरम पानी से सिकाई: दर्द और सूजन में आराम
  6. हल्के हाथ की स्ट्रेचिंग और व्यायाम

सावधानियाँ (Precautions)

  • बार-बार हाथों का एक ही प्रकार का प्रयोग करने से बचें
  • अगर लक्षण लंबे समय तक रहें तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें
  • व्यायाम करते समय अत्यधिक दबाव न डालें
  • सर्जरी के बाद पुनर्वास (Rehabilitation) का सही से पालन करें
  • लगातार कंप्यूटर पर काम करने वालों को ergonomic सेटअप अपनाना चाहिए
  • स्प्लिंट का प्रयोग डॉक्टर की सलाह अनुसार करें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1: क्या कार्पल टनल सिंड्रोम स्थायी होता है?
उत्तर: नहीं, यदि समय रहते इलाज किया जाए तो इसे ठीक या नियंत्रित किया जा सकता है।

प्र.2: क्या यह समस्या केवल कंप्यूटर उपयोग करने वालों को होती है?
उत्तर: नहीं, यह किसी को भी हो सकती है जो बार-बार हाथ और कलाई का एक जैसा प्रयोग करता है।

प्र.3: क्या यह महिलाओं में अधिक होता है?
उत्तर: हाँ, खासकर गर्भावस्था और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में इसकी संभावना अधिक होती है।

प्र.4: क्या सर्जरी आवश्यक होती है?
उत्तर: केवल तब जब अन्य इलाज से राहत न मिले।

प्र.5: क्या व्यायाम से लाभ मिलता है?
उत्तर: हाँ, हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम और स्प्लिंट पहनना लाभकारी हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal Tunnel Syndrome) एक सामान्य लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है। अगर समय रहते इसे पहचाना जाए और सही इलाज तथा जीवनशैली अपनाई जाए, तो इससे बचाव और सुधार संभव है। यह स्थिति कार्य क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें। उचित चिकित्सकीय परामर्श, व्यायाम, और रोकथाम के उपायों के माध्यम से इससे बचा जा सकता है।


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