Khushveer Choudhary

APGAR Score Assessment क्या है? प्रक्रिया, महत्व, स्कोर का अर्थ, देखभाल और सावधानियाँ

एपीगार स्कोर (APGAR Score) एक त्वरित परीक्षण है जो नवजात शिशु के जन्म के तुरंत बाद उसकी शारीरिक स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण डिलीवरी के 1 और 5 मिनट बाद किया जाता है, जिससे यह पता चलता है कि शिशु को तुरंत चिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता है या नहीं।









एपीगार स्कोर क्या होता है  (What is APGAR Score Assessment):

APGAR स्कोर पाँच मानकों पर आधारित होता है, और प्रत्येक को 0 से 2 अंक दिए जाते हैं। अधिकतम स्कोर 10 होता है। यह स्कोर बच्चे की हृदय गति, श्वास, मांसपेशियों की टोन, प्रतिक्रिया, और त्वचा के रंग के आधार पर दिया जाता है।

एपीगार स्कोर का पूरा नाम:

A – Appearance (रंग)
P – Pulse (नाड़ी)
G – Grimace (प्रतिक्रिया)
A – Activity (गतिविधि / मांसपेशीय टोन)
R – Respiration (श्वास)

स्कोरिंग का विवरण (Scoring System):

मूल्यांकन स्कोर 0 स्कोर 1 स्कोर 2
रंग (Appearance) नीला या पीला शरीर शरीर गुलाबी, हाथ-पैर नीले पूरी तरह गुलाबी
नाड़ी (Pulse) अनुपस्थित 100 से कम धड़कन 100 से अधिक धड़कन
प्रतिक्रिया (Grimace) कोई प्रतिक्रिया नहीं थोड़ी प्रतिक्रिया तेज़ प्रतिक्रिया या रोना
मांसपेशीय टोन (Activity) ढीला शरीर थोड़ी गतिविधि सक्रिय हिलना
श्वास (Respiration) नहीं है धीमी या असमान नियमित और ज़ोर से रोना

स्कोर का अर्थ (Meaning of APGAR Score):

  • 7 से 10: बच्चा सामान्य स्थिति में है।
  • 4 से 6: हल्की समस्याएं हैं, निगरानी और देखभाल की जरूरत है।
  • 0 से 3: गंभीर स्थिति, तुरंत चिकित्सकीय हस्तक्षेप की आवश्यकता है।

एपीगार स्कोर का महत्व (Importance of APGAR Score):

  1. नवजात की तात्कालिक स्वास्थ्य स्थिति को समझने में सहायक।
  2. जीवन रक्षक हस्तक्षेप की आवश्यकता का निर्धारण करता है।
  3. शिशु के फेफड़ों और हृदय की कार्यक्षमता का प्रारंभिक संकेतक।

एपीगार स्कोर से संबंधित संभावित समस्याएं (Associated Issues If Score is Low):

  • नवजात का दम घुटना (Birth asphyxia)
  • जन्मजात विकृति (Congenital anomaly)
  • प्रीमैच्योर डिलीवरी (Premature birth)
  • नाल से जुड़ी जटिलताएं (Umbilical cord issues)

कैसे रोके या बेहतर बनाएं (How to Prevent or Improve APGAR Score):

  1. गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच करवाना।
  2. उच्च जोखिम गर्भावस्था की सही योजना और अस्पताल में डिलीवरी।
  3. प्रसव के समय अनुभवी डॉक्टर और नर्स की मौजूदगी।
  4. नवजात को जन्म के तुरंत बाद उचित देखभाल देना।

घरेलू उपाय (Home Remedies):

APGAR स्कोर मूल्यांकन एक मेडिकल आपात मूल्यांकन है, इसमें घरेलू उपाय नहीं किए जा सकते। सभी देखभाल और उपाय चिकित्सकीय सलाह पर ही करने चाहिए।

सावधानियाँ (Precautions):

  1. प्रसव के समय अनुभवी बाल रोग विशेषज्ञ (Pediatrician) की उपलब्धता।
  2. नवजात को तुरंत गर्माहट, साफ-सफाई और ऑक्सीजन समर्थन देना।
  3. गर्भावस्था के दौरान सभी जांच जैसे अल्ट्रासाउंड, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की निगरानी।

कैसे पहचाने (How to Identify Need for APGAR):

  • नवजात रो नहीं रहा हो
  • त्वचा का रंग पीला या नीला हो
  • शरीर ढीला और प्रतिक्रिया शून्य हो
  • सांस न आ रही हो या बहुत धीमी हो

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

प्रश्न 1: क्या एपीगार स्कोर दीर्घकालिक स्वास्थ्य का निर्धारण करता है?
उत्तर: नहीं, यह केवल नवजात के जन्म के तुरंत बाद की स्थिति को दर्शाता है, दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए अन्य मूल्यांकन आवश्यक होते हैं।

प्रश्न 2: अगर बच्चे का एपीगार स्कोर कम हो तो क्या करें?
उत्तर: डॉक्टर तुरंत शिशु को पुनर्जीवन (Resuscitation) प्रक्रिया देते हैं। इसके बाद निगरानी की जाती है।

प्रश्न 3: क्या सभी नवजातों का एपीगार स्कोर लिया जाता है?
उत्तर: हाँ, यह प्रसव के तुरंत बाद किया जाने वाला एक अनिवार्य मूल्यांकन होता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

एपीगार स्कोर नवजात की प्रारंभिक स्वास्थ्य स्थिति को जानने का एक त्वरित, सरल और प्रभावशाली तरीका है। इसके माध्यम से डॉक्टर यह तय करते हैं कि बच्चे को तुरंत चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता है या नहीं। गर्भावस्था के दौरान सही देखभाल और प्रशिक्षित स्टाफ की निगरानी में डिलीवरी से नवजात की स्थिति को बेहतर बनाए रखा जा सकता है।


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