नवजात पीलिया (Neonatal Jaundice) एक सामान्य स्थिति है जिसमें बच्चे की त्वचा और आंखें पीली दिखाई देती हैं। यह स्थिति रक्त में बिलीरुबिन (Bilirubin) नामक पिगमेंट के उच्च स्तर के कारण होती है। इसके मूल्यांकन और निदान के लिए बिलीरुबिन टेस्ट (Bilirubin Test) किया जाता है।
नवजात पीलिया परीक्षण क्या होता है (What is Neonatal Jaundice Test - Bilirubin Test):
बिलीरुबिन टेस्ट एक रक्त परीक्षण है जो नवजात शिशु के खून में बिलीरुबिन के स्तर को मापता है। इससे यह पता लगाया जाता है कि पीलिया सामान्य स्तर पर है या इलाज की आवश्यकता है।
बिलीरुबिन के बढ़ने के कारण (Causes of High Bilirubin in Newborns):
- जन्म के बाद लाल रक्त कोशिकाओं का तेजी से टूटना (Hemolysis)
- अपरिपक्व लिवर (Liver Immaturity)
- माँ और बच्चे के रक्त समूहों में असंगति (Rh incompatibility)
- जन्मजात संक्रमण (Congenital infections)
- जन्म के समय चोट या ब्लीडिंग (Birth injury or bruising)
- प्रीमैच्योर डिलीवरी (Premature birth)
नवजात पीलिया के लक्षण (Symptoms of Neonatal Jaundice):
- त्वचा और आंखों का पीला होना
- सुस्ती और नींद अधिक आना
- दूध पीने में कमी
- चिड़चिड़ापन
- शरीर के नीचे के भागों तक पीलापन बढ़ जाना
टेस्ट की प्रक्रिया (Test Procedure):
- ट्रांसक्यूटेनीअस बिलीरुबिन मीटर (TcB): त्वचा पर डिवाइस रखकर गैर-इनवेसिव मापन।
- सीरम बिलीरुबिन टेस्ट (Serum Bilirubin Test): खून का सैंपल लेकर लैब में जांच।
नवजात पीलिया परीक्षण इलाज (Treatment):
- फोटोथैरेपी (Phototherapy): विशेष नीली रोशनी के तहत बच्चे को रखा जाता है जिससे बिलीरुबिन का स्तर कम होता है।
- एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन (Exchange transfusion): गंभीर मामलों में रक्त बदला जाता है।
- इंट्रावेनस इम्युनोग्लोबुलिन (IVIG): Rh incompatibility के मामलों में दिया जा सकता है।
इसे कैसे रोके (Prevention):
- माँ को गर्भावस्था के दौरान ब्लड ग्रुप टेस्ट करवाना चाहिए।
- डिलीवरी के बाद पहले 5 दिनों तक बच्चे की त्वचा पर पीलापन की नियमित जांच।
- प्रीमैच्योर बच्चों में विशेष देखभाल।
घरेलू उपाय (Home Remedies):
नवजात पीलिया एक मेडिकल स्थिति है, इसलिए घरेलू उपाय न करें। केवल डॉक्टर के परामर्श पर इलाज करवाना चाहिए।
सावधानियाँ (Precautions):
- घर में फोटोथैरेपी का प्रयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
- पीलिया के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- नवजात को पर्याप्त दूध पिलाएं जिससे बिलीरुबिन शरीर से बाहर निकल सके।
कैसे पहचाने (How to Identify):
- यदि बच्चा बहुत सोता है, दूध नहीं पीता, आंखों और शरीर में पीला रंग दिखता है तो तुरंत बिलीरुबिन टेस्ट करवाएं।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्रश्न 1: क्या नवजात पीलिया खतरनाक होता है?
उत्तर: हल्का पीलिया सामान्य होता है, लेकिन ज्यादा बिलीरुबिन खतरनाक हो सकता है और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रश्न 2: बिलीरुबिन का सामान्य स्तर क्या होता है?
उत्तर: सामान्यत: नवजात में 12 mg/dL तक का स्तर सामान्य माना जाता है, लेकिन डॉक्टर उम्र और वजन के अनुसार मूल्यांकन करते हैं।
प्रश्न 3: पीलिया कब तक रहता है?
उत्तर: सामान्यतः 1 से 2 सप्ताह में ठीक हो जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
नवजात पीलिया एक आम स्थिति है लेकिन इसका समय पर परीक्षण और इलाज बेहद जरूरी है। बिलीरुबिन टेस्ट के जरिए इसकी सही स्थिति का मूल्यांकन किया जा सकता है और आवश्यकता पड़ने पर उचित इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
