Cancer-related Cachexia (कैंसर से संबंधित कैक्शेक्सिया) एक जटिल और गंभीर स्थिति है जिसमें कैंसर रोगी के शरीर में अत्यधिक वजन, मांसपेशियों और फैट की कमी हो जाती है। यह स्थिति केवल भूख न लगने के कारण नहीं होती, बल्कि शरीर की चयापचय प्रक्रियाओं (metabolism) में असंतुलन और सूजन (inflammation) भी इसमें भूमिका निभाते हैं।
यह कैंसर के अंतिम चरण में आमतौर पर देखा जाता है, लेकिन कुछ मामलों में प्रारंभिक स्टेज में भी हो सकता है। यह स्थिति रोगी की जीवन गुणवत्ता (quality of life) और उपचार प्रतिक्रिया को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।
Cancer-related Cachexia क्या होता है? (What is Cachexia?)
Cachexia एक सिंड्रोम है जिसमें शरीर:
- तेजी से मांसपेशी (muscle) और वसा (fat) को खो देता है
- भूख और ऊर्जा दोनों में गिरावट होती है
- पोषक तत्वों के प्रयोग में असमर्थ हो जाता है
- उपचार को सहन करने की शक्ति घट जाती है
कैंसर से जुड़ा क्याक्शेक्सिया आमतौर पर पैंक्रियास, फेफड़े, पेट, कोलन, और सिर-गर्दन के कैंसर में अधिक देखा जाता है।
Cancer-related Cachexia कारण (Causes of Cancer-related Cachexia)
- कैंसर कोशिकाओं द्वारा रिलीज की गई सूजनकारी केमिकल्स (cytokines)
- भूख की कमी (Anorexia)
- कैंसर की वजह से पाचन क्रिया पर असर
- कीमोथेरपी या रेडिएशन के साइड इफेक्ट्स
- शरीर की चयापचय दर (Metabolism) में असंतुलन
- हार्मोनल बदलाव
Cancer-related Cachexia लक्षण (Symptoms of Cancer-related Cachexia)
- तेज़ वजन घटाना (Unintentional weight loss)
- मांसपेशियों की कमजोरी
- भूख न लगना (Anorexia)
- थकावट और ऊर्जा की कमी
- सूखापन या सिकुड़न जैसा शरीर
- चेहरे पर हड्डियाँ उभर आना
- इन्फेक्शन से जल्दी ग्रसित होना
- उपचारों को सहन करने की शक्ति कम हो जाना
निदान (Diagnosis)
- वजन और मांसपेशी मास का मूल्यांकन
- BMI और मांसपेशी परीक्षण (Muscle mass test)
- रक्त परीक्षण (CRP, IL-6, TNF-α) – सूजन के संकेत
- Bioelectrical Impedance Analysis (BIA)
- CT या MRI स्कैन – मांसपेशियों की मात्रा का आकलन
6 महीने में शरीर के वजन का ≥5% गिरना बिना किसी अन्य स्पष्ट कारण के, क्याक्शेक्सिया माना जाता है।
Cancer-related Cachexia इलाज (Treatment of Cancer-related Cachexia)
कैक्शेक्सिया का इलाज बहुआयामी होता है, जिसमें पोषण, दवाएं और व्यायाम शामिल होते हैं:
1. पोषण थेरेपी (Nutritional Therapy)
- हाई-कैलोरी और हाई-प्रोटीन डाइट
- सप्लीमेंट्स: प्रोटीन पाउडर, विटामिन्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड
- छोटे लेकिन बार-बार भोजन लेना
- लिक्विड न्यूट्रिशन (यदि ठोस खाना न खा सकें)
2. औषधीय उपचार (Medical Management)
- Appetite stimulants: मेगेस्ट्रोल (Megestrol acetate)
- Anti-inflammatory drugs: NSAIDs
- Anabolic agents: टेस्टोस्टेरोन डेरिवेटिव
- Corticosteroids: अस्थायी भूख बढ़ाने के लिए
- Antiemetics और Digestive Support – मतली, उल्टी नियंत्रित करने के लिए
3. फिजिकल एक्टिविटी (Physical Activity)
- हल्का व्यायाम – ताकत बनाए रखने के लिए
- फिजियोथेरेपी की मदद
4. Psychosocial Support
- मानसिक और भावनात्मक सहयोग
- कैंसर सपोर्ट ग्रुप्स या काउंसलिंग
घरेलू उपाय (Home Remedies and Supportive Care)
- गुनगुना, सुपाच्य और प्रोटीन युक्त भोजन करें
- नारियल पानी, दाल का पानी, सूप आदि लें
- घर पर बना हलवा, खीर, केला, घी, सूखे मेवे मिलाएं
- यदि मुंह में घाव हो तो ठंडे, नर्म भोजन लें
- भोजन करते समय वातावरण शांत और प्रेरणादायक रखें
सावधानियाँ (Precautions)
- भूख की कमी को नजरअंदाज न करें
- वजन हर हफ्ते मापें और गिरावट नोट करें
- उल्टी या दस्त लंबे समय तक होने पर तुरंत डॉक्टर को बताएं
- दवा के साइड इफेक्ट्स की निगरानी करें
- शारीरिक कमजोरी में अकेले न छोड़ें, सहारा दें
रोकथाम (Prevention)
- प्रारंभिक अवस्था में पोषण सपोर्ट शुरू करें
- कैंसर ट्रीटमेंट के साथ-साथ डाइट प्लान बनाएं
- नियमित फिजिकल एक्टिविटी और प्रोटीन इनटेक बनाए रखें
- हर रोगी का व्यक्तिगत पोषण मूल्यांकन करें
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: क्या क्याक्शेक्सिया का इलाज संभव है?
उत्तर: यह पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकता, लेकिन रोकथाम और लक्षण नियंत्रण संभव है।
प्रश्न 2: क्या यह केवल अंतिम स्टेज कैंसर में होता है?
उत्तर: नहीं, यह कुछ मरीजों में प्रारंभिक स्टेज में भी हो सकता है।
प्रश्न 3: क्या यह भूख न लगने की वजह से होता है?
उत्तर: आंशिक रूप से, लेकिन इसमें शरीर के मेटाबॉलिज़्म में बदलाव और सूजन भी शामिल होती है।
प्रश्न 4: क्या पौष्टिक खाना खाने से इसे रोका जा सकता है?
उत्तर: हां, शुरुआत में पोषण सही रखा जाए तो यह काफी हद तक रोकने योग्य है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Cancer-related Cachexia एक जटिल लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है जो कैंसर रोगियों के लिए शारीरिक, मानसिक और पोषण संबंधी चुनौतियाँ उत्पन्न करती है। लेकिन यदि इसका समय पर निदान, समुचित पोषण, दवाओं और व्यायाम के साथ प्रबंधन किया जाए, तो रोगी की जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।