Khushveer Choudhary

Cervical Spondylopathy: कारण, लक्षण, इलाज, घरेलू उपाय और बचाव के तरीके

सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी (Cervical Spondylopathy) गर्दन की हड्डियों (cervical vertebrae) और इंटरवर्टेब्रल डिस्क में उम्र या अन्य कारणों से होने वाले विकृति या डीजेनेरेशन को कहते हैं। यह स्थिति गर्दन में दर्द, अकड़न, चक्कर, सिरदर्द और हाथों में सुन्नता जैसे लक्षण पैदा कर सकती है। यह एक सामान्य ऑर्थोपेडिक समस्या है जो अधिकतर 40 वर्ष से ऊपर के लोगों में देखी जाती है।









सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी क्या होता है ? (What is Cervical Spondylopathy?)

यह एक प्रकार की degenerative condition है जिसमें सर्वाइकल रीढ़ की हड्डियों और उनसे जुड़ी नसों पर दबाव पड़ता है। इससे मांसपेशियों की कमजोरी, तंत्रिका क्षति और चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है। इसे cervical osteoarthritis या cervical spondylosis भी कहा जाता है।

सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी कारण (Causes of Cervical Spondylopathy):

  1. बढ़ती उम्र (Aging)
  2. रीढ़ की हड्डियों का घिसाव (Spinal wear and tear)
  3. गर्दन की चोट (Neck injury or trauma)
  4. गलत मुद्रा (Poor posture)
  5. अत्यधिक भार उठाना (Heavy lifting)
  6. अत्यधिक कम्प्यूटर या मोबाइल का प्रयोग
  7. आनुवंशिक कारण (Genetic factors)

सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी के लक्षण (Symptoms of Cervical Spondylopathy):

  1. गर्दन में लगातार दर्द या अकड़न
  2. सिरदर्द, खासकर पीछे की तरफ
  3. कंधे, हाथ या उंगलियों में झनझनाहट या सुन्नता
  4. चक्कर आना या संतुलन खोना
  5. मांसपेशियों में कमजोरी
  6. चलने में परेशानी या पैरों में भारीपन
  7. नींद में परेशानी

निदान (Diagnosis):

  1. फिजिकल परीक्षण (Physical examination)
  2. X-ray – हड्डियों की संरचना देखने के लिए
  3. MRI Scan – नसों और डिस्क की स्थिति जानने के लिए
  4. CT Scan
  5. EMG (Electromyography) – नर्व फंक्शन की जांच के लिए

इलाज (Treatment):

  1. दवाइयाँ (Medications):

    1. दर्द निवारक (Painkillers)
    1. एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयाँ (NSAIDs)
    1. मांसपेशी शिथिलक (Muscle relaxants)
    1. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स
  2. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy):

    1. गर्दन की स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज
    1. हीट या कोल्ड थेरेपी
  3. कॉलर या सपोर्ट डिवाइस

  4. सर्जरी (यदि आवश्यक हो):

    1. डिस्क हटाना या रिप्लेस करना
    2. नर्व डिकंप्रेशन

सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी कैसे रोके (Prevention):

  1. सही मुद्रा में बैठना और सोना
  2. गर्दन को अधिक समय तक एक स्थिति में न रखना
  3. योग और व्यायाम करना
  4. कंप्यूटर या मोबाइल का प्रयोग करते समय गर्दन सीधी रखें
  5. भारी वस्तुओं को ठीक से उठाना

घरेलू उपाय (Home Remedies):

  1. हल्के गर्म पानी से सेकाई
  2. हल्के गर्दन के व्यायाम
  3. हल्दी और दूध का सेवन
  4. मेथी या अदरक का सेवन सूजन कम करने में सहायक
  5. आयुर्वेदिक तेल से मालिश

सावधानियाँ (Precautions):

  1. अचानक गर्दन मोड़ने से बचें
  2. सिर के नीचे उचित ऊंचाई वाला तकिया लगाएं
  3. झटकेदार वाहन यात्रा से बचें
  4. लंबे समय तक एक ही स्थिति में काम न करें
  5. अत्यधिक वजन न उठाएं

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

प्र1: क्या सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी पूरी तरह ठीक हो सकता है?
उत्तर: यह एक डीजेनेरेटिव स्थिति है, इसलिए पूरी तरह ठीक नहीं होती लेकिन जीवनशैली में बदलाव और सही इलाज से नियंत्रित किया जा सकता है।

प्र2: क्या इस स्थिति में योग फायदेमंद है?
उत्तर: हां, योग और स्ट्रेचिंग व्यायाम से गर्दन की लचक बनी रहती है और दर्द कम होता है।

प्र3: क्या सर्वाइकल कॉलर पहनना सही है?
उत्तर: डॉक्टर की सलाह से सीमित समय के लिए कॉलर का प्रयोग किया जा सकता है।

सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी कैसे पहचाने (How to Identify):

यदि आपको गर्दन में लंबे समय से दर्द हो रहा है, हाथ सुन्न हो रहे हैं, या चक्कर आ रहे हैं, तो यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी का संकेत हो सकता है। तुरंत किसी न्यूरोलॉजिस्ट या ऑर्थोपेडिक से संपर्क करें।

निष्कर्ष (Conclusion):

सर्वाइकल स्पॉन्डिलोपैथी (Cervical Spondylopathy) एक सामान्य लेकिन उपेक्षित समस्या है। समय पर पहचान, उचित इलाज और जीवनशैली में बदलाव के जरिए इससे बचाव और नियंत्रण संभव है। यदि लक्षण लगातार बने रहें, तो विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।


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