Khushveer Choudhary

Chronic Uveitis कारण, लक्षण, इलाज, घरेलू उपाय और सावधानियाँ

Chronic Uveitis (दीर्घकालिक यूवाइटिस) आंख की सूजन संबंधी एक गंभीर समस्या है जो आंख की uvea (यूविया) नामक मध्य परत को प्रभावित करती है। यह स्थिति तीन महीने या उससे अधिक समय तक बनी रहती है और उपचार के बावजूद बार-बार लौट सकती है। यह दृष्टि को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकती है अगर समय पर इलाज न किया जाए।









Chronic Uveitis क्या होता है (What is Chronic Uveitis)?

Uveitis का अर्थ होता है आंख की यूविया परत (iris, ciliary body और choroid) की सूजन। Chronic Uveitis तब कहा जाता है जब यह सूजन लंबे समय तक बनी रहती है या बार-बार होती रहती है। इसमें आंख लाल, दर्दनाक और धुंधली हो सकती है।

Chronic Uveitis के कारण (Causes):

  1. ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune diseases)
    1. रुमेटॉइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)
    1. एंकायलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing spondylitis)
    1. ल्यूपस (Lupus)
    1. सारकॉइडोसिस (Sarcoidosis)
  2. संक्रामक रोग (Infectious causes):
    1. टॉक्सोप्लाज़मोसिस (Toxoplasmosis)
    1. ट्यूबरकुलोसिस (TB)
    1. सिफलिस (Syphilis)
    1. हर्पीज़ (Herpes simplex/zoster)
  3. आई ट्रॉमा या सर्जरी के बाद की प्रतिक्रिया (Post-traumatic or post-surgical)
  4. Idiopathic (बिना पहचाने कारण के) – कई मामलों में कारण नहीं मिल पाता
  5. HLA-B27 पॉज़िटिव स्थितियाँ
  6. Multiple sclerosis (मल्टीपल स्केलेरोसिस)
  7. Behçet's disease
  8. Inflammatory bowel disease (IBD)
  9. सिस्टमिक वेस्कुलाइटिस (Systemic vasculitis)

Chronic Uveitis के लक्षण (Symptoms of Chronic Uveitis):

  1. आंखों में लगातार जलन या दर्द
  2. आंखों का लाल होना
  3. धुंधला दिखना (Blurry vision)
  4. रोशनी के प्रति संवेदनशीलता (Photophobia)
  5. आंखों में floaters (तैरते धब्बे दिखाई देना)
  6. आंख में भारीपन
  7. देखने में धुंध या धब्बे आना
  8. सिरदर्द (कभी-कभी)
  9. आंखों में पानी आना
  10. दोनों आंखों में एक साथ या एक-एक करके लक्षण आ सकते हैं

कैसे पहचाने Chronic Uveitis (Diagnosis of Chronic Uveitis):

  1. स्लिट लैम्प जांच (Slit-lamp examination)
  2. विज़न टेस्ट (Visual acuity test)
  3. फंडस एग्ज़ामिनेशन (Fundus examination)
  4. Iritis या Vitritis का मूल्यांकन
  5. ब्लड टेस्ट (CBC, ANA, HLA-B27, ESR, CRP आदि)
  6. TB, syphilis, toxoplasmosis के लिए विशेष जांच
  7. OCT (Optical coherence tomography)
  8. Fluorescein angiography
  9. Chest X-ray या CT scan (Sarcoidosis/ TB के लिए)
  10. MRI या अन्य न्यूरोलॉजिकल मूल्यांकन यदि आवश्यक हो

Chronic Uveitis का इलाज (Treatment of Chronic Uveitis):

  1. कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स (Steroid eye drops, oral or injections)
  2. Cycloplegic drops (दर्द और चिपकाव रोकने के लिए)
  3. Immunosuppressive medications – Methotrexate, Azathioprine
  4. Biologic agents – Infliximab, Adalimumab (अगर autoimmune कारण हो)
  5. Antibiotics/Antivirals – अगर संक्रमण से संबंधित हो
  6. Intravitreal steroid implants
  7. Eye pressure नियंत्रण हेतु दवाएं (Anti-glaucoma medications)
  8. Surgical treatment – Vitrectomy या cataract surgery यदि जरूरत हो
  9. लंबे समय तक मॉनिटरिंग और फॉलोअप अनिवार्य
  10. Systemic disease management (जैसे IBD, lupus आदि)

कैसे रोके Chronic Uveitis (Prevention Tips):

  1. आंखों की चोटों से बचाव करें
  2. ऑटोइम्यून बीमारियों को नियंत्रित रखें
  3. संक्रमण से सावधानी रखें
  4. डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं नियमित लें
  5. आंखों में कोई भी असामान्य लक्षण दिखे तो नजरअंदाज न करें
  6. नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं
  7. धूल, धूप और प्रदूषण से आंखों को बचाएं
  8. धूम्रपान से बचें
  9. स्वस्थ खानपान और जीवनशैली अपनाएं
  10. समय पर वैक्सीन और संक्रमण से सुरक्षा के उपाय अपनाएं

घरेलू उपाय (Home Remedies for Chronic Uveitis):

नोट: घरेलू उपाय केवल सहायक हो सकते हैं, मुख्य इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए।

  1. गुनगुने पानी से आंख की सिकाई – सूजन में राहत
  2. एलोवेरा जूस (सावधानीपूर्वक और डॉक्टर से सलाह लेकर)
  3. आंखों को ठंडी पट्टी से आराम देना
  4. आंखों पर गुलाबजल की कुछ बूंदें (बिना केमिकल वाला)
  5. हल्दी वाला दूध (Turmeric contains curcumin with anti-inflammatory properties)
  6. त्रिफला का सेवन – इम्यून सिस्टम के लिए सहायक
  7. शुद्ध घी या गाय का घी – आंखों के स्वास्थ्य में सहायक
  8. बिलकुल साफ-सुथरा आंख धोने का पानी
  9. तनाव कम करना – ध्यान और योग के माध्यम से
  10. पौष्टिक आहार जैसे हरी सब्जियां, विटामिन A, C, E युक्त खाद्य पदार्थ

सावधानियाँ (Precautions):

  1. स्टेरॉयड या इम्यूनोथेरेपी का प्रयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें
  2. आंखों को बार-बार न छुएं
  3. किसी भी घरेलू उपाय को डॉक्टर से पूछे बिना आंख में न डालें
  4. चश्मा, आई ड्रॉप आदि किसी और का उपयोग न करें
  5. धूप में बाहर निकलते समय धूप का चश्मा पहनें
  6. संक्रमण होने पर तुरंत इलाज करवाएं
  7. दवाओं को समय पर और सही मात्रा में लें
  8. आंखों की नियमित जांच कराना जरूरी है
  9. ब्लड शुगर और इम्यून से जुड़ी बीमारियों पर नियंत्रण रखें
  10. आंख में दर्द या धुंधलापन हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

Q1. क्या Chronic Uveitis से अंधापन हो सकता है?
हाँ, यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह स्थिति स्थायी दृष्टि हानि का कारण बन सकती है।

Q2. क्या यह केवल एक आंख को प्रभावित करता है?
यह एक या दोनों आंखों में हो सकता है, और समय के साथ दूसरी आंख में भी फैल सकता है।

Q3. क्या यह संक्रमण से होता है या आटोइम्यून से?
दोनों ही कारण संभव हैं – संक्रमण भी और ऑटोइम्यून भी।

Q4. क्या यह पूरी तरह से ठीक हो सकता है?
अगर सही समय पर इलाज और नियमित फॉलोअप हो तो लक्षणों को नियंत्रित रखा जा सकता है।

Q5. क्या यह बच्चों में भी हो सकता है?
हाँ, Juvenile Idiopathic Arthritis (JIA) वाले बच्चों में यह आम है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Chronic Uveitis (दीर्घकालिक यूवाइटिस) एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय स्थिति है। सही पहचान, समय पर इलाज और सावधानियों के साथ इस बीमारी को नियंत्रण में रखा जा सकता है। आंखों की नियमित जांच, डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज और स्वस्थ जीवनशैली इस स्थिति से लड़ने में सहायक साबित हो सकते हैं। इसे नजरअंदाज करना आपकी दृष्टि के लिए घातक हो सकता है, इसलिए हर असामान्य लक्षण पर ध्यान देना जरूरी है।


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