Congenital Heart Block : कारण, लक्षण, इलाज और पूरी जानकारी

Congenital Heart Block (CHB) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर हृदय संबंधी समस्या है, जिसमें जन्म से ही शिशु का दिल की धड़कन नियंत्रित करने वाली विद्युत प्रणाली (electrical conduction system) ठीक से काम नहीं करती। इसका मतलब है कि दिल के ऊपरी और निचले हिस्सों के बीच सिग्नल ट्रांसमिशन धीमा या अवरुद्ध हो जाता है, जिससे हृदय की गति (heart rate) असामान्य रूप से धीमी हो जाती है। यह स्थिति गर्भ में ही विकसित हो जाती है और जन्म के समय या उससे पहले ही इसका पता चल सकता है।

Congenital Heart Block क्या होता है ? (What is Congenital Heart Block?)

Congenital Heart Block का मतलब है कि AV Node (Atrioventricular Node) या उससे जुड़े विद्युत सिग्नल की प्रक्रिया में कोई अवरोध आ जाता है। इसके कारण दिल की धड़कन बहुत धीमी (Bradycardia) हो जाती है। यह स्थिति Isolated हो सकती है या किसी अन्य जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Disease) के साथ जुड़ी हो सकती है।

Congenital Heart Block कारण (Causes of Congenital Heart Block)

  1. माताओं में ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune Disorders in Mother):

    1. जैसे Systemic Lupus Erythematosus (SLE), Sjögren’s Syndrome
    1. गर्भवती मां के शरीर में मौजूद anti-Ro/SSA और anti-La/SSB एंटीबॉडी प्लेसेंटा के माध्यम से भ्रूण के हृदय को नुकसान पहुंचाती हैं।
  2. जन्मजात हृदय दोष (Congenital Heart Defects)

  3. जेनेटिक म्यूटेशन (Genetic mutations)

  4. क्रोमोसोमल असामान्यताएं

  5. Idiopathic (अज्ञात कारण से) – कई मामलों में स्पष्ट कारण नहीं मिलता

Congenital Heart Block के लक्षण (Symptoms of CHB)

लक्षण इस पर निर्भर करते हैं कि हृदय ब्लॉक किस डिग्री का है (1st, 2nd या 3rd degree):

जन्म से पहले (In-utero):

  1. भ्रूण की धीमी हृदय गति (Fetal bradycardia – <100 bpm)
  2. हाइड्रोप्स फेटालिस (Hydrops fetalis) – शरीर में फ्लूइड जमा होना
  3. भ्रूण की मृत्यु (severe cases)

जन्म के बाद (Newborn or Infant):

  1. धीमी हृदय गति
  2. सांस की समस्या
  3. दूध पीने में कठिनाई
  4. थकावट और बेहोशी
  5. Cyanosis (त्वचा का नीला पड़ना)
  6. विकास में देरी
  7. चक्कर या दौरे (severe cases)

Congenital Heart Block कैसे पहचाने (Diagnosis of Congenital Heart Block)

  1. Fetal Echocardiography (गर्भकालीन जांच):

    1. गर्भ में हृदय गति और विद्युत प्रवाह की निगरानी
  2. ECG (Electrocardiogram):

    1. दिल की लय और ब्लॉक की डिग्री की पुष्टि करता है
  3. 24-hour Holter Monitoring:

    1. लगातार हृदय गति की रिकॉर्डिंग
  4. Echocardiogram:

    1. दिल की संरचना और कार्य की जांच
  5. Maternal Antibody Test:

    1. मां के रक्त में anti-Ro और anti-La एंटीबॉडी की जाँच
  6. Fetal Doppler या NST (Non-stress test)

Congenital Heart Block इलाज (Treatment of Congenital Heart Block)

इलाज ब्लॉक की डिग्री और लक्षणों की गंभीरता पर आधारित होता है:

1. Monitoring (निगरानी):

  • हल्के मामलों में जहां कोई लक्षण नहीं हो, केवल नियमित जांच आवश्यक होती है।

2. Pacemaker (पेसमेकर):

  • यदि हृदय गति बहुत धीमी हो, तो permanent pacemaker लगाया जाता है।
  • यह नवजात या छोटे बच्चों में भी किया जा सकता है।

3. Steroid Therapy (यदि गर्भावस्था में पहचान हो):

  • गर्भवती महिला को डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) दी जाती है, ताकि भ्रूण का हृदय प्रभावित न हो।

4. Delivery Planning:

  • High-risk fetal cardiology center में प्रसव कराया जाता है।

5. Immunoglobulin Therapy या प्लाज्माफेरेसिस (कुछ मामलों में)

Congenital Heart Block कैसे रोके (Prevention)

  1. ऑटोइम्यून रोग वाली महिलाओं में नियमित गर्भकालीन जांच करवाएं
  2. Pregnancy से पहले anti-Ro और anti-La एंटीबॉडी की जांच
  3. Fetal echocardiography 16–26 सप्ताह के बीच कराना चाहिए
  4. समय पर उपचार और हाई-रिस्क डिलीवरी की योजना बनाएं

घरेलू उपाय (Home Remedies)

यह स्थिति गंभीर है, घरेलू उपाय केवल सहायक देखभाल के लिए हैं:

  1. नवजात को नियमित स्तनपान कराएं
  2. डॉक्टर द्वारा बताए गए कार्डियक मॉनिटर का उपयोग करें
  3. बच्चे को संक्रमण से बचाएं
  4. संतुलित आहार और स्वच्छता बनाए रखें
  5. पेसमेकर लगे बच्चे को अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रखें

सावधानियाँ (Precautions)

  1. शिशु की सांस और दिल की धड़कन पर लगातार नजर रखें
  2. यदि चक्कर, सुस्ती, या Cyanosis दिखे तो तुरंत अस्पताल ले जाएं
  3. पेसमेकर लगे बच्चों को MRI और कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से सावधान रखें
  4. नियमित कार्डियोलॉजिस्ट से जांच कराएं
  5. स्कूल और देखभाल करने वालों को स्थिति के बारे में जानकारी दें

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या Congenital Heart Block ठीक हो सकता है?
यदि यह स्थायी हो तो ठीक नहीं होता, लेकिन पेसमेकर द्वारा इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Q2. क्या सभी मामलों में पेसमेकर की जरूरत होती है?
नहीं, हल्के मामलों में केवल निगरानी पर्याप्त हो सकती है।

Q3. क्या यह अनुवांशिक होता है?
प्रत्यक्ष रूप से नहीं, लेकिन ऑटोइम्यून बीमारियों के कारण यह जन्मजात रूप में हो सकता है।

Q4. क्या बच्चा सामान्य जीवन जी सकता है?
हाँ, यदि समय पर पेसमेकर लगाया जाए और निगरानी की जाए तो बच्चा सामान्य विकास कर सकता है।

Q5. क्या यह अगली गर्भावस्था में भी हो सकता है?
अगर मां में anti-Ro/La एंटीबॉडी हैं तो हाँ, इसलिए अगली बार गर्भावस्था की निगरानी और प्लानिंग जरूरी है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Congenital Heart Block (जन्मजात हृदय ब्लॉक) एक दुर्लभ लेकिन महत्वपूर्ण हृदय विकृति है, जो भ्रूण या नवजात की हृदय गति को प्रभावित करती है। इसका शीघ्र निदान, उचित इलाज, और सतत निगरानी बच्चे को स्वस्थ जीवन की ओर ले जा सकती है। पेसमेकर और आधुनिक तकनीकों की सहायता से अब इस स्थिति को अच्छी तरह से प्रबंधित किया जा सकता है।


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