Congenital Tracheoesophageal Fistula : कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

Congenital Tracheoesophageal Fistula (TEF) एक जन्मजात असामान्यता है जिसमें श्वासनली (Trachea) और भोजननली (Esophagus) के बीच एक असामान्य नलिका (fistula) बन जाती है। इस स्थिति में शिशु के मुंह से निगला गया दूध या तरल पदार्थ फेफड़ों में जा सकता है जिससे सांस की तकलीफ, संक्रमण और दम घुटने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।TEF अक्सर Esophageal Atresia के साथ पाई जाती है, जिसमें भोजननली का ऊपरी और निचला हिस्सा जुड़ा नहीं होता।

Congenital Tracheoesophageal Fistula क्या होता है (What is Congenital Tracheoesophageal Fistula)?

इस विकार में भोजननली और श्वासनली आपस में जुड़ी होती हैं। जब बच्चा कुछ भी निगलता है तो वह अन्ननली के बजाय श्वासनली से होते हुए फेफड़ों (lungs) में चला जाता है, जिससे गंभीर फेफड़ों की समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

Congenital Tracheoesophageal Fistula कारण (Causes of Congenital Tracheoesophageal Fistula)

  1. Embryological development में दोष (गर्भस्थ शिशु की विकास प्रक्रिया में त्रुटि)
  2. Unknown sporadic mutation (कई बार बिना कारण के होता है)
  3. Genetic syndromes से जुड़ा हो सकता है, जैसे:
    1. VACTERL association
    1. CHARGE syndrome
    1. Down syndrome (in some cases)
  4. Maternal factors – जैसे uncontrolled diabetes या टेराटोजेनिक दवाओं का सेवन
  5. Parental consanguinity (करीबी रिश्तेदारों में विवाह)

Congenital Tracheoesophageal Fistula के लक्षण (Symptoms of Congenital Tracheoesophageal Fistula)

  1. जन्म के तुरंत बाद दूध पीते ही खांसी आना (Coughing or choking while feeding)
  2. बार-बार सांस की तकलीफ (Frequent respiratory distress)
  3. नीला पड़ जाना (Cyanosis)
  4. बच्चे की मुंह या नाक से झागदार लार का अत्यधिक निकलना (Excessive frothy saliva)
  5. फेफड़ों में बार-बार संक्रमण (Recurrent pneumonia)
  6. निगलने में असमर्थता (Feeding difficulty)
  7. पेट फूलना (Abdominal distension)
  8. गैस्ट्रिक कंटेंट का श्वसन नली में प्रवेश (Aspiration)
  9. श्वसन मार्ग में आवाज आना (Stridor or noisy breathing)
  10. गंभीर मामलों में श्वासावरोध और मृत्यु का खतरा

Congenital Tracheoesophageal Fistula कैसे पहचाने (How to Identify TEF)

  1. Feeding के समय बच्चे को खांसी और cyanosis होना
  2. Feeding tube पेट में नहीं जा पाना (Orogastric or nasogastric tube fails to pass)
  3. X-ray with contrast dye – पेट में गैस दिखना और अन्ननली का अवरुद्ध होना
  4. Fluoroscopy – fistula की पुष्टि के लिए
  5. Bronchoscopy या Endoscopy (जरूरत होने पर)

निदान (Diagnosis of TEF)

  1. Clinical suspicion based on symptoms
  2. X-ray with radiopaque tube and air in stomach
  3. Contrast esophagography
  4. Ultrasound (prenatal cases में)
  5. CT Scan या MRI (rarely used)
  6. Echocardiography (अन्य जन्मजात दोषों की जांच के लिए)

Congenital Tracheoesophageal Fistula इलाज (Treatment of Congenital Tracheoesophageal Fistula)

इस स्थिति का इलाज सर्जरी द्वारा किया जाता है:

1. Surgical Repair (मुख्य इलाज)

  • Fistula को बंद करना और अन्ननली को ठीक से जोड़ना
  • Esophageal atresia होने पर upper और lower esophagus को जोड़ना
  • यदि जुड़ाव संभव न हो तो gastric pull-up या colonic interposition

2. Pre-operative Care

  • Feeding बंद करना
  • IV fluids से पोषण देना
  • Suctioning से लार हटाना
  • Antibiotics देना संक्रमण से बचाव हेतु

3. Post-operative Care

  • NICU में निगरानी
  • Feeding धीरे-धीरे शुरू करना
  • Physiotherapy और speech therapy
  • Reflux या narrowing के लिए follow-up

Congenital Tracheoesophageal Fistula कैसे रोके (Prevention Tips)

यह एक जन्मजात स्थिति है और पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन:

  1. Genetic counseling अगर परिवार में कोई इतिहास हो
  2. Prenatal care और समय पर स्कैन
  3. VACTERL या अन्य syndromes की prenatal पहचान
  4. गर्भावस्था के दौरान टेराटोजेनिक दवाओं से बचाव

घरेलू उपाय (Home Care / Supportive Measures)

TEF का घरेलू इलाज नहीं है, लेकिन सर्जरी के बाद घरेलू देखभाल जरूरी है:

  1. बच्चे को upright पोजिशन में रखें, खासकर feeding के बाद
  2. फीडिंग के लिए डॉक्टर द्वारा सुझाए गए nipple या tube का प्रयोग करें
  3. पोषण के लिए सही consistency का खाना दें
  4. खांसी या सांस की तकलीफ पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
  5. नियमित follow-up appointments रखें

सावधानियाँ (Precautions)

  1. पेट में गैस या infection के लक्षणों पर ध्यान दें
  2. बच्चे को बार-बार aspiration न हो, इसका ध्यान रखें
  3. रेगुलर feeding schedule और सही तकनीक का पालन करें
  4. घर में साफ-सफाई बनाए रखें ताकि संक्रमण न हो
  5. किसी भी unusual symptom पर तुरंत डॉक्टर से मिलें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र1: क्या TEF जानलेवा हो सकता है?
हाँ, यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह श्वसन अवरोध और संक्रमण से जानलेवा हो सकता है।

प्र2: क्या TEF का इलाज संभव है?
हाँ, सर्जरी से इसका इलाज संभव है और अधिकांश बच्चे ठीक हो जाते हैं।

प्र3: क्या TEF अन्य जन्मजात विकारों से जुड़ा होता है?
हाँ, यह VACTERL और अन्य syndromes के साथ जुड़ा हो सकता है।

प्र4: क्या बच्चा सामान्य जीवन जी सकता है?
सफल सर्जरी और देखभाल के बाद अधिकांश बच्चे सामान्य जीवन जी सकते हैं।

प्र5: क्या TEF दोबारा हो सकता है?
सर्जरी के बाद कुछ जटिलताएं जैसे stricture या fistula का दोबारा बनना हो सकता है, इसलिए निगरानी जरूरी है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Congenital Tracheoesophageal Fistula एक गंभीर लेकिन उपचार योग्य जन्मजात विकार है जो शिशु की भोजन और श्वसन प्रक्रिया को प्रभावित करता है। समय पर पहचान, सर्जिकल हस्तक्षेप और सटीक देखभाल से इस स्थिति का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों की शुरुआती शारीरिक समस्याओं को हल्के में न लें और किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरन्त विशेषज्ञ से संपर्क करें।


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