Cytomegalovirus (CMV) एक आम लेकिन अक्सर अनदेखा किया जाने वाला वायरस है, जो Herpesviridae फैमिली का हिस्सा है। यह वायरस एक बार शरीर में प्रवेश करने के बाद जीवनभर निष्क्रिय (latent) रह सकता है और कमजोर इम्यूनिटी होने पर दोबारा सक्रिय हो सकता है।
अधिकतर लोगों को इसका संक्रमण होने पर कोई लक्षण नहीं दिखते, लेकिन गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों (जैसे HIV, कैंसर या ट्रांसप्लांट पेशेंट) में यह संक्रमण गंभीर हो सकता है।
Cytomegalovirus Infection क्या होता है ( What is Cytomegalovirus Infection)?
CMV एक वायरल संक्रमण है जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है जैसे आँखें, फेफड़े, यकृत, मस्तिष्क आदि। यह वायरस शारीरिक द्रवों (body fluids) जैसे लार, रक्त, मूत्र, वीर्य, और ब्रेस्ट मिल्क के माध्यम से फैलता है।
Cytomegalovirus Infection कारण (Causes of CMV Infection)
CMV संक्रमण निम्नलिखित कारणों से फैल सकता है:
- संक्रमित व्यक्ति की लार, पेशाब, रक्त, वीर्य या स्तन-दूध के संपर्क में आना
- यौन संपर्क के माध्यम से
- रक्त संचार या अंग प्रत्यारोपण (Organ transplant)
- गर्भावस्था के दौरान माँ से बच्चे को
- संक्रमित बच्चे की देखभाल करते समय
Cytomegalovirus Infection लक्षण (Symptoms of CMV Infection)
1. सामान्य लोगों में (Healthy individuals):
- हल्का बुखार
- गले में खराश
- थकान
- सूजी हुई लिम्फ नोड्स
- शरीर दर्द
(यह मोनोन्यूक्लियोसिस जैसी स्थिति की तरह लग सकता है)
2. कमजोर इम्यूनिटी वालों में:
- साँस की तकलीफ
- दृष्टि में धुंधलापन (CMV Retinitis)
- पीलिया
- मानसिक भ्रम (Confusion)
- आंतरिक अंगों का संक्रमण (lungs, liver, intestine)
3. नवजात शिशुओं में (Congenital CMV Infection):
- कम वजन
- पीलिया
- यकृत और तिल्ली का बढ़ना
- छोटे सिर का आकार (Microcephaly)
- बहरापन या दृष्टि दोष
- दौरे (Seizures)
- मानसिक विकास में देरी
Cytomegalovirus Infection कैसे पहचाने (Diagnosis of CMV Infection)
- Blood tests (CMV IgM और IgG antibodies)
- PCR टेस्ट – CMV DNA की पहचान
- Urine और Saliva में वायरस की उपस्थिति
- Eye examination – CMV Retinitis की पहचान के लिए
- Imaging (MRI, CT scan) – मस्तिष्क या अन्य अंगों में संक्रमण का पता करने के लिए
- Hearing test (नवजातों में)
Cytomegalovirus Infection इलाज (Treatment of CMV Infection)
स्वस्थ लोगों को आमतौर पर इलाज की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन गंभीर मामलों में निम्नलिखित दवाएं दी जाती हैं:
1. एंटीवायरल दवाएं:
- Ganciclovir
- Valganciclovir
- Foscarnet (resistant मामलों में)
- Cidofovir
2. Supportive therapy:
- तरल पदार्थ देना
- बुखार कम करने की दवाएं
- इम्यूनोथेरेपी (कम इम्युनिटी वाले मरीजों के लिए)
रोकथाम (Prevention Tips)
- गर्भवती महिलाएं बच्चों के लार या पेशाब से दूर रहें
- हाथ धोना विशेष रूप से डायपर बदलने के बाद
- संक्रमित व्यक्ति के बर्तन, ब्रश, तौलिया साझा न करें
- रक्त या अंग प्रत्यारोपण से पहले स्क्रीनिंग कराना
- यौन संबंध के दौरान सावधानी (कंडोम का प्रयोग)
घरेलू उपाय (Home Remedies – Supportive only)
- आराम करें और शरीर को हाइड्रेट रखें
- पौष्टिक आहार लें
- हल्का गर्म पानी या तुलसी वाला काढ़ा
- बुखार हो तो ठंडी पट्टी या पैरासिटामोल
- डॉक्टर के परामर्श अनुसार आयुर्वेदिक या सप्लिमेंट लेना
नोट: घरेलू उपाय केवल हल्के संक्रमण में सहायक हो सकते हैं, गंभीर मामलों में चिकित्सीय इलाज अनिवार्य है।
सावधानियाँ (Precautions)
- गर्भवती महिलाएं बच्चों की लार या मल से सावधानी रखें
- अंग प्रत्यारोपण या कैंसर मरीज नियमित रूप से CMV की निगरानी करें
- आँखों में जलन या धुंध दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें
- CMV दवाओं के साइड इफेक्ट्स (जैसे हड्डी मज्जा में कमी) की निगरानी करें
- नवजात में जन्म के बाद सुनने और देखने की जांच अवश्य कराएं
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्र.1: क्या Cytomegalovirus संक्रमण जानलेवा हो सकता है?
उत्तर: स्वस्थ लोगों में आमतौर पर नहीं, लेकिन कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्तियों और नवजात शिशुओं में यह जानलेवा हो सकता है।
प्र.2: क्या यह संक्रमण बार-बार हो सकता है?
उत्तर: एक बार संक्रमित होने के बाद वायरस शरीर में निष्क्रिय रहता है, लेकिन दोबारा सक्रिय हो सकता है।
प्र.3: क्या गर्भवती महिलाओं को इससे खतरा है?
उत्तर: हाँ, यदि पहली बार गर्भावस्था के दौरान CMV संक्रमण होता है तो भ्रूण को गंभीर नुकसान हो सकता है।
प्र.4: क्या इसका कोई टीका है?
उत्तर: वर्तमान में CMV का कोई approved टीका नहीं है, लेकिन अनुसंधान जारी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Cytomegalovirus Infection (CMV) एक सामान्य लेकिन गंभीर संक्रमण है, विशेषकर कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों और नवजात शिशुओं में। समय पर पहचान, सावधानी और उचित इलाज से इस संक्रमण से बचाव संभव है। गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि बच्चे को संभावित जोखिम से बचाया जा सके।