Diathermy Burn (डायाथर्मी बर्न) एक चिकित्सीय प्रक्रिया के दौरान लगने वाला जलन का घाव है, जो Diathermy मशीन से उत्पन्न गर्मी (heat) या विद्युत प्रवाह (electrical current) के कारण होता है। डायाथर्मी का उपयोग सर्जरी के दौरान ऊतकों को काटने, रक्तस्राव को रोकने या थैरेपी में ऊतक गर्म करने के लिए किया जाता है। हालांकि, गलत उपयोग या उपकरण की खराबी से जलन (burn injury) हो सकती है।
डायाथर्मी बर्न क्या होता है (What is Diathermy Burn):
डायाथर्मी बर्न तब होता है जब उच्च आवृत्ति वाली विद्युत ऊर्जा त्वचा या अंदरूनी ऊतकों में अत्यधिक गर्मी उत्पन्न करती है, जिससे जलन हो जाती है। यह बर्न सर्जिकल डायाथर्मी (surgical diathermy) या फिजियोथैरेपी डायाथर्मी (physiotherapy diathermy) के दौरान हो सकता है।
डायाथर्मी बर्न कारण (Causes of Diathermy Burn):
- इलेक्ट्रोड का खराब संपर्क (Poor electrode contact with skin)
- प्रक्रिया के दौरान गलत टेम्परेचर सेटिंग (Incorrect temperature settings during procedure)
- इंसुलेशन की कमी (Lack of insulation in equipment)
- मेटल इम्प्लांट के नजदीक डायाथर्मी का उपयोग (Use near metal implants)
- लंबे समय तक एक ही स्थान पर डायाथर्मी लगना (Prolonged exposure at one site)
- त्वचा पर नमी या लोशन का होना (Presence of moisture or lotions on skin)
डायाथर्मी बर्न के लक्षण (Symptoms of Diathermy Burn):
- त्वचा का लाल होना (Redness of skin)
- जलन और दर्द (Burning sensation and pain)
- फफोले बनना (Blister formation)
- सूजन (Swelling)
- प्रभावित जगह पर काले या सफेद धब्बे (Blackened or whitened skin areas)
- मवाद या इन्फेक्शन (Pus or infection in severe cases)
निदान कैसे करें (Diagnosis):
- क्लिनिकल जांच (Clinical examination by doctor)
- जलन की गहराई की जांच (Assessment of burn depth)
- संक्रमण की जांच के लिए कल्चर टेस्ट (Culture test for infection)
- पिछले डायाथर्मी प्रोसीजर का रिकॉर्ड चेक करना (Reviewing medical/surgical procedure records)
डायाथर्मी बर्न इलाज (Treatment of Diathermy Burn):
- ठंडे पानी से जगह को धोना (Immediate cold water rinse)
- एंटीसेप्टिक क्रीम या जेल का उपयोग (Application of antiseptic cream/gel)
- ड्रेसिंग करना (Proper wound dressing)
- पेन रिलीवर दवाएं (Pain-relieving medications)
- एंटीबायोटिक दवाएं यदि संक्रमण हो (Antibiotics in case of infection)
- त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना (Consultation with a dermatologist or burn specialist)
- फिजियोथैरेपी में उचित गैप देना (Discontinue or modify physiotherapy if cause)
डायाथर्मी बर्न इसे कैसे रोके (Prevention of Diathermy Burn):
- प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा ही डायाथर्मी का उपयोग कराएं (Ensure trained personnel operate the machine)
- सही तापमान और समय सेटिंग का पालन करें (Follow correct settings and exposure time)
- इलेक्ट्रोड और स्किन के बीच संपर्क की जांच करें (Check skin-electrode interface)
- त्वचा को सूखा रखें (Keep the area dry and free from lotions)
- मेटल इम्प्लांट से दूरी बनाए रखें (Avoid use near metal implants)
- रूटीन इंस्पेक्शन और मेंटेनेंस मशीन का करें (Regular equipment maintenance)
घरेलू उपाय (Home Remedies for Minor Diathermy Burn):
- एलोवेरा जेल (Aloe vera gel) – जलन को शांत करता है और त्वचा को ठंडक देता है
- शहद (Honey) – जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर, हीलिंग में मदद करता है
- ठंडा पानी या बर्फ से सेक (Cold compress) – तुरंत आराम देता है
- हल्दी का लेप (Turmeric paste) – संक्रमण से बचाता है
- नारियल तेल (Coconut oil) – स्किन को हाइड्रेट करता है
सावधानियाँ (Precautions):
- स्वयं कोई दवा या क्रीम ना लगाएं बिना डॉक्टर की सलाह के
- फफोले को न फोड़े
- जलन अधिक होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- जलन की जगह को गंदगी और धूल से बचाएं
- नियमित ड्रेसिंग और साफ-सफाई रखें
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
प्र.1. क्या डायाथर्मी बर्न खतरनाक हो सकता है?
उत्तर: हां, यदि समय पर इलाज न किया जाए तो यह संक्रमण, गहरे घाव या स्कार (निशान) का कारण बन सकता है।
प्र.2. क्या यह बर्न स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है?
उत्तर: गंभीर मामलों में स्थायी स्किन डैमेज या स्कार हो सकते हैं।
प्र.3. डायाथर्मी के बाद तुरंत क्या करें?
उत्तर: जले हुए स्थान को ठंडे पानी से धोएं और डॉक्टर से संपर्क करें।
प्र.4. क्या इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है?
उत्तर: हां, यदि बर्न गहरा न हो तो सही इलाज से पूरी तरह ठीक हो सकता है।
प्र.5. क्या फिजियोथैरेपी में फिर से डायाथर्मी कर सकते हैं?
उत्तर: ठीक होने के बाद और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही।
निष्कर्ष (Conclusion):
Diathermy Burn (डायाथर्मी बर्न) एक ऐसी जटिलता है जो मेडिकल थैरेपी या सर्जरी के दौरान लापरवाही या उपकरण की समस्या के कारण हो सकती है। हालांकि यह अक्सर छोटी चोट होती है, लेकिन सही देखभाल और समय पर उपचार से यह आसानी से ठीक हो सकती है। मरीजों और मेडिकल स्टाफ दोनों को सावधानी बरतनी चाहिए ताकि इससे बचा जा सके।