Hypoactive Sexual Desire Disorder (HSDD) – महिलाओं और पुरुषों में यौन इच्छा की कमी: कारण, लक्षण और समाधान

HSDD क्या होता है?

Hypoactive Sexual Desire Disorder (HSDD) यानी अत्यधिक कम यौन इच्छा एक ऐसा यौन विकार है जिसमें व्यक्ति की सेक्स में रुचि बहुत कम हो जाती है या पूरी तरह से खत्म हो जाती है। इसे हिंदी में "यौन इच्छा की अत्यधिक कमी" कहा जा सकता है। यह समस्या महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज़्यादा देखी जाती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पुरुष इससे अछूते हैं। HSDD सिर्फ एक अस्थायी मनोदशा नहीं, बल्कि एक स्थायी मानसिक और शारीरिक स्थिति हो सकती है, जो कई महीनों या वर्षों तक बनी रहती है।

जब कोई व्यक्ति लगातार यौन गतिविधियों में रुचि न ले, उसे यौन विचार या कल्पनाएं न हों, और यह स्थिति उसके व्यक्तिगत या वैवाहिक जीवन को प्रभावित करे – तब इसे HSDD कहा जाता है। यह केवल हार्मोन की समस्या नहीं है; इसके पीछे मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और दवाओं से जुड़े कई कारण हो सकते हैं। यह एक संवेदनशील विषय होने के कारण लोग अक्सर इसे छुपा लेते हैं, लेकिन सही इलाज और सहयोग से इसे पूरी तरह से संभाला जा सकता है।

HSDD के प्रमुख कारण

HSDD के कारण व्यापक और जटिल हो सकते हैं। शारीरिक कारणों में हार्मोनल असंतुलन, जैसे एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन या टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर प्रमुख है। खासकर मेनोपॉज़, डिलीवरी के बाद या ब्रेस्टफीडिंग के समय महिलाओं में यौन इच्छा में गिरावट देखी जाती है। थाइरॉइड की गड़बड़ी, डायबिटीज़, मोटापा और हृदय रोग जैसी स्थितियाँ भी यौन इच्छा को प्रभावित कर सकती हैं।

मानसिक और भावनात्मक कारणों में डिप्रेशन, चिंता, तनाव, रिश्तों में टकराव, यौन दुर्व्यवहार का अतीत, या आत्म-छवि को लेकर असंतोष शामिल हैं। यदि व्यक्ति अपने शरीर को लेकर असहज महसूस करता है, तो यौन संबंध में रुचि कम हो जाती है। इसके अलावा कुछ दवाएं, जैसे एंटी-डिप्रेसेंट्स, एंटी-हाइपरटेंशन ड्रग्स, और हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव्स भी यौन इच्छा को दबा सकती हैं। शराब और नशे की आदत भी एक प्रमुख भूमिका निभाती है।

HSDD के लक्षण

HSDD का सबसे बड़ा लक्षण है – लगातार और बार-बार यौन रुचि का ना होना। इसमें व्यक्ति को सेक्स की इच्छा नहीं होती, यौन कल्पनाएं नहीं आतीं और किसी भी प्रकार की यौन गतिविधि में भाग लेने की प्रेरणा नहीं मिलती। महिलाएं अक्सर यह महसूस करती हैं कि वे ‘ठंडी’ हो गई हैं या उन्हें अब सेक्स में कोई आनंद नहीं आता। यह भावना ना केवल यौन जीवन, बल्कि रिश्तों और आत्मविश्वास को भी प्रभावित करती है।

लंबे समय तक यह स्थिति बने रहने पर व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, पार्टनर से दूरी, अवसाद और भावनात्मक अस्थिरता भी देखने को मिलती है। कुछ लोग खुद को दोषी समझने लगते हैं, जबकि कुछ को लगता है कि उनमें कुछ “गड़बड़” है। यह आत्म-संदेह समस्या को और बढ़ा देता है।

HSDD का इलाज

Hypoactive Sexual Desire Disorder का इलाज पूरी तरह संभव है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले खुले संवाद और ईमानदार स्वीकारोक्ति की ज़रूरत होती है। डॉक्टर पहले इस बात की जांच करते हैं कि समस्या का मूल कारण शारीरिक है या मानसिक। यदि हार्मोन असंतुलन कारण है, तो हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (जैसे एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन या डैपो प्रेपारा) दी जाती है।

मानसिक कारणों के लिए सेक्स थेरेपी, CBT (Cognitive Behavioral Therapy) और कपल काउंसलिंग बेहद उपयोगी होती है। जिन दवाओं के कारण यौन इच्छा कम हुई हो, उन्हें बदलकर नए विकल्प दिए जाते हैं। अमेरिका में महिलाओं के लिए कुछ दवाएं जैसे Flibanserin (Addyi) और Bremelanotide (Vyleesi) को HSDD के इलाज के लिए मंजूरी दी गई है – हालांकि भारत में ये सीमित उपलब्धता के साथ आती हैं।

इलाज का सबसे अहम पहलू है – पार्टनर की समझ और सहयोग। यह केवल महिला की समस्या नहीं है, बल्कि एक साझा चुनौती है, जिसे मिलकर हल किया जा सकता है।

घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय

आयुर्वेद में यौन इच्छा बढ़ाने वाली कई जड़ी-बूटियाँ वर्णित हैं, जिन्हें "वाजीकरण" औषधियों के नाम से जाना जाता है। शतावरी, अश्वगंधा, सफेद मूसली, गोक्षुर, और कौंच बीज ऐसी जड़ी-बूटियाँ हैं जो न केवल यौन ऊर्जा बढ़ाती हैं, बल्कि तनाव भी घटाती हैं। शतावरी महिलाओं के हार्मोन संतुलन में विशेष रूप से मददगार है, जबकि अश्वगंधा मानसिक थकान और तनाव कम करता है।

रोज़ाना सुबह खाली पेट गर्म दूध में शहद, बादाम, और इलायची डालकर पीना भी यौन ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही योगासन जैसे भुजंगासन, अश्विनी मुद्रा, मूलबंध, और मंडूकासन पेल्विक एरिया में रक्त संचार को सुधारकर यौन उत्तेजना और इच्छा दोनों को बढ़ाते हैं।

जीवनशैली में बदलाव

HSDD से निपटने के लिए केवल दवा या जड़ी-बूटियाँ ही पर्याप्त नहीं हैं। एक सकारात्मक और तनाव-मुक्त जीवनशैली को अपनाना बेहद ज़रूरी है। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट शारीरिक गतिविधि करें – चाहे वह तेज़ चलना हो, योग हो या नृत्य। यह न केवल आपके शरीर को सक्रिय रखेगा, बल्कि मस्तिष्क में अच्छे हार्मोन जैसे डोपामिन और सेरोटोनिन को भी सक्रिय करेगा।

अपने शरीर को समझें और स्वीकार करें। खुद को दोषी महसूस न करें और न ही अपने साथी को। पार्टनर के साथ खुलकर संवाद करें और यौन क्रिया को "कर्तव्य" नहीं, बल्कि संपर्क और स्नेह का जरिया समझें। अच्छी नींद, भरपूर पानी, और पौष्टिक आहार भी यौन इच्छा बढ़ाने में सहायक होते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. क्या HSDD का इलाज संभव है?
हाँ, यदि सही कारण की पहचान हो जाए, तो इसका इलाज संभव है – चाहे वह दवा हो, काउंसलिंग हो या लाइफस्टाइल में बदलाव।

Q2. क्या यह केवल महिलाओं में होता है?
नहीं, पुरुष भी HSDD से प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन महिलाओं में इसकी दर अधिक होती है।

Q3. क्या तनाव HSDD का कारण बन सकता है?
बिलकुल, मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन यौन इच्छा को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

Q4. क्या शादीशुदा जीवन पर इसका असर पड़ता है?
हाँ, यदि समय पर इसका समाधान न किया जाए, तो यह रिश्तों में दूरी और असंतोष पैदा कर सकता है।

निष्कर्ष

Hypoactive Sexual Desire Disorder (HSDD) एक आम लेकिन अनदेखा किया गया यौन विकार है, जिसे समझदारी, खुलापन और सहयोग से पूरी तरह सुधारा जा सकता है। यह जानना ज़रूरी है कि यौन इच्छा का घटना किसी की “कमज़ोरी” नहीं, बल्कि एक जटिल जैविक और मानसिक प्रक्रिया का हिस्सा है। अगर आप या आपका पार्टनर HSDD से जूझ रहे हैं, तो चुप न रहें – बात करें, समाधान खोजें और एक स्वस्थ, सुखद और सामंजस्यपूर्ण यौन जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।

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