PT/INR (Prothrombin Time/International Normalized Ratio) टेस्ट खून के थक्के बनने (blood clotting) की क्षमता की जाँच के लिए किया जाता है। यह टेस्ट ख़ासतौर पर उन लोगों में किया जाता है जो खून पतला करने वाली दवाएं (anticoagulants) जैसे Warfarin ले रहे हों। यह टेस्ट यह जानने में मदद करता है कि खून सामान्य समय में जम रहा है या नहीं।
PT/INR टेस्ट क्या होता है ? (What is PT/INR Test?)
Prothrombin Time (PT) खून के थक्के बनने में लगने वाले समय को मापता है।
INR (International Normalized Ratio) एक स्टैण्डर्ड स्केल है जिससे अलग-अलग लैब की रिपोर्ट को एक जैसी तुलना के लिए लाया जाता है।
परीक्षण के कारण (Causes for Test):
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर (Bleeding disorders) की जांच के लिए
- Warfarin जैसी दवा की निगरानी के लिए
- लिवर की बीमारी का आकलन
- क्लॉटिंग समस्याओं की पहचान
- सर्जरी से पहले खून जमने की क्षमता की जाँच
PT/INR टेस्ट कब किया जाता है? (When is it done?)
- यदि मरीज खून पतला करने की दवाएं ले रहा हो
- बार-बार खून बहने की समस्या हो
- अनियमित क्लॉट्स (thrombosis) बनते हों
- लिवर की समस्या हो
सामान्य मान (Normal Range):
- PT (Prothrombin Time): 11 से 13.5 सेकंड
- INR (International Normalized Ratio):
- सामान्य व्यक्ति के लिए: लगभग 1.0
- Warfarin पर मरीज: 2.0 से 3.0
(नोट: यह आपके डॉक्टर द्वारा तय किया जाता है)
PT/INR टेस्ट के लक्षण (Symptoms of Blood Clotting Disorders):
- त्वचा पर बिना कारण के नीले/बैंगनी निशान (bruises)
- बार-बार नाक से खून आना
- मसूड़ों से खून आना
- मूत्र या मल में खून
- घावों से खून का ज्यादा समय तक बहना
- अचानक स्ट्रोक या हार्ट अटैक के लक्षण
निदान व इलाज (Diagnosis and Treatment):
- यदि INR बहुत कम है तो खून का थक्का तेजी से बन सकता है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा होता है।
- यदि INR बहुत ज़्यादा है तो खून बहने का जोखिम बढ़ता है।
- इलाज में दवा की डोज़ समायोजन, विटामिन K का सेवन या दवा रोकना शामिल है।
PT/INR टेस्ट कैसे रोके (Prevention):
- डॉक्टर की सलाह से ही खून पतला करने वाली दवाएं लें
- नियमित INR टेस्ट कराएं
- विटामिन K युक्त खाद्य पदार्थों का संतुलित सेवन
- लिवर की सेहत का ध्यान रखें
घरेलू उपाय (Home Remedies):
- हरी पत्तेदार सब्जियों का संतुलित सेवन
- अदरक, लहसुन, हल्दी का सीमित उपयोग (ये खून पतला करते हैं)
- शराब और तम्बाकू से बचाव
- विटामिन K युक्त आहार: पालक, ब्रोकोली, गोभी
सावधानियाँ (Precautions):
- किसी भी नई दवा से पहले डॉक्टर से पूछें
- दवा छोड़ने या बदलने से पहले INR टेस्ट करवाएं
- चोट से बचें, क्योंकि ब्लीडिंग का खतरा अधिक रहता है
- ओटीसी (OTC) दवाओं से बचें जो INR को प्रभावित कर सकती हैं
कैसे पहचाने (How to Identify if You Need Test):
- यदि लगातार खून बहने की समस्या हो
- यदि आप anticoagulant ले रहे हैं
- यदि सर्जरी की योजना हो
- यदि लिवर से संबंधित लक्षण हों
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्र1: क्या PT और INR एक ही टेस्ट हैं?
उत्तर: PT और INR एक ही प्रक्रिया के भाग हैं, लेकिन INR PT को एक सामान्य मापदंड में दर्शाता है।
प्र2: क्या यह टेस्ट खाली पेट होता है?
उत्तर: नहीं, यह टेस्ट खाली पेट करने की आवश्यकता नहीं होती।
प्र3: INR कम या ज्यादा होने पर क्या करें?
उत्तर: डॉक्टर से सलाह लें, दवा की डोज़ को एडजस्ट किया जाएगा।
प्र4: टेस्ट की लागत कितनी होती है?
उत्तर: भारत में इसकी कीमत ₹300 से ₹600 के बीच हो सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion):
PT/INR टेस्ट रक्त के थक्के बनने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण मूल्यांकन है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए आवश्यक है जो खून पतला करने की दवा ले रहे हैं या जिन्हें लिवर संबंधित समस्याएं हैं। समय पर जांच और डॉक्टर की सलाह से इलाज होने पर रक्त बहाव या क्लॉटिंग से संबंधित जटिलताओं से बचा जा सकता है।
