Renal Arteriogram किडनी की रक्त धमनियों की जांच, प्रक्रिया, लाभ और सावधानियाँ

Renal Arteriogram, जिसे Renal Angiography भी कहा जाता है, एक विशेष प्रकार की इमेजिंग जांच है जिसका उपयोग किडनी (गुर्दे) की धमनियों (renal arteries) की स्थिति को जांचने के लिए किया जाता है। यह जांच विशेष रूप से तब की जाती है जब डॉक्टर को किडनी में रक्त प्रवाह की समस्याओं, संकुचन या रुकावट की आशंका होती है।

Renal Arteriogram क्या है ? (What is Renal Arteriogram?)

यह एक डायग्नोस्टिक इमेजिंग टेस्ट है जिसमें रेडियोलॉजिकल तकनीक (angiography) का उपयोग कर किडनी की रक्त वाहिकाओं में dye (contrast material) डालकर एक्स-रे के माध्यम से उसका निरीक्षण किया जाता है। यह जांच किडनी के ब्लड सप्लाई में किसी रुकावट या असामान्यता की पहचान में मदद करती है।

Renal Arteriogram करने के कारण (Causes for doing Renal Arteriogram):

  1. किडनी की रक्त धमनियों में संकीर्णता (renal artery stenosis)
  2. उच्च रक्तचाप जो दवाओं से नियंत्रित न हो (resistant hypertension)
  3. गुर्दे में ब्लड क्लॉट या थ्रॉम्बोसिस की आशंका
  4. गुर्दे के ट्यूमर या अन्य संरचनात्मक समस्याओं की जांच
  5. किडनी ट्रांसप्लांट के बाद ब्लड फ्लो की निगरानी
  6. हेमेचुरिया (Hematuria – पेशाब में खून)

Renal Arteriogram के लक्षण (Symptoms of kidney blood flow problems):

  1. बिना वजह बढ़ता हुआ हाई ब्लड प्रेशर
  2. बार-बार सिरदर्द और चक्कर
  3. थकावट और कमजोरी
  4. पेशाब में खून आना
  5. किडनी फेल होने के लक्षण
  6. सूजन (edema), विशेषकर पैरों में

जांच प्रक्रिया (Test Procedure):

  1. रोगी को अस्पताल में भर्ती किया जाता है
  2. ग्रोइन (जांघ) के पास एक कैथेटर (पतली ट्यूब) डाला जाता है
  3. इसे रीनल आर्टरी तक पहुंचाया जाता है
  4. एक विशेष dye (contrast material) डाला जाता है
  5. फिर एक्स-रे या fluoroscopy से चित्र लिए जाते हैं
  6. पूरी प्रक्रिया लगभग 1–2 घंटे तक चल सकती है

Renal Arteriogram इलाज (Treatment - यदि कोई समस्या मिले):

यदि Renal Arteriogram के जरिए कोई असामान्यता मिलती है जैसे stenosis या blockage, तो डॉक्टर आगे उपचार की योजना बना सकते हैं:

  1. Angioplasty और Stent placement
  2. Bypass surgery (शल्य क्रिया)
  3. Medication – रक्तचाप या खून पतला करने की दवाएं

इसे कैसे रोके (Prevention):

  1. ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को नियंत्रित रखें
  2. धूम्रपान और शराब से बचें
  3. संतुलित आहार लें
  4. रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं
  5. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं

घरेलू उपाय (Home Remedies):

Renal blood flow की समस्या में घरेलू उपाय केवल सहायक हो सकते हैं, इलाज का विकल्प नहीं:

  1. तुलसी और गिलोय का सेवन
  2. धनिया का पानी
  3. कम नमक वाला भोजन
  4. तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान
  5. रोज़ाना हल्की एक्सरसाइज

सावधानियाँ (Precautions):

  1. टेस्ट से पहले और बाद में डॉक्टर की सलाह अनुसार खाना-पीना बंद करें
  2. एलर्जी या अन्य मेडिकल हिस्ट्री जरूर बताएं
  3. गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं पहले डॉक्टर को सूचित करें
  4. प्रक्रिया के बाद अधिक पानी पिएं जिससे dye शरीर से बाहर निकले
  5. साइट पर सूजन या दर्द हो तो तुरंत सूचित करें

Renal Arteriogram कैसे पहचाने (Diagnosis):

Renal Arteriogram ही मुख्य डायग्नोस्टिक टेस्ट है, लेकिन इसे करने से पहले अन्य जांच की जाती है:

  1. Doppler Ultrasound
  2. CT Angiography
  3. MRI Angiography
  4. Creatinine Test
  5. Blood Pressure Monitoring

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

प्र.1: क्या यह जांच दर्दनाक होती है?
उत्तर: यह जांच आमतौर पर लोकल एनेस्थीसिया में की जाती है, जिससे दर्द महसूस नहीं होता।

प्र.2: क्या Renal Arteriogram के बाद हॉस्पिटल में रहना पड़ता है?
उत्तर: हां, कुछ घंटों या एक रात तक निगरानी के लिए रखा जा सकता है।

प्र.3: क्या यह जांच सुरक्षित है?
उत्तर: हां, यह एक सुरक्षित प्रक्रिया है लेकिन कुछ मामूली जोखिम (जैसे ब्लीडिंग या dye allergy) हो सकते हैं।

प्र.4: क्या डायबिटिक मरीज यह टेस्ट करा सकते हैं?
उत्तर: हां, लेकिन किडनी फंक्शन टेस्ट के बाद ही अनुमति दी जाती है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Renal Arteriogram एक महत्वपूर्ण जांच है जो किडनी की रक्त धमनियों में किसी भी रुकावट या समस्या की सटीक जानकारी देती है। यह खास तौर पर उन मरीजों के लिए जरूरी है जिन्हें अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर, गुर्दे की बीमारी या ट्रांसप्लांट संबंधित जटिलताएं हों। समय पर जांच और सावधानी से इलाज द्वारा इस स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।


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