Khushveer Choudhary

Serum Amylase & Lipase Test: कारण, प्रक्रिया, लक्षण, इलाज व सावधानियाँ

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट (Serum Amylase and Lipase Test) पाचन एंजाइमों की मात्रा को मापने वाली रक्त जांचें हैं। ये एंजाइम अग्न्याशय (Pancreas) द्वारा बनाए जाते हैं और मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट और वसा के पाचन में मदद करते हैं। यह टेस्ट विशेष रूप से अग्न्याशय की बीमारियों जैसे एक्यूट पैंक्रियाटाइटिस (Acute Pancreatitis) की पहचान और निगरानी में उपयोगी होता है।









सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट क्या होता है ? (What is Serum Amylase & Lipase Test?)

  • एमाइलेज (Amylase): एक एंजाइम जो स्टार्च (कार्बोहाइड्रेट) को चीनी में तोड़ता है। यह लार ग्रंथियों और अग्न्याशय द्वारा उत्पादित होता है।
  • लाइपेस (Lipase): वसा को फैटी एसिड और ग्लिसरॉल में तोड़ने वाला एंजाइम, जो मुख्य रूप से अग्न्याशय से उत्पन्न होता है।

क्यों किया जाता है यह टेस्ट? (Why is it done?)

  • पैंक्रियाज में सूजन या क्षति की जांच करने के लिए।
  • पैंक्रियाटाइटिस (Pancreatitis) की पुष्टि करने के लिए।
  • पित्ताशय की पथरी (Gallstones) या अग्न्याशय के कैंसर की जाँच के लिए।
  • पेट दर्द, उल्टी, बुखार आदि के कारणों को समझने के लिए।

परीक्षण की प्रक्रिया (Test Procedure):

  1. एक स्वास्थ्यकर्मी आपकी बाँह से रक्त का नमूना लेता है।
  2. यह नमूना प्रयोगशाला में भेजा जाता है जहां एमाइलेज और लाइपेस के स्तर को मापा जाता है।
  3. फास्टिंग की जरूरत हो सकती है, डॉक्टर के निर्देश अनुसार।

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट के लक्षण (Symptoms of Pancreatic Disorders):

  • ऊपरी पेट में तेज दर्द
  • मतली और उल्टी
  • बुखार
  • भूख में कमी
  • मल में गंध और तैलीयपन
  • वजन घटना

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट कारण (Causes for Test Requirement):

  • एक्यूट पैंक्रियाटाइटिस (Acute Pancreatitis)
  • क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस (Chronic Pancreatitis)
  • अग्न्याशय की सिस्ट या ट्यूमर
  • गॉलब्लैडर स्टोन (Gallbladder stones)
  • पाचन संबंधी समस्याएं

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट इलाज (Treatment Based on Results):

  • यदि टेस्ट में उच्च स्तर मिले, तो उपचार की योजना रोग के कारण के अनुसार बनाई जाती है, जैसे:
    1. पैंक्रियाटाइटिस का इलाज – हाइड्रेशन, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक।
    1. सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है यदि पथरी या ट्यूमर हो।
  • डायट में बदलाव और शराब से परहेज़।

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट कैसे रोके (Prevention):

  • शराब का सेवन न करें
  • लो-फैट डाइट अपनाएं
  • नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं
  • मोटापे से बचें

घरेलू उपाय (Home Remedies):

  • नींबू पानी या नारियल पानी का सेवन करें
  • हल्दी वाला दूध लें (डॉक्टर की अनुमति से)
  • हल्का और सुपाच्य भोजन लें
  • अदरक और लहसुन का सेवन करें (प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी)

सावधानियाँ (Precautions):

  • टेस्ट से पहले उपवास (Fasting) की जरूरत हो सकती है
  • रिपोर्ट में किसी भी असामान्यता की स्थिति में स्वयं इलाज न करें
  • डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट कैसे पहचाने (Diagnosis/Recognition):

  • पेट दर्द और उल्टी की स्थिति में डॉक्टर सीरम एमाइलेज व लाइपेस की जांच करवाने की सलाह देते हैं।
  • अल्ट्रासाउंड, CT स्कैन आदि सहायक जांच के रूप में की जाती हैं।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):

प्रश्न 1: सीरम एमाइलेज और लाइपेस की नॉर्मल रेंज क्या होती है?
उत्तर:

  • एमाइलेज: 30 से 110 U/L
  • लाइपेस: 0 से 160 U/L
    (रेंज प्रयोगशाला के अनुसार थोड़ी अलग हो सकती है)

प्रश्न 2: क्या यह टेस्ट पैंक्रियास की हर बीमारी में जरूरी होता है?
उत्तर: हां, यह टेस्ट पैंक्रियास से जुड़ी अधिकतर समस्याओं की पहचान में उपयोगी होता है।

प्रश्न 3: क्या खाली पेट टेस्ट करवाना चाहिए?
उत्तर: हां, कई बार डॉक्टर फास्टिंग में टेस्ट कराने की सलाह देते हैं।

प्रश्न 4: टेस्ट में उच्च परिणाम आने का मतलब क्या है?
उत्तर: यह पैंक्रियाटाइटिस, गॉलब्लैडर स्टोन, या अग्न्याशय की अन्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

सीरम एमाइलेज और लाइपेस टेस्ट एक महत्वपूर्ण रक्त जांच है जो अग्न्याशय की कार्यप्रणाली की जांच में मदद करता है। यदि आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं, पेट दर्द या बार-बार उल्टी की शिकायत है, तो इस टेस्ट को डॉक्टर की सलाह से जरूर करवाएं। समय पर निदान और उचित इलाज गंभीर जटिलताओं से बचाता है।


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