Skin Picking Disorder कारण, लक्षण, इलाज, रोकथाम, घरेलू उपाय, सावधानियाँ और FAQs

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर जिसे डर्माटिलोमेनिया (Dermatillomania) भी कहा जाता है, एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति बार-बार अपनी त्वचा को नोचता या खरोंचता है। यह आदत इतनी गंभीर हो सकती है कि इससे घाव, संक्रमण या स्किन डैमेज हो सकता है। यह समस्या अक्सर तनाव, चिंता या जुनूनी विचारों से जुड़ी होती है।









स्किन पिकिंग डिसऑर्डर क्या होता है  (What is Skin Picking Disorder)

यह एक प्रकार का ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव एंड रिलेटेड डिसऑर्डर (Obsessive-Compulsive and Related Disorder) है, जिसमें व्यक्ति बिना किसी स्पष्ट कारण के अपनी त्वचा को बार-बार खरोंचता या नोचता है। यह व्यवहार आदतन या मानसिक तनाव का परिणाम हो सकता है।

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर के कारण (Causes of Skin Picking Disorder)

  1. तनाव और चिंता (Stress and Anxiety)
  2. डिप्रेशन (Depression)
  3. जुनूनी विचार या व्यवहार (Obsessive-Compulsive Thoughts)
  4. बोरियत या अकेलापन (Boredom or Loneliness)
  5. अन्य मानसिक रोगों का सह-उपस्थित होना (Comorbidity with Other Disorders)
  6. ट्रॉमा या भावनात्मक आघात (Past Trauma or Abuse)
  7. जेनेटिक कारण (Genetic Factors)

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर के लक्षण (Symptoms of Skin Picking Disorder)

  1. त्वचा को बार-बार खरोंचना या नोचना
  2. स्किन पर घाव, निशान या खून आना
  3. त्वचा को नोचने के बाद शर्म महसूस होना
  4. इस आदत को छिपाने की कोशिश
  5. नोचने की आदत से होने वाले घावों का बार-बार होना
  6. स्किन पर बार-बार एक ही जगह फोकस करना
  7. नोचने से पहले बेचैनी और बाद में संतोष का अनुभव

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर की पहचान (Diagnosis of Skin Picking Disorder)

  1. मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन (Psychological Evaluation)
  2. DSM-5 गाइडलाइन्स के अनुसार निदान
  3. व्यवहारिक इतिहास और आदतों का निरीक्षण
  4. त्वचा विशेषज्ञ की जाँच (Dermatological Exam)

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर का इलाज (Treatment of Skin Picking Disorder)

  1. कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT)
  2. हैबिट रिवर्सल ट्रेनिंग (Habit Reversal Training)
  3. मनोचिकित्सा (Psychotherapy)
  4. दवाइयाँ (Medications)
    1. SSRI (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors)
    1. एंटी-डिप्रेसेंट्स
  5. माइंडफुलनेस और रिलेक्सेशन तकनीक
  6. समूह चिकित्सा (Group Therapy)

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर इसे कैसे रोके (Prevention of Skin Picking Disorder)

  1. तनाव और चिंता को मैनेज करना
  2. नियमित रूप से मनोचिकित्सक से सलाह लेना
  3. नाखून काटकर रखना
  4. ट्रिगर को पहचान कर उससे बचना
  5. हाथों में कुछ व्यस्त रखने के उपाय (जैसे स्ट्रेस बॉल)

घरेलू उपाय (Home Remedies for Skin Picking Disorder)

  1. एलोवेरा जेल लगाने से त्वचा शांत होती है
  2. नीम या हल्दी का प्रयोग संक्रमण से बचाने में सहायक है
  3. गर्म पानी से स्नान और रिलैक्सेशन
  4. लैवेंडर ऑयल या कैमोमाइल टी तनाव कम करने में सहायक
  5. माइंडफुलनेस मेडिटेशन या योगाभ्यास

सावधानियाँ (Precautions)

  1. त्वचा पर बार-बार हाथ न लगाएं
  2. आईने से दूरी बनाए रखें यदि ट्रिगर करता है
  3. खुद को शारीरिक नुकसान से बचाने के लिए मोजे या दस्ताने पहनें
  4. इंटरनेट या किताबों से स्वयं का निदान न करें
  5. गंभीर स्थिति में डॉक्टर की सलाह अवश्य लें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: क्या स्किन पिकिंग एक मानसिक बीमारी है?
उत्तर: हाँ, यह एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है जिसे डर्माटिलोमेनिया कहा जाता है।

प्रश्न 2: क्या यह आदत अपने आप ठीक हो सकती है?
उत्तर: बहुत कम मामलों में हाँ, लेकिन अधिकतर मामलों में इलाज की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 3: क्या स्किन पिकिंग डिसऑर्डर से स्किन को स्थायी नुकसान हो सकता है?
उत्तर: हाँ, लगातार नोचने से स्कार्स, इन्फेक्शन और स्थायी डैमेज हो सकता है।

प्रश्न 4: बच्चों में यह समस्या होती है क्या?
उत्तर: हाँ, यह किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन किशोरों और वयस्कों में ज्यादा देखने को मिलती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

स्किन पिकिंग डिसऑर्डर (Skin Picking Disorder) एक गंभीर मानसिक समस्या है जो शारीरिक और भावनात्मक दोनों रूप से व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। इसका समय पर पहचान और सही इलाज अत्यंत आवश्यक है। उचित चिकित्सा, काउंसलिंग, और परिवार का सहयोग इस समस्या से उबरने में सहायक हो सकते हैं।


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