एनीसमस (Anismus), जिसे पार्श्वीय रेक्टल स्पैज्म (Paradoxical Puborectalis Contraction) या डिस्कोर्डिनेटेड पेल्विक फ्लोर मसल्स भी कहा जाता है, एक नर्व और मांसपेशी संबंधी समस्या है जिसमें मलाशय (rectum) से मल निकलने के दौरान पेल्विक फ्लोर (pelvic floor) की मांसपेशियाँ अनियंत्रित तरीके से सिकुड़ जाती हैं। इसके कारण मल त्यागना मुश्किल हो जाता है, जिससे कब्ज (constipation) और मलत्याग संबंधी समस्याएं होती हैं।
एनीसमस क्या है? (What is Anismus?)
एनीसमस में मल त्यागते समय पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियाँ (विशेषकर प्यूबोरेक्टालिस मसल) सही तरीके से रिलैक्स नहीं करती, बल्कि सिकुड़ जाती हैं, जिससे मलाशय का रास्ता बंद हो जाता है और मल बाहर नहीं निकल पाता। इसे कभी-कभी "पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन" भी कहा जाता है।
एनीसमस कारण (Causes of Anismus)
- मांसपेशियों का अनियंत्रित संकुचन (Paradoxical contraction)
- मानसिक तनाव और चिंता (Stress and anxiety)
- पुरानी कब्ज (Chronic constipation)
- मल त्यागने का डर या अनुभव
- तंत्रिका संबंधी समस्याएँ (Neurological disorders)
- पूर्व में मलाशय या पेल्विक क्षेत्र की चोट या सर्जरी
- अनुवांशिक या शारीरिक असामान्यताएँ
एनीसमस लक्षण (Symptoms of Anismus)
- मल त्याग में कठिनाई (Difficulty in defecation)
- कब्ज (Constipation)
- मलाशय में तनाव या दर्द (Pain or discomfort in rectal area)
- आंशिक मलत्याग (Incomplete evacuation)
- बार-बार मल त्याग की इच्छा होना (Frequent urge without relief)
- कभी-कभी मल के बाहर निकलने में रुकावट (Obstructed defecation)
एनीसमस कैसे पहचाने? (How to Diagnose Anismus?)
- मरीज के लक्षणों और इतिहास की समीक्षा
- डिजिटल रेक्टल जांच (Digital rectal exam)
- एनोमैनोमेट्री (Anorectal manometry): मलाशय और पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों की दबाव मापने वाली जांच
- पेल्विक फ्लोर इमेजिंग (Pelvic floor imaging): जैसे MRI या इकोग्राफी
- बैरियम एनेग्राफ़ी (Barium enema): मलाशय की संरचना देखने के लिए
- मोटिलिटी टेस्ट (Motility tests): मलाशय की गति जांचने के लिए
एनीसमस इलाज (Treatment of Anismus)
- बायोफीडबैक थेरेपी (Biofeedback therapy): सबसे प्रभावी इलाज, जिसमें मांसपेशियों को सही तरीके से नियंत्रित करना सिखाया जाता है।
- फिजिकल थेरेपी: पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (जैसे किगेल एक्सरसाइज)।
- मलमुलायम (Stool softeners) और फाइबर युक्त आहार: कब्ज कम करने के लिए।
- दवाएं: अगर जरूरी हो तो।
- सर्जरी: अत्यंत दुर्लभ और गंभीर मामलों में।
- मनोवैज्ञानिक सहायता: तनाव कम करने के लिए।
एनीसमस कैसे रोके (Prevention)
- नियमित रूप से उचित आहार और फाइबर लें।
- कब्ज से बचाव करें।
- मल त्याग की आदत बनाएं, देर न करें।
- तनाव प्रबंधन करें।
- शारीरिक सक्रियता बनाए रखें।
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- फाइबर युक्त आहार जैसे हरी सब्जियां, फल, दालें आदि लें।
- पर्याप्त पानी पिएं।
- नियमित व्यायाम करें।
- कब्ज होने पर घरेलू मलमुलायम या हल्का सेंधा नमक पानी ले सकते हैं।
- मल त्याग के लिए आरामदायक और सही स्थिति अपनाएं।
सावधानियाँ (Precautions)
- अत्यधिक जोर लगाकर मल त्याग न करें।
- मल त्याग संबंधी समस्या हो तो देर न करें, डॉक्टर से सलाह लें।
- घरेलू उपचार के साथ प्रोफेशनल थेरपी जरूरी हो सकती है।
- किसी भी नई दवा या सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: क्या एनीसमस से पूरी तरह ठीक होना संभव है?
A1: हाँ, सही उपचार जैसे बायोफीडबैक थेरेपी से पूरी तरह ठीक हो सकता है।
Q2: क्या एनीसमस केवल बड़ों को होता है?
A2: यह किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन अधिकतर वयस्कों में देखा जाता है।
Q3: क्या यह बीमारी तनाव से जुड़ी है?
A3: तनाव और चिंता इससे जुड़ी हो सकती है और लक्षण बढ़ा सकती है।
Q4: क्या सर्जरी इस समस्या का समाधान है?
A4: सर्जरी बहुत ही दुर्लभ मामलों में दी जाती है; ज्यादातर मामलों में थेरेपी से इलाज संभव है।
निष्कर्ष (Conclusion)
एनीसमस मलत्याग में समस्या पैदा करने वाली एक पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन है, जिसका प्रभावी इलाज उपलब्ध है। उचित निदान और उपचार से जीवन गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है। किसी भी मलत्याग संबंधी समस्या पर जल्द चिकित्सीय सलाह लें।
