Khushveer Choudhary

Pure Tone Audiometry टेस्ट क्या है? प्रक्रिया, कारण, लक्षण, इलाज और सावधानियाँ

Pure Tone Audiometry (प्योर टोन ऑडियोमेट्री) एक श्रवण परीक्षण (hearing test) है जिसका उपयोग यह जानने के लिए किया जाता है कि व्यक्ति को सुनने में कोई समस्या है या नहीं। यह टेस्ट हियरिंग लॉस (hearing loss) के प्रकार और स्तर को समझने में मदद करता है। यह विशेष रूप से ENT विशेषज्ञ द्वारा उपयोग में लाया जाता है।









Pure Tone Audiometry Test क्या होता है (What is Pure Tone Audiometry Test)?

यह एक गैर-इनवेसिव श्रवण परीक्षण है जिसमें विभिन्न फ्रीक्वेंसी और वॉल्यूम के साउंड टोन (ध्वनि तरंगों) को इयरफोन के माध्यम से सुना कर यह जांचा जाता है कि मरीज किस तीव्रता और पिच तक की ध्वनि को सुन सकता है।

किन स्थितियों में किया जाता है यह टेस्ट? (Causes / Indications):

  1. सुनने में दिक्कत (Hearing difficulty)
  2. कान में आवाज़ गूंजना या बजना (Tinnitus)
  3. बहरापन (Partial or complete hearing loss)
  4. सिर में चोट के बाद
  5. उम्र संबंधी सुनने की क्षमता में गिरावट
  6. कान में संक्रमण या सूजन

प्योर टोन ऑडियोमेट्री के लक्षण (Symptoms of Hearing Loss जिसके लिए यह टेस्ट किया जाता है):

  1. धीमी या कम आवाज़ें न सुन पाना
  2. बातचीत को ठीक से न समझ पाना
  3. टेलीविजन या रेडियो की आवाज़ बढ़ा कर सुनना
  4. बार-बार "क्या कहा?" पूछना
  5. ग्रुप में बातचीत में कठिनाई होना
  6. कान में गूंज या शोर (Tinnitus)

परीक्षण की प्रक्रिया (Procedure of Pure Tone Audiometry):

  1. मरीज को साउंडप्रूफ रूम में बैठाया जाता है।
  2. उसे इयरफोन पहनाया जाता है।
  3. विभिन्न टोन और पिच के साउंड बजाए जाते हैं।
  4. मरीज को हर बार जब वह आवाज़ सुनता है, तब बटन दबाने के लिए कहा जाता है।
  5. इस प्रक्रिया से एक ऑडियोग्राम (Audiogram) तैयार होता है जो सुनने की सीमा दर्शाता है।

Pure Tone Audiometry Test कैसे पहचाने कि आपको यह टेस्ट करवाने की जरूरत है? (Diagnosis / How to Identify):

  • यदि आपको आवाज़ सुनने में कठिनाई हो रही है
  • बातचीत को स्पष्ट रूप से न समझ पाना
  • लगातार कान बजने की शिकायत
  • ENT डॉक्टर द्वारा संदेह व्यक्त करना

Pure Tone Audiometry Test इलाज (Treatment based on result):

Pure Tone Audiometry केवल एक डायग्नोस्टिक टेस्ट है। इसके परिणाम के आधार पर निम्न उपचार किए जा सकते हैं:

  1. Hearing Aid (श्रवण यंत्र)
  2. Cochlear Implant
  3. दवाइयाँ या कान का इलाज यदि संक्रमण हो
  4. Speech therapy यदि आवश्यक हो
  5. सर्जरी (कुछ मामलों में)

Pure Tone Audiometry Test कैसे रोके (Prevention):

  1. तेज़ आवाज़ों से बचाव करें
  2. कानों में ईयरफोन का कम उपयोग करें
  3. समय-समय पर हियरिंग टेस्ट कराएं
  4. कानों की सफाई सही तरीके से करें
  5. कान में चोट या संक्रमण को नजरअंदाज न करें

घरेलू उपाय (Home Remedies):

  • लहसुन का तेल (Garlic oil) कान में संक्रमण से राहत दे सकता है
  • तिल का तेल या नारियल तेल से हल्की मसाज
  • अदरक और तुलसी के रस का सेवन (सूजन व संक्रमण के लिए लाभदायक)

नोट: घरेलू उपाय डॉक्टर की सलाह के बिना न करें

सावधानियाँ (Precautions):

  1. कान में किसी भी प्रकार की वस्तु न डालें
  2. कानों की स्वच्छता बनाए रखें
  3. तेज आवाज़ों से कानों की सुरक्षा करें
  4. स्व-उपचार से बचें और विशेषज्ञ से सलाह लें
  5. कान में जलन, दर्द या बहाव होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

Q1. क्या यह टेस्ट दर्दनाक होता है?
नहीं, यह पूरी तरह से दर्दरहित और सुरक्षित प्रक्रिया है।

Q2. क्या यह टेस्ट बच्चों के लिए भी किया जाता है?
हाँ, बच्चों के लिए भी यह टेस्ट किया जा सकता है, उनके अनुसार प्रक्रिया थोड़ी भिन्न हो सकती है।

Q3. क्या टेस्ट के बाद तुरंत रिपोर्ट मिलती है?
हाँ, ऑडियोग्राम रिपोर्ट तुरंत मिल सकती है।

Q4. क्या यह टेस्ट बुजुर्गों के लिए जरूरी है?
हाँ, उम्र बढ़ने के साथ सुनने की क्षमता कम हो सकती है, इसलिए यह आवश्यक हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Pure Tone Audiometry एक महत्वपूर्ण श्रवण परीक्षण है जो सुनने में आई समस्याओं की जांच के लिए किया जाता है। समय पर यह परीक्षण करवाने से हियरिंग लॉस का पता चल सकता है और उचित इलाज शुरू किया जा सकता है। यदि आप या आपके किसी परिचित को सुनने में दिक्कत हो रही है, तो ENT विशेषज्ञ से संपर्क कर यह टेस्ट जरूर करवाएं।


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