Khushveer Choudhary

Episodic Vertigo कारण, लक्षण, इलाज, घरेलू उपाय और बचाव की पूरी जानकारी

एपिसोडिक वर्टिगो (Episodic Vertigo) एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को समय-समय पर चक्कर आने के दौरे (episodes of dizziness) महसूस होते हैं। यह चक्कर कुछ सेकंड से लेकर कई मिनटों या घंटों तक हो सकते हैं। यह समस्या कान के अंदरूनी हिस्से, नसों, मस्तिष्क या अन्य शारीरिक असंतुलनों से जुड़ी हो सकती है। एपिसोडिक वर्टिगो अक्सर माइग्रेन, मेनिएर डिजीज (Meniere’s disease), वेस्टिब्यूलर न्यूराइटिस (Vestibular neuritis) या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का लक्षण भी हो सकता है।








एपिसोडिक वर्टिगो क्या होता है  (What is Episodic Vertigo?)

एपिसोडिक वर्टिगो का अर्थ है – बार-बार आने वाला असंतुलन या घूमने जैसा अनुभव। इसमें व्यक्ति को लगता है कि आसपास की वस्तुएं घूम रही हैं या उसका शरीर हिल रहा है। यह स्थिति सामान्य कमजोरी से अलग होती है क्योंकि इसमें संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।

एपिसोडिक वर्टिगो के कारण (Causes of Episodic Vertigo)

  1. मेनिएर डिजीज (Meniere’s Disease) – कान के अंदरूनी हिस्से में द्रव (fluid) का असंतुलन।
  2. वेस्टिब्यूलर माइग्रेन (Vestibular Migraine) – माइग्रेन से जुड़ी वर्टिगो की समस्या।
  3. बेनाइन पैरॉक्सिस्मल पोज़िशनल वर्टिगो (Benign Paroxysmal Positional Vertigo - BPPV) – सिर की पोजीशन बदलने पर चक्कर आना।
  4. वेस्टिब्यूलर न्यूराइटिस (Vestibular Neuritis) – कान की नसों में सूजन।
  5. लो ब्लड प्रेशर (Low Blood Pressure) या डिहाइड्रेशन (Dehydration)
  6. न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorders) जैसे – स्ट्रोक या मल्टीपल स्क्लेरोसिस।
  7. दवाओं के साइड इफेक्ट (Side Effects of Medicines)

एपिसोडिक वर्टिगो के लक्षण (Symptoms of Episodic Vertigo)

  • अचानक चक्कर आना या संतुलन बिगड़ना।
  • सिर घूमना (Spinning sensation)।
  • मतली (Nausea) और उल्टी (Vomiting)।
  • कान में आवाज (Tinnitus) या दबाव महसूस होना।
  • सुनने में परेशानी (Hearing loss) – कुछ मामलों में।
  • सिरदर्द (Headache), विशेषकर माइग्रेन के साथ।
  • चलने-फिरने में असंतुलन।

एपिसोडिक वर्टिगो का इलाज (Treatment of Episodic Vertigo)

  1. दवाइयाँ (Medications):

    1. एंटी-वर्टिगो दवाइयाँ (जैसे Meclizine, Betahistine)।
    2. एंटी-नॉशिया दवाइयाँ (जैसे Domperidone, Ondansetron)।
    3. माइग्रेन कंट्रोल करने की दवाइयाँ।
  2. फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज (Physiotherapy & Exercises):

    1. वेस्टिब्यूलर रिहैबिलिटेशन थेरेपी (Vestibular Rehabilitation Therapy - VRT)।
    1. BPPV के लिए Epley Maneuver।
  3. सर्जरी (Surgery):

    1. मेनिएर डिजीज या गंभीर मामलों में ऑपरेशन किया जा सकता है।
  4. लाइफस्टाइल मैनेजमेंट (Lifestyle Management):

    1. नमक, कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम करना।
    2. पर्याप्त नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट।

एपिसोडिक वर्टिगो से बचाव (Prevention of Episodic Vertigo)

  • हाइड्रेटेड रहें और पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं।
  • संतुलित आहार लें।
  • अधिक नमक और जंक फूड से परहेज करें।
  • अल्कोहल और धूम्रपान से दूरी बनाएं।
  • तनाव और थकान से बचें।
  • नियमित व्यायाम करें और नींद का ध्यान रखें।

घरेलू उपाय (Home Remedies for Episodic Vertigo)

  1. अदरक की चाय (Ginger Tea) – मतली और चक्कर कम करने में सहायक।
  2. तुलसी के पत्ते – शरीर को शांत करने और चक्कर रोकने में मददगार।
  3. नींबू पानी – डिहाइड्रेशन और ब्लड प्रेशर असंतुलन में उपयोगी।
  4. योग और प्राणायाम – मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में सहायक।
  5. आंवला और शहद – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लाभकारी।

सावधानियाँ (Precautions)

  • अचानक सिर या शरीर की पोजीशन न बदलें।
  • सीढ़ियाँ चढ़ते-उतरते समय सावधानी बरतें।
  • वाहन चलाने या मशीनरी ऑपरेट करने से बचें।
  • डॉक्टर की सलाह के बिना दवा बंद न करें।
  • लक्षण बढ़ने पर तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लें।

एपिसोडिक वर्टिगो कैसे पहचाने (How to Diagnose Episodic Vertigo)

  • रोग इतिहास (Medical history) और शारीरिक परीक्षण।
  • Hearing test (Audiometry)।
  • MRI/CT Scan – मस्तिष्क और नसों की स्थिति जानने के लिए।
  • वेस्टिब्यूलर फंक्शन टेस्ट (Vestibular Function Tests)।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: क्या एपिसोडिक वर्टिगो जानलेवा होता है?
उत्तर: सामान्यत: यह जानलेवा नहीं होता, लेकिन गिरने या दुर्घटना का खतरा बढ़ा सकता है।

प्रश्न 2: क्या यह हमेशा कान की समस्या से जुड़ा होता है?
उत्तर: नहीं, यह माइग्रेन, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर या ब्लड प्रेशर असंतुलन से भी हो सकता है।

प्रश्न 3: क्या घरेलू उपाय से इसका इलाज संभव है?
उत्तर: हल्के मामलों में घरेलू उपाय और जीवनशैली सुधार मददगार होते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में चिकित्सीय इलाज ज़रूरी है।

प्रश्न 4: क्या एपिसोडिक वर्टिगो स्थायी होता है?
उत्तर: यह अस्थायी भी हो सकता है और कुछ मामलों में बार-बार लंबे समय तक हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

एपिसोडिक वर्टिगो (Episodic Vertigo) एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार चक्कर आने के दौरे होते हैं। यह समस्या मामूली कारणों से लेकर गंभीर बीमारियों तक का लक्षण हो सकती है। समय पर इलाज, सही जीवनशैली, घरेलू उपाय और चिकित्सकीय सलाह से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यदि लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post