एपिस्पेडियास (Epispadias) एक दुर्लभ जन्मजात (congenital) विकार है, जिसमें मूत्रमार्ग (urethra) का छिद्र सामान्य स्थान पर न होकर ऊपर की ओर खुलता है। यह स्थिति लड़कों और लड़कियों दोनों में हो सकती है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह लड़कों में पाई जाती है। इसमें पेशाब करने की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है और जननांगों की बनावट असामान्य दिख सकती है।
एपिस्पेडियास क्या होता है (What is Epispadias)
एपिस्पेडियास एक जन्मजात मूत्रमार्ग विकार (congenital urethral abnormality) है। सामान्य रूप से मूत्रमार्ग का छिद्र लिंग (penis) की नोक पर होता है, लेकिन एपिस्पेडियास में यह ऊपर की ओर खुल जाता है।
- लड़कों में यह लिंग के ऊपर की ओर कहीं भी खुल सकता है।
- लड़कियों में यह क्लिटोरिस (clitoris) या योनि (vagina) के पास खुल सकता है।
एपिस्पेडियास के कारण (Causes of Epispadias)
एपिस्पेडियास का मुख्य कारण भ्रूण के विकास (fetal development) के दौरान मूत्रमार्ग और जननांगों की अधूरी संरचना है।
संभावित कारण:
- गर्भावस्था के दौरान भ्रूण में मूत्रमार्ग की असामान्य वृद्धि।
- आनुवंशिक (genetic) कारण।
- गर्भावस्था के दौरान कुछ दवाओं, संक्रमण या पर्यावरणीय कारणों का प्रभाव।
- भ्रूण के विकास के दौरान हार्मोनल असंतुलन।
एपिस्पेडियास के लक्षण (Symptoms of Epispadias)
लक्षण लड़कों और लड़कियों में अलग-अलग हो सकते हैं।
लड़कों में:
- मूत्रमार्ग का छिद्र लिंग की नोक पर न होकर ऊपर की ओर खुलना।
- लिंग का छोटा और ऊपर की ओर मुड़ा हुआ होना।
- पेशाब का नियंत्रित न होना (Urinary incontinence)।
- मूत्र का असामान्य बहाव।
- जननांग की असामान्य संरचना।
लड़कियों में:
- मूत्रमार्ग का छिद्र सामान्य से ऊपर की ओर होना।
- क्लिटोरिस का दो हिस्सों में बंटा होना।
- पेशाब का नियंत्रित न होना।
- मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI) का खतरा बढ़ जाना।
एपिस्पेडियास का इलाज (Treatment of Epispadias)
एपिस्पेडियास का इलाज मुख्य रूप से सर्जरी (Surgery) द्वारा किया जाता है।
- यूरोथ्राप्लास्टी (Urethroplasty): मूत्रमार्ग को सही स्थान पर बनाना।
- रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी (Reconstructive Surgery): जननांगों की सामान्य संरचना को बहाल करना।
- ब्लैडर नेक रिकंस्ट्रक्शन (Bladder Neck Reconstruction): पेशाब को नियंत्रित करने की क्षमता सुधारना।
- आवश्यकता पड़ने पर कई चरणों में सर्जरी की जाती है।
एपिस्पेडियास को कैसे रोके (Prevention of Epispadias)
चूंकि यह एक जन्मजात विकार है, इसलिए इसे पूरी तरह रोकना संभव नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियाँ गर्भावस्था के दौरान मददगार हो सकती हैं:
- गर्भावस्था में संतुलित आहार लेना।
- संक्रमण और हानिकारक दवाओं से बचना।
- नियमित प्रेग्नेंसी चेकअप कराना।
- आनुवंशिक समस्या होने पर गर्भधारण से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना।
एपिस्पेडियास में घरेलू उपाय (Home Remedies for Epispadias)
एपिस्पेडियास का कोई घरेलू इलाज संभव नहीं है, लेकिन सर्जरी के बाद रिकवरी के लिए कुछ उपाय सहायक हो सकते हैं:
- बच्चे को पर्याप्त तरल पदार्थ दें ताकि संक्रमण का खतरा कम हो।
- स्वच्छता बनाए रखें।
- डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएँ समय पर दें।
- बच्चे को पेशाब के दौरान किसी भी असामान्यता पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
एपिस्पेडियास में सावधानियाँ (Precautions in Epispadias)
- सर्जरी के बाद बच्चे की देखभाल ध्यानपूर्वक करें।
- बार-बार होने वाले मूत्र संक्रमण पर नजर रखें।
- नियमित रूप से यूरोलॉजिस्ट (Urologist) से चेकअप कराते रहें।
- बच्चा बड़ा होने पर मनोवैज्ञानिक सहयोग (psychological support) दें, ताकि आत्मविश्वास बना रहे।
एपिस्पेडियास कैसे पहचाने (How to Diagnose Epispadias)
- जन्म के समय ही शारीरिक जांच (Physical examination) से स्पष्ट हो जाता है।
- अल्ट्रासाउंड और यूरोलॉजिकल टेस्ट से स्थिति की गंभीरता जानी जा सकती है।
- डॉक्टर मूत्र की जांच और ब्लैडर की स्थिति की भी जाँच करते हैं।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या एपिस्पेडियास लड़कियों में भी हो सकता है?
हाँ, यह लड़कियों में भी हो सकता है लेकिन लड़कों की तुलना में बहुत कम मामलों में पाया जाता है।
Q2. एपिस्पेडियास का इलाज कब करना चाहिए?
आमतौर पर बचपन में ही सर्जरी कर दी जाती है ताकि बच्चा सामान्य जीवन जी सके।
Q3. क्या एपिस्पेडियास से प्रजनन क्षमता (fertility) प्रभावित होती है?
अगर सही समय पर सर्जरी हो जाए तो प्रजनन क्षमता सामान्य रहती है।
Q4. क्या एपिस्पेडियास का इलाज दवाओं से संभव है?
नहीं, इसका इलाज केवल सर्जरी से ही संभव है।
निष्कर्ष (Conclusion)
एपिस्पेडियास (Epispadias) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर जन्मजात विकार है। इसका समय पर निदान और इलाज आवश्यक है। सर्जरी द्वारा न केवल पेशाब की समस्या ठीक हो सकती है, बल्कि जननांगों की सामान्य संरचना भी वापस पाई जा सकती है। माता-पिता को चाहिए कि जन्म के समय अगर कोई असामान्यता दिखे तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें।
