Khushveer Choudhary

Febrile Neutropenia (फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया) – कारण, लक्षण, इलाज और बचाव

Febrile Neutropenia (फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया) एक चिकित्सकीय स्थिति है जिसमें व्यक्ति के शरीर में न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils) की संख्या असामान्य रूप से कम हो जाती है और उसे बुखार (Fever) होता है। न्यूट्रोफिल्स शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का मुख्य हिस्सा होते हैं और यह बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने में मदद करते हैं। न्यूट्रोपेनिया के कारण शरीर संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।

यह स्थिति अक्सर कैंसर के इलाज (Cancer Treatment), विशेष रूप से कीमोथेरेपी (Chemotherapy) के बाद देखी जाती है। समय पर इलाज न मिलने पर यह जानलेवा भी हो सकती है।








फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया क्या होता है? (What is Febrile Neutropenia?)

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया वह स्थिति है जिसमें:

  • शरीर में न्यूट्रोफिल्स की संख्या कम हो जाती है (Absolute Neutrophil Count < 500/mm³ या 500–1000/mm³ और घटती जा रही हो)
  • शरीर में बुखार (Temperature > 38.3°C या लगातार 38°C से अधिक) आ जाता है

इस स्थिति में व्यक्ति का इंफेक्शन (Infection) होने का जोखिम बहुत अधिक होता है।

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया कारण (Causes of Febrile Neutropenia)

मुख्य कारण (Major Causes):

  1. कीमोथेरेपी (Chemotherapy): कैंसर उपचार के दौरान रक्त में न्यूट्रोफिल्स कम हो जाते हैं।
  2. रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy): विशेष रूप से बोन मैरो पर असर डालने वाली।
  3. बोन मैरो की बीमारियाँ (Bone Marrow Disorders): जैसे एप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic Anemia)।
  4. इंफेक्शन (Infections): बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण।
  5. दवाइयों के साइड इफेक्ट (Drugs Side Effects): कुछ दवाइयाँ न्यूट्रोफिल्स की संख्या कम कर देती हैं।

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया लक्षण (Symptoms of Febrile Neutropenia)

के लक्षण (Symptoms of Febrile Neutropenia):

  • अचानक बुखार (Sudden Fever)
  • ठंड लगना या कंपकंपी (Chills)
  • थकान और कमजोरी (Fatigue & Weakness)
  • घाव या घाव का जल्दी ठीक न होना (Slow Healing of Wounds)
  • गले या मूत्र मार्ग में संक्रमण के लक्षण (Symptoms of Throat or Urinary Infection)
  • पेट दर्द, उल्टी या दस्त (Abdominal Pain, Vomiting, Diarrhea)

ध्यान दें: कभी-कभी व्यक्ति को अन्य संक्रमण के स्पष्ट लक्षण नहीं होते, केवल बुखार ही संकेत हो सकता है।

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया इलाज (Treatment of Febrile Neutropenia)

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया का इलाज तुरंत किया जाना चाहिए।

  1. अस्पताल में भर्ती (Hospitalization): गंभीर मामलों में।
  2. एंटीबायोटिक्स (Broad-Spectrum Antibiotics): संक्रमण से लड़ने के लिए।
  3. एंटीफंगल या एंटीवायरल दवाएं (If Required): फंगल या वायरल संक्रमण के लिए।
  4. न्यूट्रोफिल्स बढ़ाने वाली दवाइयाँ (Growth Factors): जैसे G-CSF (Granulocyte Colony Stimulating Factor)।
  5. संक्रमण से बचाव (Infection Control): हाथ धोना, मास्क पहनना और भीड़ से बचना।

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया कैसे रोके (Prevention of Febrile Neutropenia)

  • कीमोथेरेपी के बाद अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
  • संक्रमण वाले लोगों से दूरी बनाए रखें।
  • व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • बीमार होने पर जल्दी इलाज लें।
  • पौष्टिक आहार (Nutrition) और पर्याप्त पानी पिएं।

घरेलू उपाय (Home Remedies / Supportive Care)

घरेलू उपाय केवल सहायक हैं, इलाज का विकल्प नहीं।

  • हल्का और पौष्टिक भोजन (Light & Nutritious Food)
  • पर्याप्त तरल पदार्थ (Hydration)
  • आराम और पर्याप्त नींद (Rest & Sleep)
  • सूखा और साफ वातावरण बनाए रखें (Clean Environment)

सावधानियाँ (Precautions)

  • बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें।
  • हाथ धोने की आदत रखें।
  • मास्क पहनें और संक्रमण फैलने से बचें।
  • खुराक की दवाइयाँ समय पर लें।

FAQs (Frequently Asked Questions)

Q1. क्या फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया कैंसर मरीजों में आम है?
A1. हाँ, यह कीमोथेरेपी लेने वाले मरीजों में सबसे आम है।

Q2. क्या घर पर इसे ठीक किया जा सकता है?
A2. नहीं, तुरंत अस्पताल में इलाज जरूरी है।

Q3. न्यूट्रोफिल्स कैसे बढ़ाए जा सकते हैं?
A3. डॉक्टर द्वारा दिये गए growth factors और पोषण से।

Q4. क्या इसका इलाज सफल होता है?
A4. समय पर इलाज से अधिकतर मामलों में सफल होता है।

फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया कैसे पहचाने (Diagnosis / Detection)

  • Blood Test: Absolute Neutrophil Count (ANC)
  • Temperature Monitoring: लगातार बुखार की जांच
  • Infection Screening: संक्रमण का स्रोत पता करने के लिए

निष्कर्ष (Conclusion)

Febrile Neutropenia (फेब्राइल न्यूट्रोपेनिया) एक गंभीर स्थिति है, खासकर उन लोगों में जो कीमोथेरेपी या बोन मैरो की समस्याओं से गुजर रहे हैं। इसे जल्दी पहचानना और तुरंत इलाज शुरू करना अत्यंत आवश्यक है। सही सावधानी, डॉक्टर की निगरानी और संक्रमण से बचाव से इस स्थिति को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।


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