Fibrinogen Deficiency या फाइब्रिनोजन की कमी एक रक्त संबंधी विकार है जिसमें शरीर में फाइब्रिनोजन (Fibrinogen) का स्तर सामान्य से कम होता है। फाइब्रिनोजन एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है जो रक्त के थक्के (blood clots) बनने में मदद करता है। इसकी कमी के कारण रक्तस्राव (bleeding) और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
फाइब्रिनोजन को Factor I भी कहा जाता है। यह लीवर (Liver) में बनता है और चोट लगने पर रक्त को जमाने में सहायक होता है।
Fibrinogen Deficiency क्या होता है? (What is Fibrinogen Deficiency?)
फाइब्रिनोजन की कमी तब होती है जब रक्त में फाइब्रिनोजन का स्तर कम होता है।
- सामान्य फाइब्रिनोजन का स्तर: 200–400 mg/dL
- कमी होने पर: <150 mg/dL
कमी के प्रकार:
- Hypofibrinogenemia (हाइपॉफाइब्रिनोजिनेमिया) – फाइब्रिनोजन का स्तर कम होता है।
- Afibrinogenemia (एफाइब्रिनोजिनेमिया) – फाइब्रिनोजन बिल्कुल अनुपस्थित होता है।
- Dysfibrinogenemia (डिसफाइब्रिनोजिनेमिया) – फाइब्रिनोजन मौजूद है लेकिन काम नहीं करता।
Fibrinogen Deficiency कारण (Causes of Fibrinogen Deficiency)
फाइब्रिनोजन की कमी के मुख्य कारण निम्न हैं:
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आनुवांशिक कारण (Genetic Causes):
- जन्मजात दोष (Congenital disorder)
- परिवार में इस रोग का इतिहास
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अर्जित कारण (Acquired Causes):
- लीवर की बीमारी (Liver Disease) – फाइब्रिनोजन का निर्माण कम हो जाता है।
- विटामिन K की कमी (Vitamin K Deficiency) – रक्त के थक्के बनने में बाधा।
- DIC (Disseminated Intravascular Coagulation) – शरीर में थक्कों का असामान्य रूप से निर्माण और विघटन।
- कुछ दवाइयाँ (Medications) – जैसे anticoagulants, कुछ केमिकल्स।
Fibrinogen Deficiency लक्षण (Symptoms of Fibrinogen Deficiency)
फाइब्रिनोजन की कमी के लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- बार-बार रक्तस्राव (Frequent Bleeding) – नाक, मसूड़े या चोट लगने पर।
- असामान्य खून बहना (Excessive Bruising)
- महिला में अत्यधिक मासिकधर्म (Heavy Menstrual Bleeding)
- घाव का धीमा भरना (Slow Wound Healing)
- गहरी चोटों में गंभीर रक्तस्राव (Severe Bleeding in Deep Injuries)
- सिर्फ जन्मजात मामलों में: नवजात शिशु में रक्तस्राव
Fibrinogen Deficiency कैसे पहचाने? (How to Diagnose Fibrinogen Deficiency)
- Blood Tests (रक्त परीक्षण):
- Fibrinogen Level Test – रक्त में फाइब्रिनोजन का स्तर।
- PT (Prothrombin Time) और aPTT (Activated Partial Thromboplastin Time) – रक्त जमने की क्षमता।
- Genetic Testing (आनुवांशिक परीक्षण) – जन्मजात मामलों के लिए।
- Clinical Examination (क्लिनिकल जांच) – बार-बार रक्तस्राव और चोटों का इतिहास।
Fibrinogen Deficiency इलाज (Treatment of Fibrinogen Deficiency)
- फाइब्रिनोजन पूरक (Fibrinogen Replacement Therapy):
- फाइब्रिनोजेन कॉन्सेंट्रेट (Fibrinogen Concentrate)
- फ्रोजन प्लाज्मा (Fresh Frozen Plasma)
- दवाइयाँ (Medications):
- Tranexamic acid – रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है।
- सर्जिकल या आपातकालीन मामलों में:
- गंभीर रक्तस्राव के दौरान रक्त चढ़ाना (Blood Transfusion)
घरेलू उपाय (Home Remedies / Lifestyle Management)
- संतुलित आहार (Balanced Diet): प्रोटीन युक्त भोजन जैसे दूध, दही, अंडा, मांस।
- लीवर की सुरक्षा (Protect Liver): शराब और हानिकारक दवाओं से बचें।
- चोट से बचाव (Prevent Injuries): जोखिम वाले खेलों या गतिविधियों में सावधानी।
- विटामिन C और K युक्त भोजन: रक्त के स्वस्थ बनने में मदद।
सावधानियाँ (Precautions)
- किसी भी दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
- चोट लगने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- गर्भावस्था में विशेष निगरानी आवश्यक।
- नियमित रक्त परीक्षण से स्थिति का आकलन।
Fibrinogen Deficiency को कैसे रोके (Prevention of Fibrinogen Deficiency)
- जन्मजात मामलों में रोकथाम मुश्किल, लेकिन परिवारिक जाँच से जानकारी।
- लीवर की स्वास्थ्य बनाए रखें – शराब और हानिकारक पदार्थों से बचें।
- सुरक्षित जीवनशैली अपनाएँ और चोट से बचें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या फाइब्रिनोजन की कमी गंभीर होती है?
- हाँ, अगर उपचार न किया जाए तो गंभीर रक्तस्राव और जीवन संकट पैदा हो सकता है।
2. क्या जन्मजात फाइब्रिनोजन की कमी का इलाज संभव है?
- हाँ, फाइब्रिनोजन कॉन्सेंट्रेट और रक्त प्रतिस्थापन से इलाज संभव है।
3. क्या फाइब्रिनोजन की कमी पूरी तरह ठीक हो सकती है?
- अर्जित कारणों से होने वाली कमी अक्सर ठीक हो जाती है। जन्मजात मामलों में जीवनभर प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
4. क्या फाइब्रिनोजन की कमी में खून का थक्का बन सकता है?
- सामान्य स्थिति में कमी के कारण थक्का बनना मुश्किल होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Fibrinogen Deficiency (फाइब्रिनोजन की कमी) एक गंभीर रक्त विकार है, जिसका समय पर पता लगाना और इलाज करना आवश्यक है।
सही डायग्नोसिस, उपचार और जीवनशैली में सावधानी से रक्तस्राव और गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है।
यदि परिवार में कोई जन्मजात इतिहास है या बार-बार असामान्य रक्तस्राव हो रहा है, तो तुरंत हематोलॉजिस्ट (Hematologist) से संपर्क करें।
