Khushveer Choudhary

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy कारण, लक्षण, इलाज और बचाव के उपाय

गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जिनका असर जिगर (लिवर) के कार्य पर भी पड़ सकता है। Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy (ICP) या गर्भावस्था में अंतःयकृत पित्त अवरोध एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भवती महिला के जिगर में पित्त (bile) का प्रवाह धीमा हो जाता है या रुक जाता है। इससे शरीर में पित्त अम्ल (bile acids) का स्तर बढ़ जाता है, जिससे त्वचा में खुजली और अन्य लक्षण दिखाई देते हैं। यह समस्या अधिकतर गर्भावस्था के अंतिम तिमाही (third trimester) में होती है।

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy क्या होता है (What is Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy)

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy (ICP) एक लिवर संबंधित विकार है जो केवल गर्भवती महिलाओं में होता है। इसमें जिगर से पित्त का सही रूप से प्रवाह नहीं हो पाता और पित्त का कुछ हिस्सा खून में मिल जाता है। यह पित्त अम्ल बच्चे (fetus) तक भी पहुँच सकता है और कभी-कभी गर्भ में शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy कारण (Causes of Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy)

ICP के सटीक कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन निम्नलिखित कारण इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं:

  1. हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal Changes):
    गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाने से लिवर के कार्य प्रभावित होते हैं।

  2. आनुवांशिक कारण (Genetic Factors):
    यदि परिवार में किसी महिला को यह समस्या हुई हो, तो अन्य सदस्यों को भी इसका खतरा अधिक होता है।

  3. पर्यावरणीय कारण (Environmental Factors):
    कुछ रासायनिक पदार्थ या आहार संबंधी तत्व भी लिवर की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।

  4. पित्त का अवरोध (Bile Flow Obstruction):
    पित्त नलिकाओं में रुकावट या सूजन होने से पित्त का प्रवाह बाधित होता है।

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy लक्षण (Symptoms of Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy)

इस बीमारी के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं और शुरुआत में मामूली लग सकते हैं। मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  1. तीव्र खुजली (Severe Itching): विशेषकर हथेलियों और पैरों के तलवों में।
  2. त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (Jaundice): त्वचा और आंखों में पीलापन आना।
  3. थकान (Fatigue): सामान्य से अधिक कमजोरी और थकान महसूस होना।
  4. मूत्र का गहरा रंग (Dark Urine): मूत्र का रंग गाढ़ा पीला या भूरा हो जाना।
  5. मल का हल्का रंग (Pale Stool): मल का रंग फीका होना।
  6. भूख में कमी (Loss of Appetite)
  7. पेट में हल्का दर्द या जलन (Abdominal Discomfort)

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy कैसे पहचाने (Diagnosis of Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy)

डॉक्टर इस स्थिति की पुष्टि निम्नलिखित परीक्षणों से करते हैं:

  1. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT): लिवर एंजाइमों का स्तर पता करने के लिए।
  2. बाइल एसिड टेस्ट (Bile Acid Test): रक्त में पित्त अम्ल का स्तर जाँचने के लिए।
  3. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): लिवर और पित्त नलिकाओं में किसी संरचनात्मक समस्या की जाँच के लिए।
  4. रक्त परीक्षण (Blood Tests): संक्रमण या अन्य लिवर रोगों को बाहर करने के लिए।

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy इलाज (Treatment of Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy)

ICP का इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को नियंत्रित करने और शिशु की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर केंद्रित होता है।

  1. दवाइयाँ (Medications):

    1. Ursodeoxycholic Acid (UDCA): यह दवा पित्त अम्ल के स्तर को कम करती है और खुजली में राहत देती है।
    1. अन्य दवाएँ डॉक्टर की सलाह पर ही ली जानी चाहिए।
  2. शिशु की निगरानी (Fetal Monitoring):

    1. अल्ट्रासाउंड और अन्य जांचों के माध्यम से बच्चे की नियमित जाँच की जाती है।
  3. समय से पहले प्रसव (Early Delivery):

    1. गंभीर मामलों में 37वें सप्ताह के आसपास प्रसव करवाने की सलाह दी जाती है ताकि भ्रूण को नुकसान न हो।

घरेलू उपाय (Home Remedies for ICP)

कुछ घरेलू उपाय लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ये डॉक्टर के इलाज का विकल्प नहीं हैं:

  1. ठंडे पानी से स्नान करें (Cool Baths): खुजली कम करने में मदद मिलती है।
  2. ढीले कपड़े पहनें (Loose Cotton Clothes): त्वचा को सांस लेने दें।
  3. ओटमील बाथ (Oatmeal Bath): खुजली में राहत देता है।
  4. पानी अधिक पिएं (Stay Hydrated): शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर करने में मदद करता है।
  5. तेल मालिश (Oil Massage): नारियल तेल या जैतून तेल से हल्की मालिश करने से त्वचा को आराम मिलता है।

कैसे रोके (Prevention of Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy)

ICP को पूरी तरह रोकना कठिन है, लेकिन कुछ सावधानियों से इसका खतरा कम किया जा सकता है:

  1. संतुलित आहार लें (Balanced Diet): फलों, सब्जियों और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें।
  2. लिवर के लिए हानिकारक चीजों से बचें (Avoid Liver-Damaging Substances): शराब, जंक फूड और अत्यधिक दवाइयों से बचें।
  3. नियमित स्वास्थ्य जांच (Regular Check-ups): गर्भावस्था के दौरान लिवर टेस्ट समय-समय पर करवाएँ।

सावधानियाँ (Precautions during ICP)

  1. बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।
  2. यदि खुजली बहुत अधिक बढ़ जाए तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
  3. लिवर फंक्शन रिपोर्ट की निगरानी करते रहें।
  4. डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं और जांचों का पालन करें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: क्या Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy से बच्चा प्रभावित होता है?
उत्तर: हाँ, अगर इलाज न किया जाए तो इससे गर्भ में बच्चे को ऑक्सीजन की कमी या मृत जन्म (stillbirth) का खतरा बढ़ सकता है।

प्रश्न 2: क्या यह बीमारी हर गर्भावस्था में होती है?
उत्तर: नहीं, लेकिन जिन महिलाओं को एक बार ICP हुआ है, उन्हें अगली गर्भावस्था में दोबारा इसका खतरा रहता है।

प्रश्न 3: क्या यह डिलीवरी के बाद ठीक हो जाती है?
उत्तर: हाँ, अधिकतर मामलों में बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद यह पूरी तरह ठीक हो जाती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy गर्भावस्था से जुड़ी एक गंभीर लेकिन नियंत्रित की जा सकने वाली स्थिति है। समय पर पहचान, उचित दवा और नियमित चिकित्सकीय देखभाल से मां और बच्चे दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की असामान्य खुजली या लिवर से संबंधित समस्या को नजरअंदाज न करें और तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।


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