Khushveer Choudhary

Acquired Lipodystrophy: कारण, लक्षण, इलाज, पहचान और सावधानियाँ

अक्वायर्ड लिपोडिस्ट्रॉफी (Acquired Lipodystrophy) एक दुर्लभ मेटाबॉलिक और ऑटोइम्यून विकार (Metabolic & Autoimmune Disorder) है, जिसमें शरीर के कुछ हिस्सों में वसा (Fat) की असामान्य कमी या गायब होना शुरू हो जाता है।

इस स्थिति में शरीर की वसा समान रूप से वितरित नहीं रहती — कुछ जगहों पर पूरी तरह गायब हो जाती है जबकि कुछ क्षेत्रों में सामान्य या अधिक मात्रा में बनी रहती है।

यह जन्म के बाद (Acquired) होती है, जबकि कुछ मामलों में यह जेनेटिक (Congenital Lipodystrophy) होती है।
अक्वायर्ड लिपोडिस्ट्रॉफी मुख्यतः इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी, संक्रमण, या दवाओं से संबंधित होती है।

Acquired Lipodystrophy क्या है  (What is Acquired Lipodystrophy)

अक्वायर्ड लिपोडिस्ट्रॉफी में शरीर की वसा धीरे-धीरे कम होती जाती है, जिससे चेहरा, हाथ, पैर या शरीर के ऊपरी हिस्से की त्वचा पतली दिखने लगती है।
वहीं कुछ मामलों में पेट या गर्दन के हिस्से में वसा का असामान्य जमाव भी देखा जा सकता है।

यह रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकता है, लेकिन महिलाओं में इसकी संभावना अधिक होती है।

Acquired Lipodystrophy प्रकार (Types of Acquired Lipodystrophy)

  1. Acquired Generalized Lipodystrophy (AGL):

    1. पूरे शरीर की वसा धीरे-धीरे खत्म होती है।
    2. अक्सर ऑटोइम्यून बीमारियों (जैसे लूपस, ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस) से जुड़ी होती है।
  2. Acquired Partial Lipodystrophy (APL):

    1. वसा की कमी सिर्फ कुछ हिस्सों (जैसे चेहरा, ऊपरी शरीर) में होती है।
    1. यह अक्सर किडनी रोग या कंप्लीमेंट सिस्टम की गड़बड़ी से संबंधित होती है।
  3. Localized Lipodystrophy:

    1. शरीर के किसी विशिष्ट क्षेत्र (जैसे इंजेक्शन साइट) पर वसा का गायब होना।
    1. आमतौर पर इंसुलिन इंजेक्शन या स्टेरॉयड इंजेक्शन से जुड़ा होता है।

Acquired Lipodystrophy कारण (Causes of Acquired Lipodystrophy)

  • ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (Autoimmune Diseases)
  • वायरल संक्रमण (Viral Infections) जैसे Hepatitis C, HIV
  • दवाओं के साइड इफेक्ट (Drug-Induced):
    विशेष रूप से HIV एंटीरेट्रोवायरल दवाएँ (Antiretroviral Therapy)
  • मेटाबॉलिक विकार (Metabolic Disorders)
  • इंसुलिन इंजेक्शन या स्टेरॉयड का अधिक प्रयोग
  • किडनी या इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी

Acquired Lipodystrophy लक्षण (Symptoms of Acquired Lipodystrophy)

  • चेहरे, हाथों या ऊपरी शरीर से वसा का गायब होना
  • त्वचा पतली और नसें स्पष्ट दिखाई देना
  • पेट या गर्दन में वसा का असामान्य जमाव
  • इंसुलिन रेजिस्टेंस और ब्लड शुगर बढ़ना
  • हाइपरट्राइग्लिसरिडेमिया (रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ना)
  • महिलाओं में मासिक धर्म अनियमितता (Irregular Periods)
  • मांसपेशियाँ उभरी हुई लगना
  • यकृत (Liver) में वसा का जमाव (Fatty Liver Disease)

Acquired Lipodystrophy कैसे पहचाने (Diagnosis of Acquired Lipodystrophy)

  1. फिजिकल एग्ज़ामिनेशन (Physical Exam):
    शरीर में वसा वितरण का मूल्यांकन।

  2. ब्लड टेस्ट (Blood Tests):

    1. ब्लड शुगर
    1. लिपिड प्रोफाइल (Triglycerides, Cholesterol)
    1. इंसुलिन लेवल
    1. लिवर फंक्शन टेस्ट
  3. इम्यूनोलॉजिकल टेस्ट (Immunological Tests):
    ऑटोइम्यून या कंप्लीमेंट सिस्टम से संबंधित गड़बड़ी का पता लगाने के लिए।

  4. इमेजिंग टेस्ट (MRI / CT Scan):
    वसा वितरण और लिवर में फैट की मात्रा जांचने के लिए।

Acquired Lipodystrophy इलाज (Treatment of Acquired Lipodystrophy)

अभी तक इस बीमारी का पूर्ण इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।

  1. मेटाबॉलिक नियंत्रण (Metabolic Management):

    1. लो-फैट और हाई-फाइबर डाइट
    2. इंसुलिन सेंसिटाइज़र दवाएँ जैसे Metformin
    3. ब्लड शुगर और ट्राइग्लिसराइड नियंत्रण
  2. लेप्टिन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Leptin Therapy):

    1. Metreleptin नामक दवा का उपयोग किया जाता है।
    1. यह भूख और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
  3. लिवर और हार्मोन मॉनिटरिंग:

    1. Fatty Liver Disease और हॉर्मोनल बदलाव की निगरानी।
  4. कॉस्मेटिक और प्लास्टिक सर्जरी:

    1. चेहरे या शरीर के रूप में सुधार के लिए फैट ग्राफ्टिंग या फिलर ट्रीटमेंट।
  5. इम्यूनोथैरेपी (Autoimmune Management):

    1. यदि रोग का कारण ऑटोइम्यून है तो स्टेरॉयड या इम्यूनोमॉड्यूलेटर दवाओं का उपयोग।

घरेलू उपाय और जीवनशैली (Home Remedies & Lifestyle Tips)

  • संतुलित डाइट:
    कम वसा, अधिक फाइबर और प्रोटीन वाला भोजन लें।
  • नियमित व्यायाम:
    मेटाबॉलिक संतुलन और इंसुलिन संवेदनशीलता बनाए रखता है।
  • ब्लड शुगर की नियमित जांच करें।
  • धूम्रपान और शराब से बचें।
  • डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाएँ नियमित रूप से लें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • इंजेक्शन साइट बदलते रहें ताकि लोकल लिपोडिस्ट्रॉफी न हो।
  • HIV या अन्य संक्रमण के रोगियों को दवा के दुष्प्रभाव पर नजर रखनी चाहिए।
  • नियमित रूप से एंडोक्राइनोलॉजिस्ट या डर्मेटोलॉजिस्ट से जांच कराएँ।
  • भोजन में अत्यधिक वसा और चीनी से बचें।

जटिलताएँ (Complications)

  • टाइप 2 डायबिटीज़
  • हाइपरट्राइग्लिसरिडेमिया (ट्राइग्लिसराइड्स बहुत बढ़ना)
  • लिवर डिज़ीज़ (Fatty Liver)
  • हार्ट डिज़ीज़ का खतरा
  • महिलाओं में बाँझपन या हॉर्मोनल असंतुलन

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या अक्वायर्ड लिपोडिस्ट्रॉफी ठीक हो सकती है?
पूरी तरह नहीं, लेकिन इलाज से इसके लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

Q2. क्या यह बीमारी संक्रामक है?
नहीं, यह संक्रामक नहीं है।

Q3. क्या यह बीमारी महिलाओं में अधिक होती है?
हाँ, विशेषकर ऑटोइम्यून कारणों से महिलाओं में अधिक पाई जाती है।

Q4. क्या इसमें वजन घटता है?
कुल वजन स्थिर रह सकता है, लेकिन वसा वितरण असामान्य हो जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

अक्वायर्ड लिपोडिस्ट्रॉफी (Acquired Lipodystrophy) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर मेटाबॉलिक और इम्यून संबंधित विकार है, जिसमें शरीर की वसा का वितरण असमान हो जाता है।
हालाँकि इसका स्थायी इलाज नहीं है, परंतु डायट, एक्सरसाइज, दवाएँ और लेप्टिन थेरेपी से रोगी सामान्य जीवन जी सकता है।
समय पर निदान, सावधानी और नियमित चिकित्सा निगरानी से इस रोग के जटिल प्रभावों को कम किया जा सकता है।


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post