Khushveer Choudhary

Juvenile X-linked Retinoschisis कारण, लक्षण, इलाज, पहचान, बचाव और सावधानियाँ

जेवेनाइल एक्स-लिंक्ड रेटिनोस्किसिस (Juvenile X-linked Retinoschisis; XLRS) एक विरल (rare) आनुवंशिक नेत्र विकार है, जिसमें रेटिना (जाल पर्दा) की परतें विभाजित (schisis) हो जाती हैं।

यह लगभग केवल पुरुषों में होता है क्योंकि यह एक्स-लिंक्ड (X-chromosome) आनुवंशण पैटर्न से जुड़ा है।
यह मुख्य रूप से मैकुला (केन्द्रिय दृष्टि के क्षेत्र) को प्रभावित करता है, जिससे पढ़ने, चेहरे पहचानने आदि कार्यों में समस्या आती है।
इसका अनुमानित प्रसार 1 : 5,000 से 1 : 25,000 पुरुषों में है।

Juvenile X-linked Retinoschisis क्या होता है? (What is it?)

  • “Schisis” शब्द का अर्थ है विभाजन या फटना — यहाँ रेटिना की परतों के भीतर घुलावट-विभाजन (splitting) होता है।
  • आनुवंशिक स्तर पर, RS1 (या पुराने नाम XLRS1) नामक जीन में उत्परिवर्तन (mutation) होता है, जो “रेटिनोशिसिन” (retinoschisin) नामक प्रोटीन का उत्पादन नहीं कर पाता या उसका क्रियाशील रूप नहीं बन पाता।
  • इस प्रोटीन का काम रेटिना में कोशिकाओं को जोड़कर (cell-adhesion) उनकी संरचना बनाए रखना है। इसकी कमी से रेटिना-परतें कमजोर होती हैं और विभाजन होता है।
  • परिणामस्वरूप, विशेष रूप से मैकुला (macula) में “ spokes-wheel ” पैटर्न जैसे सूजे हुए किस्ट (cystoid cavities) बनते हैं।
  • समय के साथ peripheral (बाह्य) रेटिना में विभाजन, विद्रुत रुधिरस्राव (vitreous haemorrhage) या रेटिना डिटैचमेंट (retinal detachment) जैसी जटिलताएँ हो सकती हैं।

Juvenile X-linked Retinoschisis कारण (Causes)

  • कारण मूलतः जीन (RS1) म्यूटेशन है: यह X-chromosome पर स्थित है।
  • जीन में म्यूटेशन होने से रेटिनोशिसिन प्रोटीन काम नहीं कर पाता, जिससे रेटिना-परतों में विभाजन होता है।
  • उत्तराधिकार-पद्धति: X-linked recessive — पुरुषों में एक ही X क्रोमोसॉम होने के कारण प्रभावित होने की संभावना अधिक। महिलाएँ आमतौर पर वाहक (carrier) होती हैं और लक्षण नहीं दिखातीं।
  • अन्य कारण जैसे पर्यावरणीय या जीवनशैली कारक सीमित रूप से भूमिका निभाते हैं; यह मुख्यतः जीन-चालित है।

Juvenile X-linked Retinoschisis लक्षण (Symptoms of Juvenile X-linked Retinoschisis)

हिंदी में लक्षण:

  • दृष्टि (दृढ़ता) में कमी — विशेष रूप से केंद्र-दृष्टि (central vision) प्रभावित होती है।
  • पढ़ने में कठिनाई, स्कूल-उम्र में बच्चों में बोर्ड पढ़ने में समस्या।
  • आंखों की लड़खड़ाहट, निगाहें एक-साथ न टिकना (strabismus) या अनियंत्रित आंखों की हलचल (nystagmus) हो सकती है।
  • कभी-कभी तरफ की दृष्टि (peripheral vision) भी प्रभावित होती है।
  • जटिलताओं के रूप में — आँख के भीतर रक्तस्राव (vitreous haemorrhage), रेटिना डिटैचमेंट।

English summary:

  • Decreased visual acuity (especially central)
  • Reading difficulties early in childhood
  • Strabismus, nystagmus
  • Occasionally peripheral vision loss
  • Complications: vitreous haemorrhage, retinal detachment

Juvenile X-linked Retinoschisis कैसे पहचाने (How to Recognize / Diagnose)

  • नेत्र परीक्षा: फण्डस (fundus) देखने पर मैकुला में “चक्रवात-समान” (spoked wheel) तरह के किस्ट एवं विभाजन दिख सकते हैं।
  • ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (OCT) से रेटिना-परतों का विभाजन (schisis cavities) स्पष्ट दिखते हैं।
  • इलेक्ट्रोरेटीनोग्राम (ERG): ब-वेव (b-wave) का आयाम कम होना एक विशिष्ट संकेत है।
  • आनुवंशिक परीक्षण (genetic testing) RS1 जीन में म्यूटेशन देखने के लिए किया जा सकता है।
  • अन्य परीक्षणों में दृश्य क्षेत्र परीक्षण (visual field) आदि शामिल हो सकते हैं।

Juvenile X-linked Retinoschisis इलाज (Treatment)

  • वर्तमान में कोई निश्चित इलाज (cure) उपलब्ध नहीं है जो जीन-म्यूटेशन को पूरी तरह ठीक कर सके।
  • दृष्टि सुधार के लिए चश्मा, बढ़ाई (माग्नीफिकेशन) उपकरण आदि उपयोगी हो सकते हैं।
  • जटिलताओं (retinal detachment, vitreous haemorrhage) के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
  • कुछ अध्ययन में कार्बोनिक एनहाइड्रेज इनहिबिटर्स (carbonic anhydrase inhibitors) जैसे ड्रग्स का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन यह पूर्ण समाधान नहीं।
  • आनुवंशिक चिकित्सा (gene therapy) के परीक्षण चल रहे हैं; हालांकि अभी तक व्यापक रूप से मान्य नहीं हो पाए हैं।

Juvenile X-linked Retinoschisis कैसे रोके (Prevention)

चूंकि यह मुख्यतः आनुवंशिक रोग है, पूर्ण रोकथाम संभव नहीं है, लेकिन नीचे दिए सुझाव सहायक हो सकते हैं:

  • यदि परिवार में इस रोग का इतिहास हो, तो आनुवंशिक परामर्श (genetic counseling) लेना उपयोगी है।
  • नियमित नेत्र-जांच: प्रारंभिक अवस्था में पहचान हो सके।
  • जोखिम-कारकों से बचाव: जैसे आँखों पर अचानक चोट या अनुचित दबाव से बचना (रतिनल डिटैचमेंट का खतरा बढ़ सकता है)।
  • जटिलताओं की पहचान जल्दी हो जाए तो समय पर उपचार मिल सके।

घरेलू उपाय (Home Remedies)

चूंकि यह मुख्य रूप से आनुवंशिक रोग है, घरेलू उपाय सीमित सहायक होते हैं, लेकिन निम्न बातें राहत दे सकती हैं:

  • अच्छी-रोशनी में पढ़ें तथा आँखों पर अत्यधिक तनाव न डालें।
  • नियमित विश्राम (eye breaks) लें—अगर स्क्रीन देख रहे हों तो 20-20-20 नियम अपनाएं (प्रति 20 मिनट स्क्रीन देखें, 20 फुट दूर देखें, 20 सेकंड)।
  • संतुलित आहार लें — जिसमें विटामिन ए, सी, ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स हों; स्वस्थ रेतिना के लिए सहायक।
  • नियमित नेत्र-चिकित्सक से मिलें — आँखों की स्थिति पर नजर बनी रहे।
  • आँखों को चोट लगने से बचाएं — विशेषकर खेल या गतिविधियों के दौरान सुरक्षा चश्मा पहनें।

ध्यान दें: ये उपाय रोग को पूरी तरह ठीक नहीं करते, केवल दृष्टि-रक्षा एवं जटिलताओं को कम करने में सहायक हैं।

सावधानियाँ (Precautions)

  • यदि अचानक दृष्टि में तेज बदलाव, आँखों में दर्द, फ्लोटर्स या तारे दिखाई देने जैसे लक्षण हों — तुरंत नेत्र-चिकित्सक से संपर्क करें (यह रेटिना डिटैचमेंट का संकेत हो सकता है)।
  • आँखों की नियमित जांच अनिवार्य है — विशेष रूप से यदि पहले से निदान हो चुका है।
  • उच्‍च-खडलीगत खेल, टक्कर-धक्कों से बचें — आँख की चोट से जटिलताएँ बढ़ सकती हैं।
  • आनुवंशिक जानकारी को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ साझा करें — ताकि अन्य संभावित वाहक या प्रभावित बच्चों की पहचान हो सके।
  • आँखों की शिकायत को हल्के में न लें। समय-से उपचार शुरू होने पर बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या यह रोग महिलाओं में भी होता है?
A : आमतौर पर पुरुषों में होता है क्योंकि यह X-linked recessive पैटर्न से चलता है। महिलाएँ अक्सर वाहक होती हैं और लक्षण नहीं दिखातीं।

Q2. क्या यह दृष्टि पूरी तरह खतम कर देता है?
A : प्रत्येक व्यक्ति में प्रगति अलग-अलग होती है। कुछ में स्थिर दृष्टि बनी रहती है जबकि कुछ में मध्य-उम्र में दृष्टि और घट सकती है।

Q3. क्या जीन थैरेपी उपलब्ध है?
A : कुछ शोध चल रहे हैं लेकिन अभी तक इसे सामान्य उपचार के रूप में स्वीकार नहीं किया गया है।

Q4. क्या नियमित चश्मा काम करेगा?
A : चश्मा या दृश्य-सहायता उपकरण (magnifiers) केंद्रिय दृष्टि को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं, लेकिन यह मूल विकार (रेटिना विभाजन) को ठीक नहीं करते।

Q5. क्या आनुवंशिक परीक्षण कराना चाहिए?
A : यदि परिवार में यह रोग पाया गया हो या यह जोखिम हो, तो जीनलॉगिक परामर्श और RS1 जीन परीक्षण पर विचार किया जा सकता है।

निष्कर्ष

Juvenile X-linked Retinoschisis एक दुर्लभ लेकिन महत्वपूर्ण नेत्र-विकार है जो मुख्यतः बच्चों व किशोरों में दृष्टि घटने का कारण बन सकता है।早 पहचान, नियमित नेत्र-जांच और सावधानी-मूलक व्यवहार दृष्टि रक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं। यद्यपि वर्तमान में पूर्ण इलाज उपलब्ध नहीं है, दृष्टि-सहायता तथा जटिलताओं का प्रबंधन संभव है। यदि आपके या आपके परिवार के किसी सदस्य में दृष्टि-समस्या हुए हो, तो नेत्र-विशेषज्ञ से समय पर परामर्श करना अत्यावश्यक है।

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